How To Stop Fighting With Parents: हर बच्चे के लिए उसके पेरेंट्स बहुत ज्यादा स्पेशल होते हैं। बच्चों के दिल में भी पेरेंट्स के लिए उनके जितना ही लगाव होता है। जब हम बड़े होने लगते हैं, तो कई चीजों को लेकर हमारी अपने पेरेंटेस से बहस होने लगती है। जनरेशन गैप होने से सोच में काफी अंतर जरूर होता है लेकिन इस फर्क को कम करने की कोशिश करना बहुत जरूरी है। कई बार हम कुछ चीजों को लेकर पेरेंट्स से बहस कर रहे होते हैं, तो वहीं दूसरी ओर पेरेंट्स भी अपनी बात पर अड़े रहते हैं। तो ऐसे में अपने पेरेंट्स को अपनी बात कैसे समझाएं? या कैसे बात-बात पर होने वाले झगड़ा को कम किया जाए? इस बारे में जानने के लिए हमने बात कि सर गंगाराम हॉस्पिटल की सीनियर क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ.आरती आनंद से।
पेरेंट्स से बार-बार होने वाले मनमुटाव को कैसे कम किया जाए- How To Reduce Constant Fighting With Parents
लड़ाई की वजह समझें
कई बार हम एक ही बात पर बार-बार लड़ रहे होते हैं, जबकि लड़ाई की कोई बड़ी वजह भी नहीं होती। इसलिए बार-बार लड़ने के बजाय शांति से बैठकर लड़ाई की वजह समझने की कोशिश करें। आपको खुद से सवाल करने होंगे कि आखिर आपकी अपने पेरेंट्स से बार-बार लड़ाई क्यों होती है और आप कैसे इसका समाधान निकाल सकते हैं।
उनके नजरिए को समझें
हमारे और पेरेंट्स के बीच जनरेशन गैप होने के कारण उनकी सोच हमारी सोच से अलग होती है। इसलिए जरूरी नहीं जो चीजें हमारे नजरिए से सही हैं, वो उनके नजरिए से भी हो। आपको चीजों को उनके नजरिए से समझने की कोशिश करनी चाहिए, जैसे कि अगर आप उनकी जगह होते तो ऐसी स्थिति में आप क्या करते। इससे आपको उन्हें समझने और झड़गा सुलझाने में मदद मिल पाएगी।
बार-बार बहस न करें
कई बार हम अपनी बार समझाने की कोशिश में पेरेंट्स से बार-बार बहस कर रहे होते हैं। ऐसे में हम कई बार कुछ ऐसी बातें बोल देते हैं, जो हमारे पेरेंट्स को हर्ट कर जाती हैं। इसलिए अपनी बात पर बार-बार बहस करने के बजाय शांत रहने की कोशिश करे। थोड़ी देर अकेले में समय बिताएं और खुद को शांत करने की कोशिश करें।
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अपना ध्यान भटकाने की कोशिश करें
जब पेरेंट्स हमारी बात नहीं समझ रहे होते हैं, तो कई बार हमें बहुत ज्यादा गुस्सा आने लगता है। ऐसे में बहस करने के बजाय अपना ध्यान भटकाने की कोशिश करें। इसके लिए आप थोड़ा बाहर घूम कर आ सकते हैं या शांत बैठकर किसी काम में खुद को व्यस्त कर सकते हैं। इस तरीके से लड़ाई-झगड़ा होने की संभावना कम हो जाएगी।
चीजों को थोड़ा समय दें
अगर आप अपनी कोई बात पेरेंट्स को समझाना चाहते हैं, लेकिन वो नहीं मान रहे तो उनको थोड़ा समय दें। जब तक चीजें शांत नहीं हो जाती तब तक इस विषय पर उनसे बात न करें।
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शांति से अपनी बात रखें
अगर आपको लगता है कि अब चीजें थोड़ा ठीक हो रही हैं, तो शांति से अपनी बात रखने की कोशिश करें। इसके लिए आप कोई फैमिली ट्रिप भी प्लान कर सकते हैं, जिससे माहौल नॉर्मल हो पाए और आप अपनी बात रख पाएं।
एक्सपर्ट की बताई इन खास टिप्स की मदद से आपको पेरेंट्स के साथ रिश्ते बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
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