अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative Colitis) आईबीडी, जिसे इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज भी कहते है। इस बीमारी में व्यक्ति के गैस्ट्रो आंत्र प्रभावित हो जाती है। साथ ही कॉलन या बड़ी आंत के अस्तर और उसके मलाशय में सूजन आ जाती है। कॉलन पर यह सूजन अल्सर के नाम से जाना जाता है। यहीं अल्सर धीरे-धीरे मलाशय में विकसित होकर ऊपर की ओर फैलने लगते हैं। बड़ी आंत की यह सूजन आंत्र को खाली करने लगती है। इस बीमारी से बड़ी आंत की सतह की कोशिकाएं भी मर जाती है। इस अल्सर से अक्सर खून बहना और बलगम आदि कि समस्या होने लगती है।
अल्सरेटिव कोलाइटिस किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है, पर एक अध्ययन में बताया गया है कि ये सामान्य तौर पर 15 से 30 वर्ष व 50 से 70 वर्ष के आयु के लोगों को होता है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को काफी परेशानियां होती है। आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे की अल्सेरिटिव कोलाइटिस से पीड़ित व्यक्ति को अपने खान-पान में क्या-क्या बदलाव लाने चाहिए।
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अल्सेरिटिव कोलाइटिस में इन चीजों का न करें सेवन (foods not to eat for ulcerative colitis)
- -इस बीमारी में हमें कार्बोहाइड्रेट और फैट से भरी चीजों का सेवन नही करना चाहिए, क्योंकि इसे पचने में अधिक समय लगता है।
- -अल्सेरिटिव कोलाइटिस में कैफीन युक्त पेय पदार्थ को पीने से भी बचना चाहिए। ये पदार्थ सोडा, कोल्ड ड्रिंक, चाय व कॉफी आदि है।
- -इस बीमारी से तेजी से ठीक होने के लिए हमें रिफाइंड गेहूं, टमाटर, नींबू, लाल मांस आदि के सेवन से बचना चाहिए।
- -अगर कोई अल्सेरिटिव कोलाइटिस मरीज काली मिर्च, लाल मिर्च, हरी मिर्च जैसी चीजों का सेवन करता है, तो उसे इसकी मात्रा को सीमित कर लेना चाहिए।
- -अल्सेरिटिव कोलाइटिस के मरीजों को मैदा, सूजी का प्रयोग करने से हमेशा बचना चाहिए। क्योंकि इन चीजों को पचाने में काफी मुश्किलें आती है और ये बड़ी आंत को भी काफी प्रभावित करती है।
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अल्सेरिटिव कोलाइटिस में किस तरह के डाइट का करें सेवन (foods to eat for ulcerative colitis)
- -अल्सेरिटिव कोलाइटिस के मरीजों को साबुत अनाज का सेवन करना चाहिए जैसे चावल, ज्वार, बाजरा और रागी आदि। साबुत अनाज का सेवन इन मरीजों के लिए फायदेमंद माना गया है।
- -इस बीमारी से पीड़ित मरीजों को बीज रहित फल का सेवन करना चाहिए जैसे सेब, केला, पपीता, अनार, नाशपाती आदि।
- -अल्सेरिटिव कोलाइटिस के मरीजों को लौकी, भिंडी, टिंडा, हरी पत्तेदार सब्जियां का सेवन करना चाहिए। इसके अतिरिक्त इनसे पीड़ित मरीजों को पालक, मेथी के पत्ते, धनिया पत्ते आदि का सेवन भी काफी अच्छा माना गया है।
- -कोलाइटिस से पीड़ित मरीजों को कम फैट वाला मांस, कम स्किन वाले चिकन, मैकेरल, ट्राउट, सार्डिन, सामन, टूना जैसी मछलियों का सेवन करना काफी लाभकारी होता है।
ध्यान रहे कि अल्सेरिटिव के मरीजों को अच्छी तरह पकी हुई साबुत दालों प्रयोग करना चाहिए, जो अच्छी तरह से गली हो। ऐसी दालें आसानी से पच जाती है और इन मरीजों के लिए काफी लाभकारी होते है।अल्सेरिटिव कोलाइटिस से पीड़ित मरीज खुद को ठीक कर सकते है उनको बस इसके लिए अपनी डाइट का सही से ख्याल रखना चाहिए। अगर उन्हें फिर भी इस बीमारी से पूर्ण रूप से राहत नहीं मिलती है तो उन्हें डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए।
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