Things You Should Never Do To Your Breast: महिलाओं के लिए ब्रेस्ट (स्तन) उनकी शारीरिक बनावट का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ब्रेस्ट में ऐसे ग्लैंड्स मौजूद होते हैं जिसकी मदद से दूध का उत्पादन होता है। यह दूध नवजात शिशु को पोषण प्रदान करने के लिए उपयोगी साबित होता है। ब्रेस्ट में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रॉन नाम के दो हार्मोन्स की मदद से ब्रेस्ट टिशू बनते हैं जो कि प्रेग्नेंसी, पीरियड्स, स्तन के स्वास्थ्य को कंट्रोल करने में अहम भूमिका निभाते हैं। ब्रेस्ट एक तरह की झिल्ली से बने होते हैं। इसकी मदद से ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों को पहचानने में मदद मिलती है। जब आप महिलाओं के स्वास्थ्य में ब्रेस्ट इतनी अहम भूमिका निभाते हैं, तो आपकी भी जिम्मेदारी बनती हैं कि ब्रेस्ट की देखभाल में कोई गलती न हो। लेकिन अक्सर महिलाओं की गलत आदतों के कारण ब्रेस्ट की देखभाल में चूंक हो जाती और इसका खामियाजा आपको भुगतना पड़ता है। इस लेख में हम बताएंगे कुछ कॉमन गलतियों के बारे में जो ब्रेस्ट की सेहत को खराब कर सकती हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हम गाइनोकॉलोजिस्ट डॉ तनुश्री पांडे के एक वीडिया में बताए गए तथ्यों को लेख के रूप में आपके साथ साझा कर रहे हैं।
1. स्तन की बनावट पर ध्यान देना- Focusing More on Appearance of Breast
अगर आपको लगता है कि आपके ब्रेस्ट की बनावट या साइज ठीक नहीं है, तो चिंता न करें आप अकेली नहीं हैं। कई महिलाएं आप ही की तरह ऐसा सोचती हैं कि उनके ब्रेस्ट ज्यादा ढीले, छोटे या ज्यादा बड़े हैं। कुछ महिलाओं के स्तन पर बाल होते हैं। लेकिन स्तन पर बाल होना सामान्य है। पुरुषों की तरह महिलाओं के स्तन पर भी बाल हो सकते हैं। इसमें शर्म या डर की कोई बात नहीं है। कई महिलाओं को लगता है कि ब्रा न पहनने से ब्रेस्ट ढीले हो जाते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। जिन लोगों का वजन ज्यादा होता है या जो महिलाएं शिशु को ब्रेस्टफीडिंग करवा रही हैं, उन्हें सैगिंग ब्रेस्ट (ढीले ब्रेस्ट) की समस्या हो सकती है। आपको स्तन की बनावट के बजाय उसकी सेहत पर गौर करना है।
2. स्तन के आसामान्य लक्षणों पर गौर न करना- Unusual Breast Symptoms
अगर स्तन से डिस्चार्ज हो रहा है, तो इस पर ध्यान दें। स्तन का रंग संतरे के छिलके के रंग या स्किन की तरह दिखे, तो डॉक्टर से जांच करवाएं। स्तन के हिस्से में लिम्फ नोड्स होते हैं इसलिए किसी भी असामान्य गांठ को नजरअंदाज न करें। इसके अलावा इन असामान्य लक्षणों पर भी गौर करें-
- निप्पल में छाले होना
- ब्रेस्ट में लगातार बढ़ती सूजन
- स्तन की त्वचा में बार-बार छिद्र या घाव होना
- निप्पल या स्तन में से खून निकलना
- निप्पल में रूखापन या बदलाव आना
3. गलत साइज की ब्रा पहनना- Wearing Wrong Size Bra
आपको बता दें कि गलत साइज की ब्रा पहनना महिलाओं में एक बड़ी समस्या है। इसका सीधा असर ब्रेस्ट की सेहत पर पड़ता है। ज्यादा ढीली या टाइट ब्रा पहनने से बचना चाहिए। ऐसा भी नहीं है कि आपको हर समय ब्रा पहनने की जरूरत है। रात को सोते समय आप ब्रेस्ट को आराम दें और ब्रा हटाकर सोएं। इसके अलावा एक्सरसाइज या स्पोर्ट्स एक्टिविटी के दौरान स्पोर्ट्स ब्रा पहनें।
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4. निप्पल पियर्सिंग करवाना- Nipple Piercing
आजकल निप्पल पियर्सिंग करवाने वालों की संख्या बढ़ रही है। यह एक तरह का फैशन बन चुका है। लेकिन आपको बता दें कि पियर्सिंग के क्षेत्र में बैक्टीरियल इन्फेक्शन का खतरा दोगुना होता है इसलिए इससे बचना चाहिए। बैक्टीरिया आपके खून के जरिए ब्रेस्ट में जा सकते हैं जिससे इन्फेक्शन ब्रेस्ट में फैल सकता है। अगर पियर्सिंग के कारण निप्पल में फोड़ा या घाव हो गया, तो शिशु को स्तनपान करवाने में भी आपको परेशानी होगी। बेहतर है कि ब्रेस्ट को सुरक्षित रखने के लिए पियर्सिंग से बचना चाहिए।
5. साफ-सफाई का ख्याल न रखना- Avoiding Breast Cleaning
ब्रेस्ट महिलाओं के शरीर का नाजुक हिस्सा है। ब्रेस्ट को साफ रखने की जिम्मेदारी भी आपकी है। रोज नहाते समय ब्रेस्ट की त्वचा को माइल्ड साबुन और पानी की मदद से साफ करें। ब्रेस्ट को ड्राईनेस और ब्रेस्ट एक्जिमा (ब्रेस्ट एक्जिमा) से बचाने के लिए नियमित रूप से एंटीसेप्टिक क्रीम लगाएं। हर दिन साफ ब्रा पहनें और ब्रेस्ट एरिया को पसीने से बचाएं। इन टिप्स को फॉलो करेंगी, तो ब्रेस्ट को हेल्दी रख पाएंगी।
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