अल्जाइमर वैसे तो न्यूरो से जुड़ी बीमारी मानी जाती है पर इसका असर बॉडी के ज्यादातर अंग पर पड़ता है और इसी के आधार पर अल्जाइमर के लक्षण मानसिक होने के साथ-साथ शारीरिक भी होते हैं। इस लेख में हम अल्जाइमर के शारीरिक लक्षणों की बात करेंगे जिन्हें हम आसानी से पहचान कर जल्द से जल्द इलाज शुरू करवा सकते हैं। अल्जाइमर के शारीरिक लक्षणों की बात करें तो इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को चलने या उठने में परेशानी हो सकती है। इसके अलावा मसल्स के टाइट होने का अहसास होना, हर समय थकान महसूस होना, बार-बार बाथरूम जाना जैसे लक्षण मरीज में आपको दिखने लगें तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास लेकर जाएं। अल्जाइमर ज्यादातर बूढ़े लोगों में पाया जाता है इसलिए ऐसे व्यक्तियों का खास ख्याल रखने की जरूरत है। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
अल्जाइमर के शारीरिक लक्षण (Physical symptoms of Alzheimer)
अल्जाइमर की बीमारी ज्यादातर 45 उम्र पार वाले लोगों को होती है। बीमारी के चलते व्यक्ति की मेमोरी कम होने लगती है जिसका असर शारीरिक गतिविधियों पर पड़ता है और व्यक्ति धीरे-धीरे दूसरों पर निर्भर होने लगता है। अल्जाइमर में हर मरीज के लक्षण एक जैसे हों ये जरूरी नहीं है, कुछ मरीजों में मेमोरी कम होने से पहले ही शारीरिक लक्षण नजर आने लगते हैं जैसे-
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1. थकान महसूस होना (Fatigue)
अल्जाइमर होने पर मरीज को थकान महसूस होती है। हर समय लेटने या आराम करने का मन करता है। ऐसे मरीजों को सुबह-सुबह भी थकान का अहसास होता है, इस सामान्य लक्षण हो नजरअंदाज न करें और डॉक्टर को दिखाएं।
2. बैलेंस न बना पाना (Unable to maintain balance)
अल्जाइमर के मरीज किसी भी काम को करते समय बैलेंस नहीं बना पाते, ऐसे मरीजों को खेल खेलने में भी परेशानी होती है। अल्जाइमर होने पर गति, मल्टीटास्किंग की आदत खत्म होने लगती है और मरीज रोज के काम भी नहीं कर पाता।
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3. मसल्स का टाइट होना (Stiffness of the muscles)
अल्जाइमर के मरीज को मसल्स का टाइट होने का अहसास हो सकता है। इस लक्षण को नजरअंदाज न करते हुए डॉक्टर को दिखाएं, आमतौर पर मरीज इसे आम लक्षण समझकर ध्यान नहीं देता पर ये भी अल्जाइमर जैसी बीमारी का लक्षण हो सकता है।
4. बार-बार बाथरूम जाना (Uncontrolled bladder)
अल्जाइमर से पीड़ित व्यक्ति को बार-बार बाथरूम जाने का अहसास होता है। मरीज को लगता है जैसे अचानक ब्लैडर फुल हो गया है और मरीज को तुरंत यूरीन पास करने जाना पड़ता है। ऐसा दिन या रात किसी भी समय हो सकता है, ये अल्जाइमर का लक्षण हो सकता है।
5. खड़े होने या बैठने में परेशानी होना (Trouble standing or sitting)
अल्जाइमर के लक्षणों में ये सबसे कॉमन लक्षण है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को खड़े होने या चलने में परेशानी होती है। अगर व्यक्ति अचानक उठता है या चलता है तो गिरने की आशंका होती है इसलिए ऐसे व्यक्ति चलने या मूवमेंट करने से डरने लगते हैं।
6. मांसपेशियों में हलचल महसूस होना (Muscle twitch)
