दुनिया में करोड़ों लोग ऐसे हैं जो अपनी वास्तविक आयु से कहीं ज्यादा उम्रदराज हैं। ब्रिटेन में अध्ययन से पता चला है कि अस्वस्थ जीवनशैली और खराब आहार से यहां करीब 90 फीसदी कर्मी वास्तविक आयु से चार साल ज्यादा बूढ़े हैं।
इस असंतुलन की वजह से उनकी जीवन प्रत्याशा कम हो रही है। अध्ययन के मुताबिक, बेतरतीब और सुस्त जीवनशैली तथा आहार लोगों की आयु और जीवन प्रत्याशा को प्रभावित कर रहा है। इसमें चेतावनी दी गई है कि ऐसे लोगों की बिगड़ती सेहत किसी टाइमबम के समान अचानक बड़ा नुकसान कर सकती है।
अध्ययन में कंपनियों के संदर्भ में कहा गया है कि वे अपने कर्मियों के बीमार पड़ने की वजह से पहले ही लाखों पाउंड का नुकसान झेल चुकी है। और उन्हें भविष्य में कर्मियों की बिगड़ती सेहत से और बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। अध्ययन में कहा गया है कि प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण हरेक दस में से नौ कमी की जीवन प्रत्याशा में चार साल की कमी हो रही है। यह अध्ययन स्वास्थ्य बीमा से जुड़े संस्थान 'प्रूहेल्थ' के लिए कराया गया था।
इस अध्ययन में 9,559 कर्मियों का सर्वेक्षण किया गया, जिनमें से 86 फीसदी अपनी वास्तविक उम्र से चार साल अधिक बूढ़े पाए गए। अध्ययन के तहत कुछ खास जोखिमों के संदर्भ में उम्र पर पड़ने वाल संभावित दुष्प्रभावों का हिसाब लगाया गया।
शोधकर्ताओं का दावा है कि इस तरह लोगों के स्वास्थ्य के सही स्तर का पता लगाया जा सकता है। इसमें शोधकर्ताओं ने लोगों के बॉडी मास इंडेक्स, कोलेस्ट्रॉल के स्तर, रक्तचाप, रक्त में शर्करा पर स्तर, धूम्रपान, शराबखोरी, पोषण, कसरत, तनाव और सेहतमंद जैसे मुद्दों का विश्लेषण किया।
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