कई बार ऐसा होता है कि आप कुछ चीजें ऐसी करते हैं, जिन्हें आप जानते हैं कि नहीं करना चाहिए। लेकिन उन बुरी आदतों में से कुछ आपके मस्तिष्क को भी प्रभावित करती हैं। आपको हमेशा अपनी सेहत को ध्यान में रखकर ही कोई काम करना चाहिए। उदाहरण के लिए, कुछ लोगों को पता होता है कि धुम्रपान करना कितना खतरनाक हो सकता है, उसके बावजूद वे इसे छोड़ते नहीं हैं। नींद की कमी अल्जाइमर रोग सहित अन्य मनोभ्रंश बीमारियों का कारण हो सकती है। नियमित रूप से सोने सबसे अच्छा और फायदेमंद है। यदि आप नींद से परेशान हैं, तो शाम को शराब, कैफीन और इलेक्ट्रॉनिक्स का प्रयोग नहीं करना चाहिए। यहां हम आपको बताएंगे, अल्जाइमर जैसी परेशानियों के कारण और उनसे बचने के उपाय।
अकेले में रहना
अगर आप बहुत ज्यादा अकेले हैं, तो सामाजिक संपर्क बनाना आपके लिए लाभकारी हो सकता है। आपके कितने फेसबुक मित्र हैं यह मायने नहीं रखता, बल्की आपके साथ कितने दोस्तों का कनेक्शन सच्चा है यह जरूरी है। जिन लोगों के पास बस कुछ करीबी दोस्त हैं, वे खुश और अधिक एक्टिव पाये जाते हैं। उनके मस्तिष्क की गिरावट और अल्जाइमर से पीड़ित होने की संभावना भी कम होती है। यदि आप अकेला महसूस करते हैं, तो कुछ दोस्तों को बुलाएं या कुछ नया शुरू करें - साल्सा नृत्य, टेनिस, फुटबॉल जैसे खेल जिसमें अन्य लोग शामिल हो सकें। ऐसा करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
ज्यादा जंक फूड खाना
मानसिक स्वास्थ्य की परेशानियों से जुड़े लोग ज्यादातर वही हैं, जिनके आहार में बहुत सारे हैम्बर्गर, फ्राइज, आलू के चिप्स और शीतल पेय शामिल हैं। दूसरी ओर जामुन, साबुत अनाज, नट्स, और हरी पत्तेदार सब्जियां, मस्तिष्क के कार्य और धीमी मानसिक गिरावट को कम करती हैं। यदी आप चिप्स और फ्राइज खाने के बारे में सोचते हैं, तो ध्यान दीजिए, कि आप किसी हेल्दी चीज का ही सेवन करें। ऐसा करने के कारण आप दिमागी तौर पर मजबूत रहेंगे।
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हेडफ़ोन का अधिक प्रयोग
तेज आवाज में ईयरबड्स का प्रयोग करने से, आप केवल 30 मिनट में अपने कानों को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकते हैं। लेकिन यह समस्या सिर्फ आपके कानों से ही नहीं, बल्की मस्तिष्क की समस्याओं से भी जुड़ी होती है। यह अल्जाइमर और मस्तिष्क के ऊतकों को नुकसान पहुंचा सकती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि आपके मस्तिष्क को यह समझने में इतनी मेहनत करनी पड़ेगी कि आपके आस-पास जो कुछ कहा जा रहा है, वह क्या है। इसलिए इसे बंद कर दें, और एक समय में कुछ घंटों से अधिक सुनना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है।
एक्सरसाइज न करना
अगर आप सारे दिन केवल एक ही जगह पर रहते हैं, या बेड पर ही लेटे रहते हैं, तो यह आपकी सेहत के लिेए नुकसानदायक हो सकता है। नियमित व्यायाम के बिना आप जितने अधिक समय तक रहेंगे, आपको डिमेंशिया होने की संभावना उतनी ही बढ़ जाएगी। आपको मधुमेह, हृदय रोग और उच्च रक्तचाप होने की अधिक संभावना हो सकती है। ये सभी अल्जाइमर से जुड़े रोग हो सकते हैं। आपको मैराथॉन दौड़ शुरू नहीं करनी होगी, बगीचे या पार्क में आधे घंटे तक तेज चलना आपके लिए बेहतर होगा। जरूरी बात यह है, कि इसे सप्ताह में कम से कम 3 दिन करना आपके लिए फायदेमंद होगा।
भोजन का अधिक सेवन
यदि आप बहुत अधिक भोजन करते हैं, तो मस्तिष्क का मजबूती से निर्माण करने में सक्षम नहीं हो पाता है। जो आपको सोचने और याद रखने में मदद करता है, वो शक्ति भी कम हो जाती है। इसके कारण आपका अधिक वजन बढ़ सकता है, जिससे हृदय रोग, मधुमेह और उच्च रक्तचाप होने की संभावना हो सकती है। यह सब मस्तिष्क की समस्याओं और अल्जाइमर से जुड़े हुए रोग हैं। कोशिश करें कि केवल पौष्टिक आहार लें, फिट रहें और जिम या योगा करें।
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धुम्रपान करना
यह आपके मस्तिष्क को सिकोड़ सकता है, और यह सेहत के लिए बिल्कुल अच्छा नहीं है। इससे आपकी याददाश्त ख़राब होती है और आपको अल्जाइमर सहित डिमेंशिया होने की संभावना दोगुनी हो जाती है। यह हृदय रोग, मधुमेह, स्ट्रोक और उच्च रक्तचाप का भी कारण बनता है। सिगरेट का टार फेफड़ों को खराब करता है और धूम्रपान करने वालों में फेफड़े और गले के कैंसर का कारण बन सकता है। यह धूम्रपान करने वालों की उंगलियों और दांतों पर पीले-भूरे रंग के दाग के लिए भी जिम्मेदार है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए धुम्रपान न करें, यह आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
ज्यादातर अंधेरे में रहना
यदि आप प्राकृतिक रोशनी प्राप्त नहीं करते हैं, तो आप उदासी के शिकार हो सकते हैं, और यह आपके मस्तिष्क को धीमा कर सकता है। अंधेरे में रहने के कारण आपके मन में नकारात्मक विचार आने लगते हैं, जो आपके मस्तिष्क के लिए नुकसानदायक हैं। बुरे विचारों से आपके दिमाग पर अधिक जोर पड़ता है, और आपके सोचने की शक्ति भी कम होने लगती है। शोध से यह भी पता चलता है कि धूप आपके मस्तिष्क को अच्छी तरह से काम करने में मदद करती है। आपको अपने कमरे और ऑफिस में पर्याप्त मात्रा में धूप आने देनी चाहिए।
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