हमारे प्राचीन ग्रंथ में आयुर्वेद को भी शामिल किया जाता है। ग्रंथों के अनुसार शरीर के हर रोग को आयुर्वेद की चिकित्सा पद्धति से ठीक किया जा सकता है। इसमें हर छोटे बड़े रोग के लिए कई तरह की औषधियों और जड़ी-बूटियां बताई गई हैं। प्रकृति से प्राप्त यह जड़ी बूटियां हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। कुछ लोगों को पेट से जुड़ी समस्याएं अक्सर रहती है। इस तरह के व्यक्ति को अक्सर दस्त, अपच और एसिडिटी की समस्या रहती है। दस्त होने पर आप मंजिष्ठा का उपयोग (manjistha benefits for diarrhea) कर सकते हैं। फिलहाल, मंजिष्ठा को रक्त शुद्धि के लिए जाना जाता है, लेकिन इसके कई अन्य फायदे भी होते हैं। इस लेख में वेव क्योर सेंरट के नेचुरोपैथी डॉक्टर एस के पाठक से जानते हैं कि मंजिष्ठा किस तरह आपके दस्त को दूर करने में मदद कर सकता है।
मंजिष्ठा से दस्त को कैसे कम करें? - Manjistha To Control Diarrhea in hindi
एंटी-माइक्रोबियल गुण
मंजिष्ठा में प्राकृतिक रूप से एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं। दस्त आमतौर पर बैक्टीरिया या वायरस के संक्रमण के कारण होता है। मंजिष्ठा इन हानिकारक बैक्टीरियाओं को दूर में मदद करती है, जिससे दस्त के कारण होने वाले इंफेक्शन को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके नियमित सेवन से शरीर में हानिकारक बैक्टीरिया की वृद्धि रुक जाती है, जिससे पेट की समस्या से राहत मिलती है।
पाचन तंत्र को बेहतर बनाएं
मंजिष्ठा का उपयोग पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में किया जाता है। इसके उपयोग से पाचन क्रिया में सुधार होता है और अपच, गैस और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है। जब पाचन तंत्र सही ढंग से काम करता है, तो दस्त जैसी समस्याओं की संभावना भी कम हो जाती है। मंजिष्ठा का सेवन दस्त के दौरान पाचन तंत्र (Digestion) को मजबूत बनाने और इसे सामान्य करने में मदद करता है।
आंतों की सूजन को कम करना
दस्त के कारण आंतों में सूजन आ सकती है, जिससे पेट में दर्द और ऐंठन होती है। मंजिष्ठा का एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इससे न केवल आंतों की सूजन कम होती है बल्कि दस्त के कारण होने वाली पेट की समस्याओं से भी राहत मिलती है। मंजिष्ठा के सेवन से आंतों की मांसपेशियां शांत होती हैं, जिससे दस्त में आराम मिलता है।
शरीर से विषाक्त पदार्थों दूर होना
मंजिष्ठा को रक्तशोधक के रूप में जाना जाता है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करती है। दस्त के दौरान शरीर से तरल पदार्थ के साथ विषाक्त पदार्थ भी बाहर निकलते हैं, जिससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है। मंजिष्ठा शरीर में विषाक्त पदार्थों के संचय को रोकती है और इन्हें बाहर निकालने में मदद करती है। यह दस्त के दौरान शरीर की सफाई प्रक्रिया को तेज करती है, जिससे रोगी को आराम मिलता है।
इम्यून सिस्टम को मजबूत करना
दस्त के दौरान शरीर कमजोर हो जाता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है। मंजिष्ठा का सेवन शरीर की प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम- immune system) को बढ़ाने में मदद करता है। यह शरीर को अंदर से मजबूत बनाती है, जिससे शरीर जल्दी से स्वस्थ हो सकता है और दस्त जैसी बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
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Manjistha To Control Diarrhea: दस्त होने पर आप मंजिष्ठा के पाउडर का सेवन कर सकते हैं। आज के समय में किसी भी आयुर्वेदिक दुकान से आप आसानी से मंजिष्ठा खरीद सकते हैं। इसके ऊपर बताएं फायदों के मुताबिक आप दस्त में दिन में एक बार मंजिष्ठा ले सकते हैं। दस्त होने पर आप आयुर्वेदाचार्य से सलाह लेकर मंजिष्ठा का सेवन कर सकते हैं।