When To See A Psychiatrist?- शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य का बेहतर रहना बहुत जरूरी है। कई लोग मानसिक स्वास्थ्य को अक्सर हल्के में ले लेते हैं, जिस कारण कब उनका डिप्रेशन उनके शारीरिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करने लगता है पता नहीं चलता है। कई ऐसे भी लोग होते हैं, जिसके लिए मानसिक बीमारी कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं होती है, जिस कारण वे इसे नजरअंदाज कर देते हैं और ट्रीटमेंट भी नहीं लेते हैं। लेकिन अगर आप अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर रखना चाहते हैं और एंजायटी या तनाव को बढ़ने से रोकना चाहते हैं तो जरूरी है कि आप समय रहते इसे काबू कर लें। लेकिन अगर आप अपने तनाव के लक्षणों को नहीं पहचान पाते हैं और ये डिप्रेशन की समस्या बन जाती है तो आप अपने स्वभाव में आए बदलाव को पहचाने और तुरंत साइकेट्रिस्ट डॉक्टर को दिखाएं। ऐसे में आइए साइकेट्रिस्ट डॉ. इरा दत्ता से जानते हैं कि आपको किस तरह के लक्षण नजर आने पर मनोचिकित्सक के पास जाना चाहिए।
मनोचिकित्सक के पास कब जाना चाहिए? - How To Know That You Need A Psychiatrist in Hindi?
1. बिना कारण घबरा जाना
आप बिना किसी कारण के आसानी से छोटी-छोटी बातों को लेकर डर जाते हैं। इस दौरान आपको बहुत ज्यादा घबराहट होने लगती है तो यह मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का संकेत हो सकता है।
2. नींद के पैटर्न में बदलाव होना
अगर आपके नींद के पैटर्न में बदलाव हो रहा है और आप या तो बहुत ज्यादा सो रहें हैं या आपको नींद ही नहीं आ रही है तो ये तनाव या डिप्रेशन के लक्षण हो सकते हैं। हफ्ते से ज्यादा नींद के पैटर्न में इस तरह का बदलाव नजर आने पर एक्सपर्ट के पास जरूर जाएं।
3. मूड स्विंग्स होना
लगातार मूड में बदलाव होना, बिना कारण उदास रहना, चिड़चिड़ापन होना मानसिक समस्या से जुड़े लक्षण हो सकते हैं। अगर आपको दो या इससे ज्यादा हफ्तों तक मूड से जुड़े इस तरह के बदलाव नजर आए तो ये डिप्रेशन और तनाव का संकेत (Depression Symptoms) हो सकते हैं।
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4. खुद को बेकार समझना
ऐसी भावनाएं जो आप को खुद की नजरों में नकारा दिखाएं या बात-बात पर आपको निराश करें ये डिप्रेशन के लक्षण हो सकते हैं। ऐसी भावनाएं आने पर जरूरी है कि आप खुद पर विश्वास बनाए रखने की कोशिश करें और अगर आप इसमें सफल नहीं होते हैं तो किसी स्पेशलिस्ट की मदद लें।
5. भावनाओं पर काबू न पाना
अगर आप अपनी भावनाओं को कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं और लगातार उन्हें नियंत्रित करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, इसके साथ आपके व्यवहार में बदलाव आ रहा है तो ये डिप्रेशन के लक्षण हो सकते हैं। जिस पर कंट्रोल करने में कोई एक्सपर्ट ही आपकी मदद कर सकता है।
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अगर आपको लगातार ऐसे लक्षण नजर आएं, तो समझ जाएं कि आप डिप्रेशन की ओर जा रहे हैं और अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए जरूरी है कि आप मनोचिकित्सक से मदद लें।
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