HMPV Outbreak in India in Hindi: एचएमपीवी वायरस देश-दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। चीन से फैला यह वायरस अब भारत पर धावा बोल रहा है। बीते दिन भारत में एचएमपीवी वायरस का पहला मामला सामने आया था, लेकिन एक ही दिन के अंदर इस वायरस के कुल 7 मामलों की पुष्टि की जा चुकी है। भारत में एचएमपीवी तेजी से पैर पसार रहा है (HMPV Virus in India)। इसे देख कई राज्यों में अलर्ट कर दिया गया है। संदिग्ध मामलों की पहचान करने के लिए सरकार ने भी कमर कस ली है और टेस्टिंग की प्रक्रिया पर जोर दिया जा रहा है। बच्चों को यह वायरस तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आधिकारिक बयान के मुताबिक भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने कर्नाटक में दो बच्चों में एचएमपीवी संक्रमण होने की पुष्टि की है। (HMPV Cases in India) -
किन-किन राज्यों में मिले एचएमपीवी के मामले
मिली जानकारी के मुताबिक 6 जनवरी तक बेंगलुरू में एक 8 साल की बच्ची में एचएमपीवी वायरस के लक्षण दिखाई दिए थे। लेकिन, इसके बाद बेंगलुरू से एक और मामले की पुष्टि की गई। इसके साथ ही गुजरात में भी एचएमपीवी का एक संदिग्ध मामला पाया गया है। अहमदाबाद में 26 दिसंबर को एक दो महीने के बच्चे में एचएमपीवी वायरस के लक्षण (HMPV Virus Symptoms) दिखाई दिए हैं। हालांकि, अन्य राज्यों में अभी तक एचएमपीवी के मामले सामने नहीं आए हैं।
सरकार ने कहा पैनिक होने की जरूरत नहीं
एचएमपीवी के लगातार बढ़ते मामलों के बीच सरकार ने लोगों को पैनिक नहीं होने के लिए कहा है। एचएमपीवी वायरस के संदर्भ में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से यूनियन हेल्थ सेक्रेटरी पुण्य सलिल श्रीवास्तव ने राज्यों की एक मीटिंग ली। जिसमें उन्होंने कहा कि इस वायरस से पैनिक होने या घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने राज्यों को एचएमपीवी वायरस पर निगरानी करने के साथ ही इसे मैनेज करने और रोकथाम पर ध्यान देने के लिए कहा है। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने भी लोगों को आश्वासित किया कि एचएमपीवी को लेकर भारत में स्थिति कंट्रोल में है। यह कोरोना वायरस की तरह रिस्की नहीं है।
इसे भी पढ़ें - भारत में मिला HMPV वायरस का पहला मामला,बैंगलोर में 8 महीने की बच्ची पाई गई पॉजिटिव
सरकार ने जारी की एडवाइजरी
एचएमपीवी के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकारों ने इसे लेकर एडवाइजरी Govt जारी की है। दिल्ली सरकार ने एचएमपीवी को लेकर जारी एडवाइजरी में अस्पतालों को सांस से जुड़ी बीमारियों के मामलों पर नजर रखने को कहा। अस्पतालों को SARI और लैब द्वारा मिलने वाले इंफ्लुएंजा के संदिग्ध मामलों के पूरे दस्तावेज तैयार करने के निर्देश दिए गए। वहीं, महाराष्ट्र सरकार द्वारा भी इसे लेकर एडवाइजरी जारी की गई है, जिसमें लोगों से आग्रह किया गया कि अगर आपको एचएमपीवी के लक्षण हैं तो ऐसे में भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जानें से बचें।
इसके साथ ही कर्नाटक सरकार द्वारा भी एडवाइजरी जारी कर लोगों को बताया गया कि यह कोई नया वायरस नहीं है, बल्कि साल 2001 में इसकी पुष्टि हुई थी, इसलिए इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है।