हमारे शरीर के अंदर के अंग बहुत ज्यादा नाजुक और संवेदनशील होते हैं। ऐसे में अगर उनके साथ जरा भी सख्ती से पेश आया जाए या जरूरी बातों को नजरअंदाज किया जाए तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। हाल ही में एक रिसर्च में पाया गया है जो लोग लगातार तेज गर्म चाय पीते हैं उनमें एसोफेगल कैंसर होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। द अमेरिकन कैंसर सोसाइटी में हुई इस रिसर्च में कहा गया है कि उन लोगों को काफी सचेत होने की जरूरत है जो गर्म चाय, कॉफी या फिर अन्य पेय पदार्थ पीने के शौकीन होते हैं। आपको बता दें कि ऐसोफेगस कैंसर भारत में छठें नंबर का सबसे गंभीर कैंसर है जबकि विश्व स्तर पर इस कैंसर को आठवें पायदान पर खतरनाक पाया गया है।
द अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के मुख्य लेखक फरहाद इस्लामी का कहना है कि कुछ लोग गर्मागर्म चाय, कॉफी और अन्य पेय पदार्थों का काफी लुत्फ उठाते हैं। यह शौक एक स्तर के बाद एसोफेगस में दिक्कत करने लगता है, जिसके चलते एसोफेगस कैंसर होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। किसी भी गर्म पेय पदार्थ को लगभग 4 मिनट ठंडा करने के बाद पीना चाहिए। अन्यथा इससे गले और पेट के बीच का 'फूड पाइप' बुरी तरह प्रभावित होता है। यह खतरा उन लोगों में ज्यादा होता है जो लगातार 75 डिग्री सेल्सियस पर पेय पदार्थों का सेवन करते हैं।
इसे भी पढ़ें : ओमेगा फैटी 3 एसिड से 30% तक कम हो सकता है हार्ट अटैक का खतरा
रोजाना 60 डिग्री सेल्सियस पर 700ml चाय पीने से 90 प्रतिशत तक ऐसाफेगल कैंसर होने का खतरा रहता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि ऐसा इसलिए क्योंकि तेज गर्म पानी (पेय पदार्थ) से मुंह और गले में जलन होने लगती है, जो एक वक्त के बाद कैंसर का रूप ले लेती है। शोधकर्ताओं ने यह भी दावा किया है कि यह कैंसर महिलाओं से ज्यादा पुरुषों को होता है।
ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप
Read More Articles On Health News In Hindi
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version