ब्रेन के सिगनल दिए बिना मसल्स मूव नहीं होती हैं। अल्जाइमर से पीड़ित व्यक्ति के ब्रेन तक ये सिगनल पहुंचने में देरी होती है या सिगनल मिक्स होने के चलते मसल्स में झनझनाहट का अहसास होता है इसे ट्विचिंग कहा जाता है। मसल्स के अचानक मूव करने से ये अहसास होता है। ये भी अल्जाइमर का एक लक्षण है।
7. सीजर (Seizures)
सीजर को दिमाग का दौरा भी कहते हैं। वैसे तो ये एक मानसिक लक्षण है पर सीजर के दौरान आप मरीज को देखकर उसकी परेशानी को समझ पाते हैं इस लिए इसे भी अल्जाइमर के फिजिकल लक्षणों में गिना जाता है। सीजर के दौरान मरीज को दौरे पड़ते हैं और वो जमीन पर गिर भी सकता है। ये भी अल्जाइमर के लक्षणों में से एक है।
8. चलते समय पैरों का खिंचना (Feet that drag when you walk)
न्यूरोलॉजिकल कंडीशन के कारण अल्जाइमर से पीड़ित व्यक्ति जैसे ही चलता है उसके पैर अपने आप खिंचने लगते हैं या ड्रैग करते हैं। ये भी अल्जाइमर का लक्षण हो सकता है। ऐसा होने पर पैरों में मोच भी आ सकती है इसलिए इस लक्षण को नजरअंदाज न करें।
अल्जाइमर से जुड़े अन्य लक्षण
- अल्जाइमर के कई मरीजों को खाना चबाने या गुटकने में भी परेशानी होती है जिसके चलते खाना गले में फंसने का डर रहता है।
- अल्जाइमर के मरीजों को बातें समझने या बोलने में भी परेशानी हो सकती है।
- अल्जाइमर से पीड़ित मरीजों को ब्रश करने, हाथ-पैर धोने या कपड़े बदलने में भी परेशानी होती है।
- अल्जाइमर से पीड़ित कुछ मरीजों को नींद नहीं आने की परेशानी होती है, ये भी इस बीमारी का एक लक्षण हो सकता है।
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अल्जाइमर की बीमारी से बचने के टिप्स (Tips to prevent Alzheimer)
कार्डियोवैस्कुलर डिसीज के कारण भी अल्जाइमर की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है इसलिए आप ऐसी आदतों को छोड़ दें जिससे आपका हार्ट अनहेल्दी रहता है जैसे अनहेल्दी खाकर वजन बढ़ाना, फैटी फूड खाकर कोलेस्ट्रॉल बढ़ाना आदि। इस बीमारी से बचना संभव नहीं है पर कुछ हेल्दी टिप्स अपनाकर आप इस बीमारी के होने की आशंका को कम जरूर कर सकते हैं-
- 1. स्मोकिंग छोड़ दें, ये आपकी सेहत के लिए हानिकारक होती है।
- 2. एल्कोहॉल का सेवन न करें।
- 3. हेल्दी और बैलेंस डाइट लें।
- 4. हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट कसरत करें।
- 5. ब्लड प्रेशर को चेक करते रहें और कंट्रोल में रखें।
- 6. अपनी डाइट में हर दिन कम से कम 5 फल और सब्जियों को एड करें।
- 7. मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रखने के लिए आप पढ़ें या अलग-अलग भाषाओं को सीखें।
- 8. मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए वाद्ययंत्र बजाना सीखें।
- 9. लोकल एक्टिविटी में भाग लें, इससे दिमाग की कसरत होगी।
- 10. हॉबी के तौर पर कम से कम कोई एक गेम जरूर खेलें।
अगर परिवार में किसी व्यक्ति को अल्जाइमर है तो इस बात की आशंका रहती है कि आपको भी ये बीमारी हो सकती है इसके अलावा कुछ स्टडीज में कहा गया है कि हेड इंजरी होने पर भी आगे चलकर अल्जाइमर का खतरा हो सकता है, इसलिए लक्षणों की पहचान होने पर डॉक्टर से संपर्क करें और इलाज शुरू करवाएं।
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