देश में कम हो रहे सिगरेट पीने वाले, लेकिन बढ़ रही महिला स्मोकर्स की संख्या

देश में पिछले दो सालों में सिगरेट पीने वालों की संख्या में कमी आई है। लेकिन पीने वालियों की संख्या में इजाफा हुआ है। जी हां, महिला स्मोकर्स की संख्या पिछले दो सालों में बढ़ी है।
  • SHARE
  • FOLLOW
देश में कम हो रहे सिगरेट पीने वाले, लेकिन बढ़ रही महिला स्मोकर्स की संख्या


खुशखबरी ! फिल्मी पर्दे पर दिखाए गए अल्टीमेटम- "स्मोकिंग इज इंज्युरियस टू हेल्थ", और सरकार की स्मोकिंग पर लगाए गए जुर्माने का असर हो गया है। हाल ही में आई रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि भारत में पिछले दो साल में सिगरेट पीने वालों की संख्या घटी है। हेल्थ मिनिस्ट्री के रिपोर्ट के मुताबिक 2014-15 में 93.2 अरब (स्टिक) सिगरेट की खपत हुई है। ये 2012 -13 में हुई खपत से 10 अरब कम है। साथ ही इन दो सालों में सिगरेट की प्रडक्टिवटी भी घटी है।

महिला स्मोकर्स

सिगरेट का प्रोडक्शन और कंजप्शन

सिगरेट को धुंए में उड़ाने के अलावा इसके प्रोडक्शन और कंजप्शन में भी कमी आई है। 2012-13 में 117 अरब सिगरेट बनी थी जबकि 2014-15 में 105.3 अरब सिगरेट बनाई गईं। वहीं 2013-14 में 101.8 फीसदी सिगरेट का कंजम्पशन हुआ था। वहीं, 2014-15 में 93.2 फीसदी सिगरेट का कंजप्शन रहा।

 

महिला स्मोकर्स बढ़े

लेकिन ये खुशखबरी अपने साथ एक दुख की खबर लाई है। सिगरेट पीने वालों की संख्या में तो कमी आई है लेकिन सिगरेट पीनेवालियों की संख्या बढ़ी है। मतलब महिला स्मोकर्स की संख्या में इजाफा हुआ है। भारत में महिला स्मोकर्स 32 सालों में 53 लाख से बढ़कर 1 करोड़ 24 लाख हो गई हैं। इन संख्याओं के साथ दुनिया में महिला स्मोकर्स के मामले में भारत दूसरे स्थान पर आ गया है। महिला स्मोकर्स के मामले में अमेरिका पहले स्थान पर है। तीसरे स्थान पर चाइना, चौथे स्थान पर रूस और पांचवे स्थान पर ब्राजील है।

 

187 देशों पर किया गया एनालिसिस

गौरतलब है कि 1980 में भारत में सिगरेट पीने वाली महिलाओं की संख्या 53 लाख थी जो 2012 में बढ़कर 1 करोड़ 24 लाख हो गई है। यह स्टडी यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन में इंस्टीटयूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवाल्युशन ने की थी। इस स्टडी में 1980 से 2012 तक के 187 देशों के डेटा को एनालिसिस किया गया है। ये चौंकाने के साथ डराने वाले तथ्य हैं कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में सिगरेट पीने की लत धीरे-धीरे बढ़ रही है।

 

Read more health news on hindi

Read Next

गंदे पानी को चंद सेकेंड में ऐसे कर सकते है शुद्ध

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version