फ्रूट जूस पीने से 18 फीसदी बढ़ जाता है कैंसर का खतराः शोध

ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक सोडा पीने से न केवल मोटापा बढ़ने का खतरा रहता है बल्कि ये कैंसर के अधिक जोखिम से भी जुड़ा हो सकता है।
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फ्रूट जूस पीने से 18 फीसदी बढ़ जाता है कैंसर का खतराः  शोध


एक नए अध्ययन में खुलासा हुआ है कि सोडा पीने से न केवल मोटापा बढ़ने का खतरा रहता है बल्कि ये कैंसर के अधिक जोखिम से भी जुड़ा हो सकता है। हालांकि इस अध्ययन का सबसे चौंकाने वाला तथ्य यह है कि क्या फ्रूट जूस से भी कैंसर का जोखिम बढ़ता है। 

ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, रोजाना कोक की एक केन का एक तिहाई या फिर 3.4 आउंस सोडा पीने से कुछ कैंसर का जोखिम 18 फीसदी तक बढ़ सकता है। अकेले स्तन ट्यूमर की संभावना 22 फीसदी तक बढ़ी हुई पाई गई है। शोधकर्ताओं ने पाया कि जब लोग बिना मिठास वाला फ्रूट जूस समान मात्रा में पीते हैं तब भी उनमें कैंसर विकसित होने की संभावना रहती है।

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स्वीट ड्रिंक और कैंसर के बीच संबंध का पता लगाने वाली यह अपने आप में पहली रिसर्च है। शोधकर्ताओं ने पोषक तत्वों और स्वास्थ्य के बीच संबंध का पता लगाने के लिए फ्रांस में किए गए व्यापक प्रयासों का एक हिस्सा है।  अध्ययन के निष्कर्ष यह बताते हैं कि जिन फ्रूट जूस को स्वास्थ्य वर्धक के रूप में प्रचारित और प्रसारित किया जा रहा है यह उनपर एक धब्बा है।

अमेरिकन बेवेरेज एसोसिएशन ने एक बयान में कहा , '' सभी तरह पदार्थ चाहे उसमें शुगर है या नहीं एक संतुलित डाइट का हिस्से है और इन्हें पीना सुरक्षित है।'' समूह ने कहा, ''पेय कंपनियां कम या बिना शुगर, पैकेज के आकार और स्पष्ट कैलोरी वाली जानकारी के साथ अधिक विकल्प प्रदान करने के लिए काम कर रही हैं।''

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शोधकर्ताओं ने 97 पेय पदार्थों और कृत्रिम रूप से मिठास वाली 12 ड्रिंक की जांच की, जिसमें कार्बोनेट, स्पोर्ट ड्रिंक, सिरप और शुद्ध फ्रूट जूस शामिल हैं। अध्ययन में उन्होंने जो सहसंबंध पाया, उसका मतलब यह नहीं है कि पेय पदार्थ ही कैंसर को जन्म देते हैं। उन्होंने अध्ययन के लिए संबंध के कारणों को समझने की कोशिश नहीं की हालांकि शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया कि शुगर की आंत के फैट, ब्लड शुगर के स्तर और सूजन पर प्रभाव की भूमिका हो सकती है। उन्होंने कहा कि सोडा और फलों में कीटनाशकों में मिलावट का असर भी हो सकता है।

अध्ययन में पाया गया कि शुगर फ्री ड्रिंक से कैंसर का जोखिम  नहीं बढ़ता है हालांकि अध्ययन में शामिल कुछ लोगों से प्राप्त नतीजे ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं हो सकते। शोधकर्ताओं ने कहा कि पानी, बिना मिठास वाली चाय और कॉफी में भी बढ़ा खतरा नहीं दर्शाया गया है।

यह शोध फ्रांस के न्यूट्रीनेट सैंटे का हिस्सा थी।

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