शरीर में मोटापा और कई अनुवांशिक कारणों की वजह से दुनियाभर के करोड़ों लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं। इसस रोग में रक्त में शुगर का स्तर बढ़ जाता है। इसकी वजह से हार्ट डिजीज होने का खतरा भी अधिक होता है। लेकिन यदि आप डाइट और लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव करें तो इससे आप डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं। वहीं, डायबिटीज के लक्षणों को नजरअंदाज करना आपके लिए खतरनाक हो सकता है। डायबिटीज के लोगों को समय-समय पर इसे मॉनिटर करने की सलाह दी जाती है। इससे आप डायबिटीज के लक्षणों से बचाव कर सकते हैं। इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के कार्डियोवैस्कुलर एंड एरोटिक सर्जरी के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. निरंजन हिरेमठ से जानते हैं कि डायबिटीज के रोगियों में हार्ट डिजीज (Heart Attack Symptoms In Diabetes) होने पर किस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं। आगे जानते हैं इन लक्षणों के बारे में।
डायबिटीज रोगियों में हार्ट डिजीज होने पर दिखाई देते हैं ये लक्षण - Symptoms Of Heart Attack in Diabetes Patients In Hindi
सांस लेने में परेशानी होना
डायबिटीज के मरीजों में सांस लेने में परेशानी होना हार्ट डिजीज या हार्ट अटैक से जुड़ा एक मुख्य लक्षण माना जाता है। यह समस्या आपको धीरे-धीरे से शुरू होती है। इसमें दौरान व्यक्ति के अक्सर सीने में हल्का दर्द रहता है। दरअसल, डायबिटीज के रोगियों की नसे डैमेज होने लगती है। ऐसे में ऑक्सीजन मिलने में परेशानी हो सकती है। यह हार्ट अटैक की ओर संकेत करता है।
सीने में दर्द होना
डायबिटीज के मरीजों में हार्ट डिजीज होने पर सीने में दर्द होने लगता है। हालांकि, यह दर्द कुछ समय के लिए ही हो सकता है। लेकिन इसका संबंध हार्ट डिजीज से हो सकता है। अगर, आपको डायबिटीज के साथ इस तरह के लक्षण महसूस हो तो ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए।
अधिक पसीना आना
डायबिटीज के कुछ मरीजों को सामान्य से ज्यादा पसीना आता है। यह हार्ट डिजीज जैसे हार्ट अटैक की ओर संकेत कर सकता है। ऐसे आप बॉडी के टेम्परेचर को नियंत्रित रखें। अधिक पसीना आने के साथ सांस लेने में तकलीफ होने के लक्षण महसूस हो रहें हैं तो ऐसे में डॉक्टर से मिलकर कंप्लीट चेकअप करा सकते हैं।
चक्कर आना
डायबिटीज के दौरान नसों पर दबाव पड़ता है। इससे व्यक्ति को ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होने हार्ट के कार्य पर दुष्प्रभाव पड़ता है। ऐसे में आपको हार्ट अटैक व हार्ट संबंधी अन्य समस्याएं होने का खतरा अधिक रहता है।
थकान रहना
डायबिटीज के मरीजों को थकान रह सकती है। लेकिन, अगर आपको थोड़ा सा काम करने के बाद भी ज्यादा थकान महसूस हो रही है तो यह हार्ट के लिए खतरना क हो सकती है। दरअसल, जब हार्ट बॉडी के सभी अंगों तक रक्त पहुंचाने में ज्यादा प्रेशर करता है तो ऐसे में आपको थकान व कमजोरी महसूस हो सकती है। ये लक्षण भी हार्ट संबंधी रोग की ओर इशारा करता है।
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डायबिटीज के रोगियों को हार्ट रोग होने का जोखिम अधिक होता है। ऐसे में आपको डाइट में बदलाव करना चाहिए। साथ ही, शुगर की मात्रा कम से कम लें। इसके अलावा, कोल्ड ड्रिंक्स और जंक फूड से दूरी बनाएं। डॉक्टर इस दौरान सिगरेट व शराब से दूरी बनाने की सलाह देते हैं। साथ ही, पर्याप्त नींद लेने से भी आप डायबिटीज के लक्षणों के कंट्रोल कर सकते हैं। नियमित एक्सरसाइज से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे आपको हार्ट संबंधी रोग होने की संभावना कम होती है।