किन कारणों से बच्चों को होता है पिनवार्म? जानिए इसके लक्षण, कारण और बचाव के तरीके

पिनवार्म की समस्या अधिकतर बच्चों में देखी जाती है। पिनवार्म होने के कई कारण हो सकती है। चलिए जानते हैं इस बारे में-
  • SHARE
  • FOLLOW
किन कारणों से बच्चों को होता है पिनवार्म? जानिए इसके लक्षण, कारण और बचाव के तरीके


पेट में कीड़े होने की समस्या को ही पिनवार्म कहते हैं। छोटे बच्चों में अक्सर यह समस्या देखी जाती है। व्यस्कों में यह समस्या काफी कम देखी गई है, लेकिन मां को यह समस्या हो सकती है। पाचन शक्ति कमजोर होने की वजह से बच्चों में यह परेशानी देखी गई है। कई ऐसे माता-पिता होते हैं, जो बच्चे की इस समस्या को पहचान नहीं पाते हैं, क्योंकि उन्हें ऊपरी तौर पर कुछ नजर नहीं आता है। लेकिन आपको बता दें कि पेट में कीड़े की पहचान करना बहुत ही आसान होता है। आज हम आपको इस लेख के जरिए पिनवार्म के ऐसे ही लक्षण, कारण और घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं। चलिए जानते हैं इस बारे में - 

पिनवार्म के कारण (Causes of Pinworms)

  • दूषित पानी पीने से पिनवार्म की समस्या हो सकती है।
  • कई बच्चों में मिट्टी खाने की आदत होती है। ऐसे में बच्चे के पेट में कीड़ा हो सकता है।
  • अच्छी तरह हाथ धोकर खाना न खाने की वजह से भी पिनवार्म की परेशानी हो सकती है।
  • हरी साग-सब्जियों का सेवन न कराएं से
  • साफ-सफाई न ध्यान न रखने से 

इसे भी पढ़ें - शहरों की अपेक्षा गांव के बच्चों में क्यों कम होता है हिप डिस्प्लेसिया? डॉक्टर से जानें कारण, लक्षण और इलाज 

पिनवार्म के लक्षण (Symptoms of Pinworms) 

  • गुदे में लगातार खुजली होना। खासतौर पर रात के समय बच्चों में यह परेशानी देखी गई है।
  • पेट में कभी-कभी दर्द होना।
  • बच्चों का चिड़चिड़ा होना।
  • मल में सफेद रंग के कीड़े आना।
  • पेशाब में जलन
  • उल्टी होना। 

पिनवार्म से बच्चों का कैसे करें बचाव (Prevention of Pinworms) 

  • बच्चे को कराएं गोभी-गाजर का सेवन
  • फलों और सब्जियों को अच्छे से धोकर खिलाएं।
  • मांसहारी खाना न खिलाएं।
  • एंटीबायोटिक साबुन से अच्छे से हाथ धोकर खाना खिलाएं।
  • बच्चों को जंकफूड्स से दूर रखें।
  • हर सप्ताह बच्चों का नाखून काटें।
  • बच्चों को मिट्टी न खाने दें।
  • छोटे बच्चे को अकेला न छोड़ें, इससे बच्चा मिट्टी खाने का आदी हो सकता है। 

पिनवार्म का घरेलू उपचार (Home Remedies for Pinworms) 

सिरका करे पिनवार्म से बचाव 

सिरका के इस्तेमाल से आप गुदे में पनप रहे संक्रमण को मार सकते हैं। यह प्रभावी ढंग से परजीवी को खत्म करता है। इसके लिए 3 कप पानी लें। इसमें 2 चम्मच सिरका मिलाएं। इसके बाद इस पानी से बच्चे के गुदे को साफ करें। आपका बच्चा जितनी बार बाथरूम जाए, उतनी बार इस पानी का इस्तेमाल करें और उनके गुदे को अच्छे से साफ करें। ध्यान रखे कि आपको सिर्फ पानी मिलाए सिरके का इस्तेमाल करना है। अगर आप साधे सिरके का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे बच्चे की कोमल स्किन को नुकसान पहुंच सकता है।

इसे भी पढ़ें - हींग की पट्टी से ठीक हो सकता है शिशुओं का बुखार, जानें बच्चों में बुखार के लिए आजमाया हुआ ये आसान घरेलू नुस्खा 

लहसुन से करें पिनवार्म का इलाज 

बच्चों को अगर पेट में कीड़ा हो जाए, तो लहसुन के इस्तेमाल से यह समस्या दूर की जा सकती है। लहसुन में नैचुरल रूप से फंगलरोधी और जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं। बच्चों को इसका इस्तेमाल कराने के लिए सबसे पहले 3 से 4 लहसुन छील लें। इसके बाद इसे अच्छे से कुचल कर बच्चे के गुदे पर लगाएं। थोड़ी देर बाद गुदे को गुनगुने पानी से छो लें। दिन में 2 से 3 बार ऐसा करने से पेट में कीड़े की समस्या दूर हो सकती है। 

नारियल तेल से दिलाएं राहत 

पिनवार्म की समस्या को दूर करने के लिए नारियल और लौंग का तेल भी फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए 2 चम्मच नारियल तेल में 2 चम्मच लौंग का तेल मिलाएं। इस तेल को अपने बच्चे के जननांगों पर लगाएं और रातभर के लिए छोड़ दें। लौंग के तेल में एण्टी माइक्रो बैक्टीरियल (Anti Micro bacterial) और एण्टीसेप्टिक (Antiseptic) का गुण पाया जाता है, जो पिनवार्म की समस्या को दूर करने में मददगार है। 

Read more articles on Childrens-Health in Hindi 

Read Next

शहरों की अपेक्षा गांव के बच्चों में क्यों कम होता है हिप डिस्प्लेसिया? डॉक्टर से जानें कारण, लक्षण और इलाज

Disclaimer