
केरल में जीका वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। हाल ही में कन्नूर की तालासेरी जिला अदालत में 7 लोगों के इस वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। दरअसल, यह 7 लोग कोर्ट के ही वकील, जज और कर्मचारी हैं। इनके अस्वस्थ महसूस होने के बाद ही कोर्ट को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। इससे पहले भी राज्य में जीका वायरस से संक्रमित एक मरीज की पुष्टि हो चुकी है। अब केरल में संक्रमितों का आंकड़ा कुल 8 हो चुका है।
गर्भवती महिलाओं पर रखी जाएगी नजर
इस वायरस से गर्भवती महिलाओं के साथ ही बच्चों और बुजुर्गों को भी खतरा है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने मंत्री वीणा ने कहा कि गर्भवती महिलाओं पर नजर रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह वायरस एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। यह वायरस सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है इसलिए उन्होंने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
इसे भी पढ़ें - मुंबई में मिला जीका वायरस का पहला मामला, बीएमसी हुई एलर्ट, जानें कितना खतरनाक है ये वायरस
बच्चों और बुजुर्गों को अधिक खतरा
स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसे लेकर एक विज्ञप्ति जारी की गई है, जिसमें बच्चों, बुजुर्गों और प्रेग्नेंट महिलाओं को खासतौर पर सतर्क रहने की सलाह दी गई है। इसके चलते जिला प्रशासन द्वारा इलाके के सभी अस्पतालों को अलर्ट रहने की सलाह दी है साथ ही इसकी रोकथाम के लिए भी कमर कस ली है। विभाग का कहना है कि यह वायरस बच्चों और बुजुर्गों को जल्दी अपनी चपेट में ले सकता है।
जीका वायरस के लक्षण
- जीका वायरस से संक्रमित होने वाले बहुत से लोगों में कोई लक्षण नहीं दिखते हैं।
- आमतौर पर इस वायरस से संक्रमित होने के 3 से 14 दिनों के अंदर आपको बुखार और जोड़ों में दर्द महसूस हो सकता है।
- जीका वायरस से संक्रमित होने पर शरीर में रैशेज होने के साथ ही कंजेक्टिवाइटिस की समस्या महसूस हो सकती है।
- इस वायरस की चपेट में आने पर आपको 2 दिन से लेकर एक हफ्ते के अंदर सिरदर्द के साथ ही मांसपेशियों में भी दर्द महसूस हो सकता है।
- शरीर में ऐसा कोई लक्षण दिखने पर तत्काल रूप से चिकित्सक की सलाह लें।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version