कोरोना के इस दौर में प्रेगनेंट हैं या होने वाली है डिलीवरी तो ध्यान रखें डॉक्टर की बताई ये 7 बातें

कोरोनाकाल के इस दौर में प्रेग्नेंट महिलाओं का खास ध्यान रखने की आवश्यकता है। चलिए डॉक्टर से जानते हैं इससे जुड़े कुछ जरूरी टिप्स
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कोरोना के इस दौर में प्रेगनेंट हैं या होने वाली है डिलीवरी तो ध्यान रखें डॉक्टर की बताई ये 7 बातें

मां बनना हर एक महिला की जिंदगी का सबसे खास अनुभव होता है। गर्भवती होते ही महिलाएं अपने बच्चे को लेकर कई सपने देखने लगती हैं। गर्भवास्था में वे अपनी (COVID-19 in pregnancy) हर एक छोटी से छोटी बातों का ध्यान रखती हैं, ताकि बच्चा स्वस्थ रह सके। पिछले 2 साल से कोरोना का कहर पूरी दुनिया में फैला हुआ है। गर्भवती महिलाओं के लिए काफी यह समय बहुत ही चैलेंजिंग है। क्योंकि  कोरोनाकाल में न सिर्फ खुद को कोरोना से बचाना है, बल्कि पेट में पल रहे बच्चे को भी सुरक्षित रखना है। ऐसे दौर में गर्भवती महिलाओं को हर एक छोटी बातों का विशेष रूप से ख्याल रखना जरूरी हो चुका है। कोरोनाकाल में खानपान से लेकर एक्सरसाइज गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत ही जरूरी हो (Pregnancy in COVID-19) चुका है। एक्सपर्ट द्वारा दिए हर एक टिप्स को फॉलो करके आप कोरोना से खुद को और अपने बच्चे को सुरक्षित रख सकते हैं। साथ ही इससे आपकी प्रेग्नेंसी में भी किसी तरह की कोई समस्या नहीं आएगी। हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा जारी फूड लिस्ट में यह बताया गया है कि कोरोना  से बचाव के लिए हेल्दी डाइट 80 से 85 फीसदी कारगर साबित हो सकता है। इसलिए अपने डाइट में हेल्दी चीजों को शामिल करें। मदरहुड हॉस्पिटल की गायनाक्लोजिस्ट डॉक्टर मनीषा रंजन से जानते हैं कोरोनाकाल में मां और बच्चे को कैसे रख सकते हैं सुरक्षित?

इम्यूनिटी को करें बूस्ट

कोरोनाकाल में हम सब अच्छी तरह से समझ चुके हैं कि किसी भी बीमारी से बचाव के लिए इम्यूनिटी सिस्टम का मजबूत होना बहुत ही जरूरी है। इस बुरे दौर में गर्भवती महिलाओं का भी इम्यून सिस्टम बूस्ट होना बहुत ही जरूरी है। कोरोनाकाल में खुद को फिट रखने के लिए अपनी इम्यूनिटी को मजबूत करें। डॉक्टर द्वारा दिए दिशा-निर्देशों को फॉलो करें। अपने आहार में विटामिन सी, विटामिन डी और विटामिन ई युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें। साथ ही डॉक्टर की सलाह पर आयरन, प्रोटीन, कैल्शियम जैसे सप्लीमेंट का सेवन करें। ताकि आपकी इम्यूनिटी पावर मजबूत हो सके।

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वजन को रखें संतुलित

प्रेगनेंसी के दौरान अपने वजन को संतुलित रखें। ताकि डिलीवरी के समय किसी तरह की कोई परेशानी न आए। डॉक्टर का कहना है कि प्रेगनेंसी में अधिकतर महिलाओं को लगता है कि उनका वजन बढ़ रहा है। इस दौरान वजन बढ़ने पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए। वजन कम होने से डिलीवरी में कई तरह की परेशानियां आ सकती हैं। इसलिए अपने वजन को संतुलित रखने की कोशिश करें। 

प्रेगनेंसी में ले सही डाइट

डॉक्टर मनीषा का  कहना है कि गर्भवती महिलाओं को हमेशा हेल्दी डाइट लेने की सलाह दी जाती है। इस दौरान खानपान के प्रति किसी भी तरह की लापरवाही डिलीवरी के समय परेशानी ला सकती है। इसलिए अपने डाइट पर विशेष ध्यान दें। कोरोनाकाल में गर्भवती महिलाओं को कोरोना से बचाव करना भी जरूरी हो चुका है। ऐसे में इस दौरान संतुलित पोषण लें। ताकि खुद को और बच्चे को स्वस्थ रख सकें। प्रेगनेंसी में डॉक्टर आपको ताजे फल और सब्जियां अधिक से अधिक खाने की सलाह देते हैं। इस दौरान हाई फाइबर फूड, लो फैट मिल्क, साबुत अनाज जैसे आहार का अधिक से अधिक सेवन करें। अपने आहार में फोलेट युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें। फोलेटयुक्त आहार डिलीवरी में होने वाली समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद करता है। 

