Side Effects Of Sitting In A Bad Posture In Hindi: यह बात तो हम सभी जानते हैं कि बैठते वक्त हमारी कमर सीधी होनी चाहिए, कंधें चौड़े होने चाहिए और पीठ सीधी होनी चाहिए। अगर इस तरह न बैठ जाए, तो कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। लेकिन, हममें से शायद ही कोई व्यक्ति अपने बैठने के पोस्चर पर गौर करता है। हैरानी की बात है कि मौजूदा समय में डेस्क जॉब करने वाले लोगों की संख्या ज्यादा है। इसके बावजूद, उनका अपने पोस्चर की ओर ध्यान नहीं जाता है। इसके बजाय, वे झुककर बैठते हैं। ऐसा वे चाहे अनजाने में करें, लेकिन, इसकी वजह से उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आइए, जानते हैं कि झुककर बैठने से स्वास्थ्य को किस तरह के नुकसान होते हैं। इस बारे में हमने यश फिटनेस के फिटनेस ट्रेनर यश अग्रवाल से बातचीत की।
कमर झुक जाती है
जब आप लंबे समय तक झुककर बैठते हैं, तो इससे आपकी कमर में झुकाव आ जाता है। यहां तक कि खड़े होने और चलने के दौरान आपकी कमर झुकी रहती है। अगर समय रहते, अपने पोस्चर को सीधा न किया जाए, तो कमर में दर्द, रीढ़ की हड्डी में दर्द जैसी कई समस्याएं होने लगती हैं। यहां स्थाई कमर की समस्या भी बन सकती है।
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गर्दन में दर्द होने लगता है
आपको यह अहसास नहीं होता है पर जब आप लंबे समय तक झुककर बैठते हैं, तो इससे गर्दन में दर्द शुरू हो जाता है। यही नहीं, कंधे सामने की ओर झुक जाते हैं। इसके अलावा, मांसपेशियां भी कमजोर होने लगती है। कई बार गर्दन में अकड़न या छाती में तनाव के कारण, सिरदर्द की समस्या भी होने लगती है।
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पाचन संबंधी समस्या
अगर आप डेस्क जॉब करते हैं और 8 से 10 घंटे तक झुककर बैठते हैं, तो इससे आपके पेट पर काफी दबाव बनने लगता है। यानी गलत पोस्चर में बैठने के शरीर के अंदरूनी ऑर्गन पर दबने लगते हैं, जिससे डाइजेशन यानी पाचन क्षमता प्रभावित होने लगती है। अगर आप चाहते हैं कि ऐसा हो, तो बैठने या चलने-फिरने के दौरान अपनी कमर सीधी रखें।
ऊर्जा की कमी
झुककर बैठने का कारण अक्सर लोग खुद में ऊर्जा की कमी महसूस करते हैं। दरअसल, जब आप झुककर बैठते हैं, तो पेट पर बल पड़ता है, कंधे झुक जाते हैं और कमर भी टेढ़ी हो जाती है। शरीर का यह पोस्चर दिमाग को यह संकेत देता है कि आप शारीरिक रूप से ठीक नहीं है। नतीजतन, न चाहते हुए भी खुद में ऊर्जा की कमी महसूस करने लगते हैं।
ये समस्याएं भी होती हैं
- खराब पोस्चर में बैठने के कारण कुछ मसल्स पर अत्यधिक दबाव बनता है, जबकि अन्य का उपयोग हो जाता है। शरीर का भार भी कुछ मासंपेशियों पर ज्यादा बनने लगता है। वजन के असमान वितरण के कारण मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं।
- खराब पोस्चर में बैठने की वजह से लंग्स की क्षमता प्रभावित होने लगती है। झुककर बैठने के कारण सांस लेने के दौरान लंग्स पूरी तरह एक्सपैंड नहीं हो पाते। नतीजतन, सांस लेने में दिक्कत होस कती है।
- झुककर बैठने के कारण ब्लड सर्कुलेशन भी प्रभावित होता है। कई बार हाथ-पांव तक सही तरह से ब्लड नहीं पहुंच पाता, जिससे हाथ-पैर ठंडे हो सकते हैं और संभावित हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
यहां बताई गई सभी समस्याओं का एक ही समाधान है, सही पोस्चर में बैठना। सही पोस्चर में बैठने का मतलब है कि पेट पर ज्यादा बल ने दें, कंधों को खोलकर रखें, आगे की ओर झुककर न बैठें।