
डिप्रेशन एक मूड डिसऑर्डर है, जिसमें व्यक्ति उदास, अकेला और निराश महसूस करता है। जबकि अल्जाइमर एक मानसिक बीमारी है, जो व्यक्ति की याददाश्त को प्रभावित करती है। अल्जाइमर एक प्रगतिशील बीमारी है, जिसमें रोगी की याददाश्त खोती जाती है। लेकिन ऐसा देखा गया है कि अल्जाइमर रोगियों में डिप्रेशन होना बहुत आम है। लेकिन इसके पीछे का कारण और लक्षणों को पहचानना थोड़ा मुश्किल है। आइए यहां हम आपको अल्जाइमर और डिप्रेशन के बीच के संबंध को बताते हैं।
अल्जाइमर रोगियों में क्यों आम होती है डिप्रेशन की समस्या?
अल्जाइमर एक न्यूरोडिजनरेटिव डिसीज होता है, जिसमें रोगी की संज्ञानात्मक क्षमता प्रभावित होती हैं। लेकिन अल्जाइमर रोगियों में डिप्रेशन से ग्रस्त हाने के पीछे क्या कारण है, इस पर एक रिसर्च के अनुसार पाया गया है कि इन दोनों के बीच एक नहीं, बल्कि कई तरह के संबंध पाए गए हैं। जिसमें एक्सपर्टों का मानना है कि क्योंकि डिप्रेशन या फिर अल्जाइमर में आपके मस्तिष्क में कई बदलाव आते हैं, तो इन बदलावों के कारण अल्जाइमर डिप्रेशन से और डिप्रेशन अल्जाइमर से जुड़ा है।
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कैसे पहचानें अल्जाइमर रोगी डिप्रेशन से जूझ रहा है?
कुछ लक्षण डिप्रेशन और अल्जाइमर में आम हैं, जो यह पता लगाना मुश्किल बनाते हैं कि क्या अल्जाइमर से पीड़ित व्यक्ति डिप्रेशन से पीड़ित है। लेकिन यहाँ कुछ लक्षण हैं, जो अल्जाइमर रोगी में दिख सकते हैं:
- बिना वजह रोना
- आशाहीन और उदास महसूस करना
- भूख कम लगना
- नींद की समस्या
- लोगों के बीच सामाजिक मेलजोल से दूर रहना
- चिड़चिड़ापन
- लो एनर्जी या कम ऊर्जावान
हालांकि, एक स्वस्थ जीवनशैली और खुशहाल माहौल बनाए रखने से अल्जाइमर के रोगियों में अवसाद को रोकने का एक तरीका हो सकता है।
अल्जाइमर रोगियों में डिप्रेशन के शुरूआती लक्षण
यहां अल्जाइमर रोगियों में डिप्रेशन के कुछ शुरुआती लक्षणों का उल्लेख किया है, जो आपको यह पता लगाने में मदद कर सकते हैं कि क्या वे डिप्रेशन में हैं।
सामाजिक संपर्क कम कर देना
यदि अल्जाइमर के मरीज परिवार के सदस्यों के साथ सीमित या कोई सामाजिक बातचीत नहीं करने के साथ घर के एक कोने में अकेले बैठना पसंद करते हैं। यह एक अल्जाइमर रोगियों में डिप्रेशन का संकेत है। वे अब उन चीजों का आनंद नहीं लेते हैं जो उन्हें पसंद थे और जिनसे वह खुश होते थे। यदि यह नियमित रूप से होता है, तो यह एक संकेत है कि रोगी डिप्रेशन की ओर जा रहा है।
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अक्सर रोना
अल्जाइमर रोगियों का उदास या अप्रिय यादों को याद करना और कभी भी बेवजह रोना भी डिप्रेशन के संकेतों में से एक है। रोना कभी-कभी ठीक है लेकिन नियमित रूप से नहीं। ऐसे मामलों में, बस उनसे बात करें और उन्हें शांत करने का प्रयास करें। उनकी समस्या को, उनके भार को हल्का करने के लिए उनसे बात करें और पूछने का प्रयास करें। यदि वे दुखी रहना जारी रखते हैं, तो वे अवसाद से पीड़ित हो सकते हैं। उनके अशांत मन को शांत करने के लिए आप उन्हें पार्क में टहलने ले जाएं, उनके पसंदीदा संगीत को सुनाएं, उनसे अच्छी सकारात्मक यादों के बारे में बात करें। इससे उनकी मानसिक स्थिति को शांत करने में मदद मिलती है।
अल्जाइमर रोगियों के डिप्रेशन से पीडि़त हाने पर उनकी कैसे मदद करें?
ऐसे में आप उन्हें ठीक करने और बेहतर महसूस करवाने में मदद करने के लिए यहां दिए गए कुछ सुझावों को पढ़ें:
- उन्हें एक डॉक्टर के पास ले जाएं या सही उपचार खोजने के लिए एक विशेषज्ञ से परामर्श करें।
- उन्हें वॉकिंग, जॉगिंग आदि शारीरिक गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित करें।
- उन्हें अपने कब्जे में रखने के लिए उनकी पसंद की चीजें करें, जिससे उन्हें अच्छा महसूस हो।
अल्जाइमर से पीड़ित बहुत से लोग देखभाल और सहायता की कमी के कारण वे डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं। इस बीमारी से निपटने के लिए रोगी को लव और केयर की जरूरत होती है। यदि आपके परिवार के किसी सदस्य को यह बीमारी है, तो उन्हें अकेले महसूस न होने देने के लिए उनके साथ कुछ समय बिताएं।
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