जब हमारी बॉडी में हार्मोन लेवल्स चेंज होते हैं, तो अच्छा महसूस करने वाले हार्मोन सेरोटोनिन का लेवल भी बढ़ता है, और चूंकि चीनी खाने से सेरोटोनिन हार्मोन ज़्यादा रिलीज़ होता है, इसलिए मीठा खाने का मन भी ज़्यादा करता है।
स्वीट्स की तरफ मन ललचाने के ये हैं 5 कारण:
1- शुगर एक ड्रग की तरह है
जैसे किसी को अल्कोहल, कैफीन और निकोटीन की लत लग जाती है, वैसे ही शुगर भी एक लत ही है। अगर आपको मीठा खाने की आदत लग जाए, तो इसे छुड़ाना बेहद ही मुश्किल है। इसके लिए विलपावर की ज़रूरत होती है, क्योंकि बहुत ज़्यादा चीनी शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। इससे कई बीमारियां लग सकती हैं, जैसे डायबिटीज़। चीना की अगर एक बार लत लग जाए, तो यह कोकेन की तरह इफेक्ट दिखाती है। जैसे कोकेन से इंसान के दीमाग पर परदा पड़ जाता है और उसकी इसे छोड़ने की विलपावर खत्म हो जाती है, वैसा ही चीनी खाकर होता है। इसकी आदत ऐसी लगती है कि आपका हाथ चीज़ पेस्ट्री पर जाने से कभी नहीं रुकेगा, क्योंकि आपका दिमाग कोई और सिग्नल लेने को तैयार ही नहीं है। इसलिए, चीनी को अपनी डाइट में धीरे-धीरे कम करिए।
2- आप भरपूर प्रोटीन नहीं खा रहे
हमारी बॉडी को एनर्जी की ज़रूरत होती है, जो प्रोटीन डाइट से पूरी होती है। अगर हम पूरे दिन कुछ ऐसा नहीं खाएंगे, जिसमें प्रोटीन्स हों, तो हमें लगेगा जैसे शरीर में जान ही नहीं है। इस वजह से हम कुछ मीठा खाना चाहते हैं, जैसे- आम, चॉकलेट या फिर कोई मिठाई ताकि हम दोबारा एनर्जेटिक फील कर सकें। इसलिए, ध्यान रहे कि आप हाई-प्रोटीन डाइट लें। इससे आपके मन में मीठा खाने की इच्छा कम जागेगी।
3- आप खुद पर कंट्रोल नहीं रख पाते
आप पूरा दिन ठीक से डाइट फॉलो करते हैं। सब कुछ हेल्दी खाते हैं। लेकिन, शाम होते ही आप जिमिंग और डाइटिंग से इतना थक जाते हैं कि एक चॉकलेट या डोनट तो खा ही लेते हैं। इससे आपका पूरे दिन का हार्ड वर्क वेस्ट चला जाता है। अगर इतनी मेहनत करने के बाद, आपका मन मीठा खाने का करता है, तो कोई मूवी लगा लें, अपने कुत्ते को बाहर घुमा लें या फिर दोस्तों से फोन पर बातें कर लें। स्टॉन्ग विलपावर रखेंगे, तभी मीठा लिमिट में खा पाएंगे।
4- स्ट्रेस के चलते स्वीट्स का सेवन
कई लोगों को जब स्ट्रेस होता है, तो वो चॉकलेट या कुछ मीठा खाना पसंद करते हैं। कहते हैं कि स्ट्रेस के दौरान, मीठा खाने से मूड चेंज हो जाता है। यही कारण है कि ऐसे लोगों का स्ट्रेस की वजह से वेट भी बहुत जल्दी बढ़ जाता है।
5- हैपी टाइम की याद दिलाता है
कई बार हम चाहते हैं कि खुश हों और कुछ-कुछ याद करके खुश होने की कोशिश करते हैं। इसी बीच हम कब मीठा खाना शुरू कर देते हैं, हमें भी नहीं पता चलता। बस हम आराम से टीवी के सामने बैठ जाते हैं, और अपने मूड के हिसाब से फिल्म देखते हैं, या फिर किसी दोस्त के साथ आइसक्रीम, संडे खाने चले जाते हैं।