मुंबई में कोरोना वायरस फैलने के बाद अब जीका वायरस का मामला सामने आया है। शहर के चेंबूर इलाके के एक 79 वर्षीय बुजुर्ग में इसकी पुष्टि की गई है। इसे लेकर सरकार और बीएमसी काफी एक्टिव हो गए हैं। इस वायरस की रोकथाम करने के लिए राज्य में जरूरी सावधानियां बरती जा रही हैं। पिछले 7 दिनो में शहर में स्टमक फ्लू और डेंगू, मलेरिया आदि के मामले भी देखे गए हैं।
संक्रमित की हालत स्थिर
बीएमसी के अधिकारियों के मुताबिक जीका वायरस संक्रमित व्यक्ति की हालत फिलहाल स्थिर है। मरीज को 19 जुलाई से खांसी, बुखार और नाक बंद होने जैसे लक्षण दिखे थे। इसके बाद उसने डॉक्टर से संपर्क किया। दरअसल, मरीज को हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियां भी हैं। यही नहीं 20 साल पहले उसकी एंजियोप्लास्टी भी हो चुकी है। पीड़ित के परिवार के कुछ लोगों के हाल ही में विदेशी यात्रा करने का पता चला है, जिसके बाद से उसके आस-पास के लोगों का मेडिकल टेस्ट कराया जा रहा है।
क्या है जीका वायरस?
जीका वायरस एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। इसके काटने पर आमतौर पर शरीर में कुछ ही लक्षण दिख सकते हैं। कई बार यह यौन संबंध बनाने या फिर ब्लड ट्रांसफ्यूजन के जरिए भी फैल सकता है। यह मच्छर ज्यादातर दिन के समय में काटते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान यह वायरस होने से शिशु की सेहत पर भी असर पड़ सकता है। ऐसी स्थिति में आपको जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, कंजेक्टिवाइटिस, त्वचा पर रैशेज और बुखार आदि जैसे लक्षण दिख सकते हैं। आमतौर पर यह लक्षण शरीर में 2 से 7 दिनों तक रहते हैं।
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जीका वायरस से बचने के तरीके
जीका वायरस से बचने के लिए सबसे पहले मच्छरों से बचें। ऐसे में घर के खिड़की, दरवाजों को बंद करके सोएं। इससे बचने के लिए सुरक्षित यौन संबंध बनाएं साथ ही पूरी बाजू के कपड़े पहनें और टॉयलेट सीट को भी ढ़ककर रखें। ऐसे में इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें साथ ही अपने आस-पास स्वच्छता का भी ख्याल रखें।
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