मोटापा कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है। शरीर में फैट की मात्रा बढ़ने से डायबिटीज के साथ ही हार्ट से जुड़ी बीमारियों का भी जोखिम बढ़ जाता है। हाल ही में ब्लड एडवांसेस (Blood Advances) में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक मोटापा होने से ब्लड कैंसर होने का जोखिम बढ़ता है। मोटापे से ग्रसित लोगों में monoclonal gammopathy of undetermined significance (MGUS) की समस्या बढ़ सकती है। यह एक गंभीर स्थिति है, जिसे नजरअंदाज करने से शरीर में अन्य भी कई समस्याएं हो सकती हैं।
70 प्रतिशत तक बढ़ता है खतरा
स्टडी के शोधकर्ताओं के मुताबिक मोटापे से पीड़ित लोगों में ब्लड कैंसर होने का जोखिम 70 प्रतिशत तक बढ़ता है। शोधकर्ताओं ने स्टडी में 2628 लोगों को शामिल किया, जिसमें मोटापे से ग्रसित लोगों में मायलोमा का जोखिम 73 प्रतिशत तक पाया गया। वहीं, सामान्य वजन वाले लोगों में यह खतरा मोटे लोगों की तुलना में काफी कम था। शोधकर्ताओं की मानें तो 45 से 60 मिनट की जॉगिंग या फिर रनिंग करने से इस कैंसर के होने का खतरा कम हो सकता है। इस बीमरी के पीछे कई बार खराब जीवनशैली भी जिम्मेदार मानी जाती है।
क्या है मल्टीपल मायलोमा?
दरअसल, मल्टीपल मायलोमा एक प्रकार का ब्लड कैंसर होता है। जो सफेद रक्त कोशिकाओं में विकसित होता है। यह कैंसर होने पर कैंसर बेस्ड प्लाज्मा सेल्स बोन मैरो में जमा होने लगती हैं। प्लाजमा सेल्स एंटीबॉडीज बनाती हैं, जो शरीर को किटाणुओं से बचाने में मददगार साबित होती हैं। इस कैंसर के होने से प्रतिरक्षा प्रणाली पर भी प्रभाव पड़ता है। आमतौर पर यह समस्या सामान्य प्लाजमा से शुरू होकर बोन मैरो तक फैलती है।
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ब्लड कैंसर से बचने के तरीके
- ब्लड कैंसर से बचने के लिए आपको नियमित तौर पर एक्सरसाइज और वर्कआउट करना चाहिए। योग और प्राणायम करने से भी यह समस्या कम होती है।
- इसके लिए धूम्रपान और शराब पीने की आदत से परहेज करना चाहिए।
- कई बार यह समस्या जेनेटिक कारणों से भी हो सकती है।
- इस बीमारी के लक्षण नजर आने पर इसे बिलकुल नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
- ब्लड कैंसर से बचने के लिए आपको नियमित रूप से हेल्दी डाइट लेनी चाहिए।