राजस्‍थान में क्‍यों हो रही है नवजात शिशुओं मौत?

डॉ. अमृत लाल के मुताबिक, जन्म के समय बच्‍चों का वजन बहुत कम होने के कारण मौत हुई है। जानें और क्‍या थी राजस्‍थान में बच्‍चों की मौत की वजह।
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राजस्‍थान में क्‍यों हो रही है नवजात शिशुओं मौत?


राजस्थान के कोटा जिले के जेके लोन अस्पताल में नवजात शिशुओं की लगातार जानें जा रही है। बाल रोग विभाग के एचओडी डॉ अमृत लाल ने बाताया कि पिछले दो दिनों में विभिन्न कारणों से यहां 8 नवजात शिशुओं की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में दिसंबर के महीने में अब तक 100 बच्चों की मौत हो चुकी है। 30 दिसंबर को यहां 3 बच्चों की मौत हुई थी, इसके अगले दिन 31 दिसंबर को यहां 5 और बच्चों की मौत हो गई। सभी 8 नवजात शिशु थे। डॉ. लाल ने बताया कि 24 दिसंबर तक अस्पताल में 77 बच्चों की मौत हो चुकी थी अब ये आंकड़ा 100 तक पहुंच चुका है।

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क्‍यों हुई बच्‍चों की मौत

डॉ. अमृत लाल के मुताबिक, जन्म के समय बच्‍चों का वजन बहुत कम होने के कारण मौत हुई है। साथ ही उन्होंने बताया की ज्यादातर बच्चों का जन्म निर्धारित समय से पहले (प्रीटर्म बर्थ) हुआ था, जिसकी वजह से बच्चों का जन्म के समय बहुत कम था। इसके अलावा कई बच्चों को रेफर के करने के दौरान परिजनों द्वारा सावधानी न बरते जाने के कारण उन बच्चों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया।

अस्‍पताल में सुविधाओं का आभाव 

बीजेपी सांसदों की टीम ने अस्पताल का दौरा किया। लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने बताया कि अस्पताल का दौरा करने के दौरान उन्होंने देखा कि अस्पताल में बुनियादी सुविधाओं और जरूरी चिकित्सा उपकरणों की कमी है। साथ ही अस्पताल में मौजूद कई उपकरणों की हालत बहुत खराब है। इसके अलावा अस्पताल में मरीजों के लिए पर्याप्त मात्रा में बेड की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है अस्पताल में एक बेड तीन बच्चों का इलाज किया जा रहा था।

अस्पताल की चेयरमैन प्रियंका का कहना है कि अस्पताल के परिसर में कई बार सुअर घूमते हुए देखे गए हैं। इसके चलते अस्पताल की साफ-सफाई को लेकर भी कई सवाल उठ रहे हैं।

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