गर्भधारण के बाद महिलाओं के शरीर में कई प्रकार के शारीरिक व हार्मोनल बदलाव आते हैं। यह समय महिलाओं के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता होती है क्योंकि हर महिला की स्वास्थ्य स्थिति दूसरे से भिन्न होती है। कई बार लापरवाही, कमजोरी या अन्य कारणों से गर्भावस्था को क्षति पहुंचती है।
पहली तिमाही में गर्भपात का खतरा सबसे अधिक रहता है इसलिए इस समय गर्भावस्था के दौरान कोई भी तकलीफ होने पर तुरंत डॉक्टर को संपर्क करना चाहिए। आइए जानें हैं गर्भावस्था क्षति या गर्भपात किन कारणों से हो सकता है।
- गर्भपात, वह समय है जब भ्रूण या गर्भस्थ शिशु को भीतर ही सांस लेने में या अन्य किसी कारण से जीवित रहने में समस्या आती है।
- गर्भपात कई बार व्यक्ति की इच्छा से करवाया जाता है, तो कई बार लापरवाही के चलते या सावधानी न बरतने के कारण गर्भस्राव हो जाता है । आमतौर पर गर्भावस्था के प्रारंभिक 13 हफ्तों में गर्भपात वृद्धि अधिक देखी गई है। इतना ही नहीं गर्भावस्था के प्रारंभिक दिनों में गर्भस्राव का होना भी आम समस्या है।
- प्रारंभिक गर्भपात आम तौर तब होता है जब भ्रूण जिस रूप में विकसित होना चाहिए नहीं हो पाता । क्रोमोजोम समस्याओं को इसका सबसे आम कारण माना जाता है ।
- गर्भवती महिला को किसी गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ रहा हो और कोई आपातकालीन स्थिति जिसमें महिला की जान को खतरा रहता है तो ऐसे में डॉक्टर गर्भपात की सलाह देते हैं।
- लापरवाही या सावधानी न बरतने के कारण भी गर्भपात हो जाता है। कई बार ऐसी स्थिति आती है कि कमजोरी या अन्य कारणों से गर्भस्राव यानी अधिक ब्लीडिंग होने से भी गर्भपात हो जाता है।
- जरूरी नहीं कि गर्भपात सामान कारणों से हो। कई बार गर्भपात किसी जटिल स्थिति में भी हो सकता है। आमतौर पर गर्भावस्था के पहले तीन महीनों में क्रोमोसोमल आनुवंशिक असामान्यता होने के कारण गर्भपात में वृ्द्वि देखी गई है।
- संक्रमण के कारण माता के स्वास्थ्य में कोई प्रभावी परिवर्तन, कुपोषण, रक्तचाप या हार्मोनल परिवर्तन से भ्रूण के विकास पर गंभीर प्रभाव उत्पन्न कर सकते हैं।
- धूम्रपान, नशीले पदार्थों का सेवन, बिना सलाह के दवा इत्यादि के प्रयोग से गर्भावस्था में समस्याओं का खतरा रहता है।
- गर्भाशय और आयु संबधित हार्मोन में बदलाव आने के कारण माता की बढ़ती उम्र में असामान्य भ्रूण विकास या गर्भपात भी इसका एक कारण हो सकता है।
- गिरने या माँ के साथ दुर्घटना से होने वाले बच्चे को कोई घातक चोट लग सकती है जिसे भ्रूण की जान भी जा सकती है।
- भारी व्यायाम भी भ्रूण को गंभीर नुकसान पंहुचा सकते हैं।
- गर्भपात सबसे अधिक 35 साल में गर्भधारण करने वाली महिलाओं, उन महिलाओं को जिनका पहले एक या दो बार गर्भपात हो चुका है, माँ के गर्भपात का पारिवारिक इतिहास यानी गर्भवती मां का भी पहले गर्भपात हुआ हो, में गर्भपात की वद्वि अधिक देखी गई हैं। हालांकि ये भी कोई निश्चित तथ्य नहीं है।
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गर्भावस्था क्षति के कारणों को जानें
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