Side Effects of Wearing New Clothes Without Washing: अक्सर लोग मॉल, शोरूम, सड़क किनारे की दुकान या फिर ऑनलाइन कपड़ों की शॉपिंग करते हैं। हाथ में नए कपड़े आते ही लोग उसे बिना कुछ सोचे-समझें सीधे पहन लेते हैं। ऐसे लोगों को अगर कोई टोक दें, तो तुरंत जवाब मिलता है कि मैं तो नए कपड़ों को ट्रायल ले रहा था। अगर आप भी नए कपड़ों को बिना धोए ऐसे ही पहन लेते हैं, तो सावधान हो जाइए। आपकी ये आदत सेहत और स्किन दोनों के लिए घातक साबित हो सकती है।
मुंबई स्थित किया स्किन एंड हेयर क्लीनिक की डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. तरूणा जैन का कहना है, "बाजार से लाए गए कपड़ों को बिना धोए पहनने से कई तरह की स्वास्थ्य और स्किन संबंधी समस्याएं होती हैं। दरअसल, लोग दुकानों से कपड़े खरीदने से पहले ट्रायल रुम में उसे चेक करते हैं और पसंद न आने पर वहीं छोड़ देते हैं। ठीक ऐसे ही ऑनलाइन शॉपिंग और शोरूम में होता है। कस्टमर द्वारा कपड़ों को नपसंद किए जाने के बाद दुकानदार उसे दोबारा रैक पर लगा देते हैं। इसके बाद यह कपड़े किसी दूसरे कस्टमर को बेच दिए जाते हैं।" डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. तरूणा जैन का कहना है कि इस तरह के कपड़ों को पहनने से स्किन इंफेक्शन और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
इसे भी पढ़ेंः इन 5 चीजों को मिलाकर घर पर बनाएं हर्बल शैंपू, बालों को मिलेंगे कई फायदे
नए कपड़े बिना धोए पहनने के नुकसान- Side Effects of Wearing New Clothes Without Washing
स्किन इंफेक्शन का खतरा
एक्सपर्ट का कहना है, "शोरूम, ऑनलाइन या दुकान से खरीदे गए कपड़ों को पहले ही कई लोग पहनकर देख चुके होते हैं। ऐसे में इन कपड़ों पर पसीने के बैक्टीरिया, वायरस और डेड स्किन जमा हो जाती है। जब आप इन कपड़ों को पहनते हैं तो वायरस और बैक्टीरिया आपकी त्वचा से संपर्क बनाते हैं, जिससे इंफेक्शन का खतरा हो सकता है।" नए कपड़ों को बिना धोए पहनने से त्वचा में खुजली, जलन, दाने और दाद जैसे स्किन प्रॉब्लम हो सकती है।
प्राइवेट पार्ट में इंफेक्शन का कारण
डॉक्टर का कहना है कि भारत में अब ज्यादातर लोग मिक्स सूती या फिर सिंथेटिक कपड़े पहनते हैं। सिंथेटिक कपड़ों को बनाने के लिए कई तरह के केमिकल्स का इस्तेमाल होता है। आज पेंट, शर्ट यहां तक की अंडरगारमेंट्स भी सिंथेटिक कपड़ों से बनाए जाते हैं। ऐसे में जब कोई इन्हें बिना धोए पहनता है, तो इससे प्राइवेट पार्ट में खुजली, इंफेक्शन समेत कई बीमारियां हो सकती हैं।
इसे भी पढ़ेंः प्रेग्नेंसी में पिंपल्स होने पर मैंने ट्राई किया ये घरेलू नुस्खा, 2 हफ्तों में मुझे मिला बेदाग चेहरा
कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस का कारण
कई बार देखा जाता है कि बाजार से लाए हुए कुछ कपड़े रंग छोड़ते हैं। कपड़ों के इस तरह रंग छोड़ने के संपर्क में आने से कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस हो सकता है। कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस में स्किन का फटना, सूजन आना, फफोले बनना और स्किन पर महीन दाने जैसी समस्या देखने को मिलती है। इसलिए जरूरी है कि नए कपड़ों को पहनने से पहले एक बार धो दिया जाए।
डायरिया और दस्त का कारण
डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. तरूणा जैन का कहना है, भारत में डिटर्जेंट से होने वाली एलर्जी भी बहुत आम है। किसी भी नए कपड़ों को बनाने के बाद इसे फैक्ट्री में साफ किया जाता है। फैक्ट्री में हार्ड डिटर्जेंट से साफ करते वक्त कुछ केमिकल्स कपड़ों पर रह जाते हैं। जब यह केमिकल किसी व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो डायरिया और दस्त का भी कारण बन सकते हैं। कुछ मामलों में बिना धोए नए कपड़े पहनने से यौन संबंधी बीमारियों का खतरा भी रहता है।
Image Credit: Freepik.com