बच्चे को घेंघा जैसी बीमारी से बचाने के लिए आयोडीनयुक्त नमक का सेवन करें। ध्यान रहे कि नमक का सेवन आपको संतुलित मात्रा में करना है। अधिक नमक खाने से हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी हो सकती है। साथ ही हाई प्रोटीन युक्त आहार खाने की सलाह दी जाती है। इस दौरान नट्स जैसे- अखरोट, काजू, बादाम, अंजीर का सेवन करें। नारियल पानी, जूस, संतरा, नींबू जैसे विटामिन सी युक्त आहार लें। इन सभी चीजों को डाइट में शामिल करने से आपकी डिलीवरी कोरोनाकाल में भी अच्छे से हो सकती है।

हाइजीन का रखें विशेष ध्यान

कोरोनाकाल में हाइजीन का विशेष ध्यान रखें। खासतौर पर गर्भवास्था के दौरान पर्सनल हाइजीन को मैंटेन करके रखना चाहिए। अपने हाथों को बीच-बीच में धोते रहें। सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। किसी भी चीज को पकड़ने से पहले और पकड़ने के बाद हाथों को अच्छी तरह से साफ करें। अपने घर की चीजों को सैनिटाइज करें, ताकि फैल रहे कोरोना वायरस से बचाव कर सकें। बाहर जाते समय मास्क पहनें। अपने ब्रश को 1 महीने के अंदर बदलें। इत्यादि तरीकों से पर्सनल हाइजीन को मैंटेन करें।

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वातावरण को रखें हैप्पी

अधिकतर बड़े-बुजुर्गों को कहते हुए सुना होगा कि गर्भवास्था में आप जैसा सोचती हैं बच्चों पर भी वैसा ही असर होता है। इस कोरोनाकाल में अगर आप आसपास की चीजों को लेकर ज्यादा सोचेंगी, तो इसका असर आपके बच्चे पर भी पड़ सकता है। इसलिए इस विपरीत परिस्थिति में भी खुद को खुश रखें। अपने आसपास के माहौल को हैप्पी बनाने की कोशिश करें। माहौल को हैप्पी रखने के लिए ज्यादा न्यूज पर ध्यान न दें। बार-बार कोरोना मामलों को चेक न करें। टाइम पास करने के लिए अपने पसंदीदा टीवी सीरियल, गानें और किताबें पढ़ें।

नियमित रूप से करें व्यायाम

कोरोनाकाल में लॉकडाउन की वजह से अधिकतर लोगों को घर में रहना पड़ रहा है। इस स्थिति में घर से बाहर जाकर एक्सरसाइज करना थोड़ा मुश्किल है। साथ ही ऐसा करना सुरक्षित भी नहीं माना जा रहा है। गर्भवती महिलाओं को नियमित रूप से फिजिकल एक्टिविटी करने की आवश्यकता होती है। फिजिकल एक्टिविटी करने से डिलीवरी के समय अधिक परेशानी नहीं होती है। इस समय आप घर के काम के साथ-साथ अन्य एक्सरसाइज जैसे-ब्रीथिंग, बटरफ्राई आसन, अनुलोम-विलोम जैसे योग घर के अंदर भी कर सकते हैं।

बीच-बीच में डॉक्टर से लें सलाह

कोरोनाकाल में भले ही इस समय डॉक्टर के पास जाना मुश्किल हो रहा हो, लेकिन आप ऑनलाइन या फिर कॉल के जरिए डॉक्टर से बीच-बीच में जरूरी सलाह लेते रहें। ताकि अगर किसी तरह की परेशानी हो, तो डॉक्टर उसे समझ सकें और आपको जरूरी सलाह दे सकें। वहीं, संभव हो तो बीच-बीच में अल्ट्रासाउंड जरूर कराएं, ताकि बच्चे की सही स्थिति का पता लगाया जा सके। 

यह सभी जरूरी सलाह बच्चे और मां को सुरक्षित रखने के लिए दी गई हैं। कोरोनाकाल में कोरोना से बचाव के साथ-साथ बच्चे को भी सुरक्षित रखना जरूरी है। इसलिए डॉक्टर से संपर्क जरूर करते रहें।

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