
Brain Cancer Symptoms- ब्रेन कैंसर दिमाग में होने वाली एक बीमारी है, जिसमें मस्तिष्क मस्तिष्क के ऊतकों में कैंसर सेल्स विकसित होते हैं। दिमाग में ये कैंसर सेल्स बड़े होकर अलग-अलग हिस्सों में फैल जाते हैं, जो काफी खतरनाक होते हैं। ब्रेन कैंसर होने का खतरा बच्चों से लेकर बुजुर्ग, हर वर्ग के व्यक्ति को होता है। ऐसे में अगर समय रहते ब्रेन कैंसर के लक्षणों को न समझा या पहचाना जाए तो ये जानलेवा भी बन सकता है। दरअसल ब्रेन कैंसर लोगों में कुछ ऐसे लक्षणों (Signs Of Brain Cancer) को दिखाता है, जिसे कई बार लोग सामान्य समझ कर अनदेखा कर देते हैं। दिमाग में कैंसर के लक्षण ट्यूमर के स्थान और आकार के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं। आइए, नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में एसोसिएट कंसल्टेंट और रेडिएशन ऑन्कोलॉजी डॉ. नीतू पांडे (Dr. Neetu Pandey, Associate Consultant, Radiation Oncology, Fortis Hospital, Noida) से जानते हैं ब्रेन कैंसर के क्या लक्षण होते हैं?
ब्रेन कैंसर होने के क्या लक्षण हैं?- What Are The Symptoms Of Brain Cancer in Hindi?
बार-बार सिरदर्द होना
सिरदर्द एक आम समस्या है, लेकिन ब्रेन कैंसर होने पर आपको लगातार या बदतर सिरदर्द का अनुभव हो सकता है। खासकर सुबह के समय सोकर उठने के बाद आपको सिर में दर्द की समस्या हो सकती है।
दौरे पड़ना
ब्रेन कैंसर होने पर दिमाग में न्यूरॉन्स की सक्रियता के कारण लोगों को दौरे पड़ सकते हैं। कई बार लोग उसे मिर्गी का दौरा समझ लेते हैं, क्योंकि उन्हें पता नहीं होता है कि दौरा पड़ना ब्रेन कैंसर का एक लक्षण है।
मतली और उल्टी होना
ब्रेन कैंसर के कारण आपके दिमाग और शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जो आप में उलटी और मतली की समस्या का कारण बन सकते हैं। दरअसल जब कैंसर स्कैल्प में बढ़ता है तो यह दिमाग के ऊतकों पर दबाव डाल सकता है या फिर दिमाग के अंदर तरल पदार्थ के फ्लो को बाधित कर सकता है, जिस कारण मरीज को मतली और उलटी होने लगती है।
आंखों से जुड़ी समस्याएं
अगर ब्रेन कैंसर आपके ऑप्टिक नर्व पर पर्याप्त दबाव डालता है, तो इसके कारण आपकी आंखों पर दबाव बढ़ सकता है। ब्रेन कैंसर होने पर आंखों में धुंधलापन, कम दिखाई देना और चमकती रोशनी दिखना जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। हालांकि जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता है, यह दिमाग में ऑप्टिक नर्व को प्रभावित करते हुए अंधेपन का का कारण भी बन सकता है।
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शरीर का सुन्न होना
अगर ट्यूमर नर्व के पास पहुंच जाता है या उस पर दबाव डालता है, तो कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों में न्यूरोपैथी की समस्या का कारण बन सकता है। दरअसल शरीर के कई हिस्सों की नसें दिमाग से जुड़ी होती है, जिस कारण कैंसर होने पर दिमाग शरीर के उन हिस्सों को सुन्न कर सकता है और कमजोरी का कारण भी बन सकता है। शरीर में कमजोरी होने के कारण व्यक्ति को चलने में समस्या या संतुलन बनाए रखने में परेशानी हो सकती है।
याददाश्त कमजोर होना
ब्रेन कैंसर का सीधा असर हमारे दिमाग पर पड़ता है, जिस कारण ये लोगों की याददाश्त कमजोर होने का कारण बन सकता है, जैसे नाम, कोई शब्द या तारीखें भूल जाना। बात बोलने के बाद याद न आना। ऐसे में मरीज को चीजें याद रखने में मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है।
बोलने में कठिनाई
ब्रेन कैंसर से पीड़ित लोगों को बोलने में या समझने में मुश्किल हो सकती है। ब्रेन कैंसर के कारण दिमाग पर बुरा प्रभाव पड़ता है, जो याददाश्त कमजोर करने के साथ बोली को भी प्रभावित कर सकता है।
ब्रेन कैंसर होने पर आपके शरीर में इस तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं, लेकिन जरूरी नहीं है कि हर व्यक्ति में ये लक्षण सामान्य हो। इसलिए अपने अंदर आने वाले बदलावों पर गौर करें और किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या होने पर डॉक्टर से जांच जरूर करवाएं।
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