मलेरिया के फैलते संक्रमण और उससे होने वाली बीमारियों को देखते हुए दुनिया के विशेषज्ञों ने कमर कस ली है। गौरतलब है कि 2015 में मलेरिया के 214 नए मामले मिले थे जिसमें से 438,000 मलेरिया ग्रस्त मरीजों की मौत हो गई थी। इस साल भी मलेरिया के लाखों नए मामले मिले हैं। खुद दिल्ली में ही बीते मंगलवार को मलेरिया से एक की मौत हो गई है। ऐसे में मलेरिया के लिए नई दवाई की काफी जरूरत है जो तुरंत मलेरिया के लक्षण को कम से कम कर सके।
इसी चुनौती को स्वीकार करते हुए पिछले कई दिनों से विशेषज्ञ इसकी नई दवा की खोज में लगे थे जो अब सफल होने के कगार पर खड़ी है। मेसाच्युट्स ऑफ टेक्नोलॉजी और हारवर्ड यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों ने एक नए केमिकल की खोज की है जिसका एक ही डोज़ मलेरिया का खात्मा करने के लिए काफी है।
चूहों पर किया गया शोध
इस केमिकल की जांच फिलहाल चूहों पर की गई है जिसके परिणाम सकारात्मक आए हैं। वो चूहा पिछले 30 दिनों से मलेरिया संक्रमित था। जब इस संक्रमित चूहे में इस केमिकल के एक ही डोज़ का इंजेक्ट किया गया तो चूहे के शरीर के सारे मलेरिया पैरासाइट तुरंत मर गए। ये केमिकल कंपाउड लीवर में पैरासाइट के शुरुआती चरण को ही खत्म कर देता है जहां से मलेरिया पैरासाइट खून में प्रवाहित होते हैं।
इन शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि ये केमिकल नई दवा बनाने में काफी सहायक हो सकते हैं। इस शोध को विज्ञान पत्रिका "नेचर" में प्रकाशित किया गया है। इस शोध के लिए बिल एंड मिलिंडा गेट्स की ओर से फंड किया गया है।
इस दवा के सिंगल डोज़ का ये फायदा है कि ये काफी सस्ता है औऱ ये तुरंत मरीजों की समस्याओं को ठीक कर देता है।
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