Sycamore leaf and Dates Benefits Best way to Consume in Hindi: आजकल के हाईफाई जमाने में लोग कई तरह की शारीरिक परेशानियों से गुजर रहे हैं। किसी को ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होती है, कोई आधा किलोमीटर पैदल नहीं चल सकता है, किसी की मांसपेशियों में दर्द रहता है, किसी के घुटने 20 साल की उम्र में ही जवाब दे चुके हैं, तो कोई थोड़ा सा काम करके ही थक जाता है। अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा ही होता है तो सावधान हो जाइए। ये सभी लक्षण शारीरिक कमजोरी के हैं। खास बात यह है कि जो लोग बाहर से दिखने में चुस्त और दुरुस्त लगते हैं उनमें इस तरह की परेशानियां ज्यादा देखने को मिलती हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि जंक फूड्स, मानसिक तनाव और फिजिकल वर्कआउट कम होने की वजह से शारीरिक कमजोरी ज्यादा होती है। अगर आप या आपके जानने वाले इस तरह की परेशानियों से जूझ रहे हैं तो इस लेख में हम आपको शारीरिक कमजोरी दूर करने का एक खास उपाय बताने जा रहे हैं। इसकी जानकारी आदर्श आयुर्वेदिक फार्मेसी के डॉक्टर दीपक कुमार ने अपने इंस्टाग्राम पर दी है।
शारीरिक कमजोरी दूर करेगा गूलर
डॉ. दीपक कुमार के अनुसार, शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए गूलर का इस्तेमाल किया जा सकता है। गूलर को आयुर्वेद में रामबाण औषधि माना गया है। आयुर्वेदाचार्य शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए गूलर के पत्ते, फल, तना, छाल का सेवन करने की सलाह देते हैं।
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कैसे करें गूलर का इस्तेमाल?
एक्सपर्ट के अनुसार शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए 2 से 4 गूलर के ताजा पत्तों को ले लीजिए। गूलर के पत्तों को धो लीजिए और इसे पूरी तरीके से निचोड़ कर रस निकाल लीजिए। गूलर के रस में एक छुआरा डालिए। इसके बाद इसमें गूलर के दूध की 25 बूंद डालें। इसे रोजाना सुबह चबाकर-चबाकर खाएं। ऐसा करने से कुछ ही दिनों में शारीरिक कमजोरी दूर होती है।
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कमजोरी दूर करेगा गूलर के पत्ते और खजूर
एक्सपर्ट के अनुसार, जिन लोगों को शारीरिक कमजोरी ज्यादा है वह गूलर के पत्तों और खजूर के साथ खा सकते हैं। गूलर और खजूर का सेवन शरीर को ताकत देता है। साथ ही, हड्डियों को भी मजबूत बनाने में मदद करता है। शारीरिक कमजोरी दूर करने के लिए आप गूलर के पत्तों को खजूर के साथ चबाकर खा सकते हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि गूलर के पत्ते और खजूर का सेवन करने के साथ-साथ लोगों को रोजाना एक गिलास दूध का सेवन जरूर करना चाहिए। दूध में प्रोटीन और कैल्शियम पर्याप्त में पाया जाता है, जो शारीरिक कमजोरी को ठीक करने में मदद करता है।
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नोट: जिन लोगों को डायबिटीज, थायराइड या कोई बीमारी है और वह इसकी दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो गूलर के पत्ते, खजूर और दूध का सेवन करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह लें।
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