Risk of Miscarriage During IVF Treatment: जो महिलाएं प्राकृतिक तौर पर कंसीव नहीं कर पातीं, वह आईवीएफ का सहारा लेती हैं। फर्टिलिटी क्षमता कम होने के कारण या अन्य कोई शारीरिक समस्या के कारण आईवीएफ ट्रीटमेंट की मदद ली जाती है। आपको बता दें कि आईवीएफ ट्रीटमेंट सफल रहता है लेकिन इसके जरिए कंसीव करने में मिसकैरेज का खतरा बना रहता है। मिसकैरेज का खतरा, नेचुरल प्रेग्नेंसी की तुलना में, आईवीएफ में ज्यादा रहता है। अगर आप भी आईवीएफ ट्रीटमेंट के जरिए कंसीव कर रही हैं, तो मिसकैरेज के खतरे से बचने के लिए कुछ आसान टिप्स फॉलो कर सकती हैं। इन टिप्स को विस्तार से आगे जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के झलकारीबाई अस्पताल की गाइनोकॉलोजिस्ट डॉ दीपा शर्मा से बात की।
आईवीएफ के बाद गर्भपात की संभावना कैसे कम करें?- Tips to Prevent Miscarriage After IVF Treatment
- आईवीएफ ट्रीटमेंट के दौरान आपको टीएसएच हार्मोन पर ध्यान देना चाहिए। इसका असामान्य स्तर, मिसकैरेज का कारण बनता है।
- आईवीएफ ट्रीटमेंट से पहले हिस्टेरोस्कोपी करवाने की सलाह भी दी जाती है। हिस्टेरोस्कोपी करवाने से मिसकैरेज के खतरे को कम किया जा सकता है।
- खराब ब्लड सर्कुलेशन के कारण मिसकैरेज का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए खून से संबंधित विकार का पता लगाने के लिए डॉक्टर की सलाह पर ब्लड टेस्ट करवाएं।
- फर्टिलिटी ट्रीटमेंट का प्रभाव कई बार गर्भाशय ग्रीवा पर पड़ सकता है और इससे डिलीवरी से पहले ही गर्भाशय ग्रीवा का मुंंह खुल सकता है। यह गर्भपात का बड़ा कारण बन सकता है। गर्भाशय ग्रीवा के असामान्य लक्षण नजर आने पर डॉक्टर से बात करें।
- जिन महिलाओं की उम्र 40 या उससे ज्यादा है, जिन्हें थायराइड, मोटापे या डायबिटीज जैसी बीमारियां हैं, उनमें गर्भपात की संभावना ज्यादा होती है, इसलिए बीमारी के लक्षणों को कंट्रोल करें।
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गर्भपात की संभावना घटाने के लिए लाइफस्टाइल बदलें- Change Your Lifestyle To Prevent Miscarriage
आईवीएफ ट्रीटमेंट के बाद, गर्भपात की संभावना को कम करने के लिए इन टिप्स को अपनाएं-
- आईवीएफ ट्रीटमेंट के बाद, गर्भपात की संभावना को कम करने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं। संतुलित आहार लें जिसमें फल, सब्जियां, होल ग्रेन्स और प्रोटीन शामिल हो।
- धूम्रपान, शराब और नशीली चीजों के प्रयोग से बचें। यह आपको खतरे में डाल सकती हैं।
- आईवीएफ ट्रीटमेंट में समय पर दवा का पालन करना जरूरी है। अगर डॉक्टर ने सप्लीमेंट्स का सेवन करने के लिए बताया है, तो उसे भी फॉलो करें।
- आईवीएफ के बाद, गर्भपात के खतरे से बचना चाहती हैं, तो तनाव से बचें। डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें और मेडिटेशन से तनाव कम करें।
- किसी भारी चीज को न उठाएं और अधिक गर्म तापमान में न रहें, इससे गर्भपात का जोखिम बढ़ सकता है।
- अगर आप आईवीएफ के बाद गर्भपात की संभावना को लेकर चिंतित हैं, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें और ट्रीटमेंट से जुड़े सभी नियमों का पालन करें।
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