केसर एक ऐसी चीज है जो वैसे तो हर किसी के लिए फायदेमंद है लेकिन बच्चों के लिए इसके फायदे और भी अधिक हो जाते हैं। छोटे बच्चों का इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर होता है। जिस वजह से वह जल्दी बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। आज हम आपको नवजात और छोटे बच्चों के लिए केसर के फायदे बता रहे हैं। केसर से न सिर्फ बच्चा शारीरिक तौर पर स्वस्थ रहता है बल्कि मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहता है। तो आइए जानते हैं क्या हैं इसके फायदे—
- केसर को चन्दन के साथ घिसकर इसका लेप माथे पर लगाने से सिर, आंखों और दिमाग को शीतलता मिलती है। इस लेप को लगाने से दिमाग भी तेज होता है।
- आंखों की परेशानी को दूर करने में भी मददगार होता है केसर। एक हालिया शोध में यह बात सामने आयी है कि जिस प्रतिभागी ने केसर का सेवन किया उसकी नजरें बेहतर रहीं। यह मोतियाबिंद को दूर करता है।
इसे भी पढ़ें : बच्चों में रेस्पिरेटरी इंफेक्शन हो सकता है खतरनाक, ये हैं लक्षण
- सिर दर्द को दूर करने के लिए केसर का उपयोग किया जा सकता है। सिर दर्द होने पर चंदन और केसर को मिलाकर सिर पर इसका लेप लगाने से सिर दर्द में राहत मिलती है।
- अक्सर नवजात को सर्दी-जुकाम की समस्या घेर लेती है। इस समस्या से नवजात को बचाने के लिए मां के दूध में केसर मिलाकर उसके नाक और माथे पर मलने से लाभ होता है। या केसर, जायफल और लौंग का लेप बनाकर नवजात की छाती और पीठ पर लगाने से फायदा होता है। सर्दी का प्रकोप कम होता है और उसे आराम मिलता है।
- केसर में 'क्रोसिन' नाम का तत्व पाया जाता है, जो वैज्ञानिक रूप से बुखार को दूर करने में उपयोगी माना जाता है। इसके साथ ही यह एकाग्रता, स्मरण शक्ति और रिकॉल क्षमता को भी बढ़ाने का काम करता है।
- गंजे लोगों के लिये तो केसर संजीवनी बूटी की तरह काम करती है। जिनके बाल बीच से उड़ जाते हैं, वह थोड़ी सी मुलेठी को दूध में पीस कर उसमें चुटकी भर केसर डाल कर पेस्ट बना लें। सोते समय सिर में लगाने से गंजेपन की समस्या दूर होती है। रूसी की समस्या हो या फिर बाल झड़ रहे हों, सभी समस्याओं में यह नुस्खा काम आता है।
इसे भी पढ़ें : शिशु में दिखने वाले ये 5 लक्षण श्वसन संबंधी बीमारी के हैं संकेत
- अनिद्रा की शिकायत को दूर करने में भी केसर काफी उपयोगी होता है। इसके साथ ही यह अवसाद को भी दूर करने में मदद करता है। रात को सोने से पहले दूध में केसर डालकर पीने से अनिद्रा की शिकायत दूर होती है।
ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप
Read More Article on parenting in Hindi
Disclaimer