Right Way to Eat Non- Vegetarian Food : आज की तेज रफ्तार जिंदगी में लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर ज्यादा सतर्क हो गए हैं। खासकर पिछले कुछ सालों में जब बर्ड फ्लू और विभिन्न तरह के जानवरों से फैलने वाले इंफेक्शन के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे में लोग नॉनवेज फूड खाने को लेकर कई तरह की भ्रांतियां फैली हुई हैं। ज्यादातर लोगों का मानना होता है कि नॉन वेज फूड खाने से पेट में दर्द, गैस और पाचन से जुड़ी विभिन्न प्रकार की बीमारियां होती हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। सही तरीके से और सही मात्रा में अगर नॉन वेजिटेरियन फूड खाया जाए, तो इससे सेहत को नुकसान नहीं पहुंचता है। करीना कपूर और बॉलीवुड के कई बड़े स्टार्स की न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने नॉन वेज फूड खाने का सही तरीका बताया है।
क्या है नॉन वेज फूड खाने का सही तरीका
रुजुता दिवेकर का मानना है कि मांसाहारी आहार अगर सही तरीके, समय और मात्रा में खाया जाए, तो यह शरीर के लिए पोषण का एक बेहतरीन स्रोत बन सकता है। न्यूट्रिशनिस्ट कहती हैं कि विवाद यह नहीं है कि आप शाकाहारी हैं या मांसाहारी, बल्कि यह जरूरी है कि आप जो भी खा रहे हैं वो स्थानीय, मौसमी और पारंपरिक हो। रुजुता दिवेकर कहती हैं कि ज्यादातर लोग नॉनवेज फूड जैसे कि चिकन, फिश और मटन को स्नैक की तरह खाते हैं, जैसे तंदूरी चिकन, टिक्का या कबाब। लेकिन ये तरीका बिल्कुल गलत है। नॉनवेज फूड को हमेशा एक थाली के साथ खाना चाहिए। खाने की थाली जिसमें दाल, चावल, रोटी, सब्जी हो तो उसके साथ एक कटोरी चिकन, फिश या मटन से बनें फूड्स खाने चाहिए। खाने की थाली के साथ जब नॉनवेज फूड को बैलेंस्ड किया जाए, तो शरीर पर किसी भी प्रकार का नेगेटिव इफेक्ट नहीं पड़ता है।
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दादी-नानी के अनुसार क्या है नॉनवेज खाने का सही तरीका
इंस्टाग्राम पर शेयर किए गए वीडियो में न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर कहती हैं, हमारी दादी-नानी भी कहा करती थी कि हर दिन नॉनवेज खाना भी सही नहीं है। इसलिए अगर आप कुछ दिन छोड़कर ये खाते हैं, तो वो सही तरीका है। नॉनवेज खाने के बाद शरीर को लंबे समय तक इसे पचाने में वक्त लगता है। अगर आप नॉनवेज फूड खाते हैं, तो सप्ताह में 2 से 3 बार खाएं। इससे शरीर को सही आराम मिलता है और नॉनवेज फूड सही तरीके से पचता है। नॉनवेज खाने वाले लोगों को सप्ताह के बाकी दिन फ्रेश फ्रूट, हरी सब्जियां और फाइबर युक्त फूड खाने चाहिए।
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हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, नॉनवेज खाने का सबसे अच्छा समय दोपहर का होता है, जब हमारी पाचन शक्ति सबसे अधिक सक्रिय होती है। दोपहर के समय नॉनवेज खाने से इसमें मौजूद प्रोटीन और फैट्स को पचाने के लिए शरीर को सही समय मिलता है। दोपहर के समय नॉनवेज खाने से इसके पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है।
नॉनवेज खाने का गलत समय क्या है- What is the wrong time to eat non veg
रात के समय नॉनवेज खाने को गलत माना जाता है। रात में शरीर की पाचन क्रिया धीमी हो जाती है, जिससे नॉनवेज फूडको पचाना कठिन हो सकता है। इससे गैस, एसिडिटी, ब्लोटिंग और वजन बढ़ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर आप रात को नॉनवेज खाना चाहते हैं, तो साथ में सलाद का सेवन जरूर करें।
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पारंपरिक तरीके से ही क्यों खाना चाहिए नॉनवेज फूड- Why should non-veg food be eaten in the traditional way
रुजुता बार-बार इस बात पर जोर देती हैं कि नॉनवेज फूड का सेवन पारंपरिक भारतीय तरीकों से किया जाना चाहिए। जैसे घर का बना चिकन करी, मटन सूप, अंडा भुर्जी आदि। यह फास्ट फूड या अत्यधिक प्रोसेस्ड नॉनवेज जैसे सॉसेज, नगेट्स या फिश फिंगर्स से कहीं बेहतर होते हैं। प्रोसेसिंग नॉनवेज फूड में तेल और मसालों का इस्तेमाल होता है, जो स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है। पारंपरिक तरीके से पकाया गया नॉनवेज फूड स्वाद और स्वास्थ्य दोनों का संतुलन होता है।
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निष्कर्ष
रुजुता दिवेकर के अनुसार, नॉनवेज को लेकर सही सोच यह होनी चाहिए कि यह भी भोजन का हिस्सा है। नॉनलेज फूड को मौसम, पारंपरिक और सीमित मात्रा में खाया जाए तो यह शरीर के लिए फायदेमंद होता है।
FAQ
नॉनवेज के साथ क्या खाना चाहिए?
नॉनवेज के साथ बाजरा, ज्वार की रोटी, चावल, देसी घी, हरी सब्जी और सलाद खाना अच्छा होता है। न्यूट्रिशनिस्ट बताते हैं कि नॉनवेज फूड में हाई प्रोटीन होता है। इसलिए हमेशा इसके साथ ऐसी चीजें खानी चाहिए, जिसमें लाइट कार्ब्स और फाइबर मौजूद हों।क्या प्रोसेस्ड नॉनवेज फायदेमंद है?
प्रोसेस्ड फूड जैसे सॉस और पैकेज्ड कबाब में अतिरिक्त सोडियम, तेल और केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। यही कारण है कि प्रोसेस्ड नॉनवेज फूड स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल भी फायदेमंद नहीं माने जाते हैं।मानसून में नॉनवेज खाना चाहिए या नहीं?
मानसून में मछली से परहेज करना चाहिए क्योंकि यह उनका प्रजनन काल होता है। लेकिन मानसून में चिकन और अंडे एक सीमित मात्रा में खाए जा सकते हैं।