
आपने ज्यादातर लोगों में वजन वढ़ने का कारण थायरॉयड सुना होगा। दरअसल, गले में स्थित थायरॉयड ग्रंथि के बढ़ने पर शरीर का वजन तेजी के साथ बढ़ने लगता है। अभी तक ज्यादातर मामलों में थायरॉयड में बढोतरी या हाइपोथारॉयडिज्यम को मोटापे के साथ जोड़ कर देखा जाता रहा है।
एक नए अध्ययन से साफ हुआ कि अधिक वजन वाले लोगों में थायरॉयड हार्मोन के सामान्य स्तर पर पहुंचने के बावजूद भी उनमें से ज्यादातर का वजन कम नहीं हुआ। शोधकर्ताओं ने हाइपोथायरॉयडिज्म और मोटापे के बीच रिश्ते की पूर्व प्रचलित धारणा का पता लागने के लिए इससे ग्रस्त मरीजों पर आठ साल तक परीक्षण किया।
उन्होंने पाया कि हाइपोथायरॉयडिज्म का विशेष उपचार शुरू करने के 24 महीने बाद भी केवल 52 प्रतिशत मरीजों के वजन में कमी आई। मिशिमन मेडिकल सेंटर के प्राध्यापक रोनाल्ड जे कोईग ने कहा कि हमारे द्वारा किए गए ताजा अध्ययन से साफ तौर पर पता चला है कि थायरॉयड के संतुलित होने के बाद भी लगभग आधे लोगों के अधिक वजन में कोई बदलाव नहीं आया।
इस अध्ययन के परिणाम पोर्टो रिको के सन जुआन में अमेरिकी थायरॉयड सम्मेलन में जल्द ही प्रस्तुत किए जाने हैं। कोईग ने यह भी कहा कि यह अपनी किस्म का पहला अध्ययन है।
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