Standing Yoga Asanas For Pregnant Women- प्रेग्नेंसी के दौरान योग करना मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। गर्भावस्था का समय किसी भी महिला के जीवन का सबसे सुखद और तकलीफों से भरा भी होता है। प्रेग्नेंसी के 9 महीने महिलाओं को कमर, पेट, पीठ, पैर और हाथों में दर्द की समस्या बनी रहती है। जिससे राहत पाने के लिए आप योगासन कर सकते हैं। योग न सिर्फ आपको शारीरिक तौर पर स्वस्थ रखने बल्कि मानसिक तौर पर भी हेल्दी रखता है। लेकिन गर्भावस्था के समय महिलाओं को झुकना मना होता है, और प्रसव का दिन नजदीक आते-आते उन्हें झुकने में समस्या भी आने लगती है। वूमन हेल्थ और प्रजनन एक्सपर्ट महक खन्ना ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करके कुछ ऐसे योगासनों के बारे में बताया है, जो गर्भवती महिलाएं (Which Yoga is Best During Pregnancy) खड़े होकर कर सकती हैं।
गर्भवती महिलाएं खड़े होकर कौन-से योग कर सकती हैं? - Which Standing Yoga is Good For Pregnant Women in Hindi?
देवियासन - Goddess Pose
देवियासन को देवी मुद्रा भी कहा जाता है। प्रेग्नेंसी के दौरान इस मुद्रा को करने से शरीर के निचले हिस्से की मांसपेशियों, खासकर जांघों और ग्लूट्स को मजबूत करने में मदद मिलती है, जो गर्भावस्था के दौरान शरीर के बढ़ते वजन को संभालने के लिए जरूरी है। इस आसन को करने से हिप्स खुलते हैं, किसी भी तरह की असुविधा से राहत मिलती है और शरीर का लचीलापन बढ़ता है। इस मुद्रा में आप कम से कम 10 सेकेंड तक रहने की कोशिश करें।
ताड़ासन - Dynamic Asana
ताड़ासन को पर्वत मुद्रा के नाम से भी जाना जाता है, जो प्रेग्नेंसी के समय आपकी मुद्रा को बेहतर रखने और रीढ़ की हड्डी के संरेखण को बढ़ावा देता है, पीठ पर पड़ने वाले तनाव को कम करता है और इस दौरान पीठ में होने वाले दर्द को कम कर सकता है। इस योग मुद्रा को करने से पैर और कोर की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है और शरीर की स्थिरता बढ़ती है। गर्भावस्था के दौरान होने वाली थकान को कम करके शरीर को आराम देने में मदद करता है। ताड़ासन को आप रोजाना कम से कम 20 बार दोहराएं।
वीरभद्रासन - Warrior Asana
वीरभद्रासन करने से छाती, फेफड़ों और कंधों में खिंचाव होता है, जिससे सांस लेने की क्षमता को बढ़ावा मिलता है, जो गर्भावस्था के दौरान काफी जरूरी और फायदेमंद होता है। यह आसन पैरों, हाथों और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता है, मांसपेशियों की टोन बनाए रखने और रीढ़ की हड्डी को सहारा देने में मदद करता है। वीरभद्रासन प्रेग्नेंसी के दौरान मानसिक स्वास्थ्य में मदद करते हुए फोकस और एकाग्रता को बढ़ावा देता है। आप रोजाना इस आसन को कम से कम 10 सेकेंड के लिए करें।
इसे भी पढ़ें- मन को शांत रखने के लिए रोज करें ये 4 योगासन, तनाव होगा कम और दूर होगी बेचैनी
त्रिकोणासन - Triangle Pose
यह आसन पैरों, हिप्स और रीढ़ की मांशपेशियों को फैलाने और मजबूत करने में मदद करता है, जिससे प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले दर्द और समस्या से राहत मिलती है। त्रिकोणासन छाती को खोलकर सांस लेने की क्षमता और आराम को बढ़ाता है। इसके साथ पाचन से जुड़ी समस्याओं को कम करने में मदद मिलती है। इस आसन को 10-10 सेकेंड दोनों साइड करें।
वृक्षासन - Tree Pose
वृक्षासन करने से शरीर के संतुलन और स्थिरता में सुधार होता है, जो गर्भावस्था के दौरान गिरने और शरीर को असंतुलित होने से रोकने में मदद कर सकता है। यह योगासन पैरों और कोर की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, मानसिक फोकस और एकाग्रता को बढ़ावा देता है। साथ ही गर्भावस्था के दौरान होने वाले तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है। वृक्षासन आप रोजाना कम से कम 10 सेकेंड के लिए करें।
View this post on Instagram
खड़े होकर किए जाने वाले ये योग आसन गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। हालांकि गर्भवती महिलाओं के लिए जरूरी है कि वे किसी योग गुरु की निगरानी में ही इन योगासनों का अभ्यास करें।
Image Credit- Freepik