रूमेटाइड अर्थराइटिस के संकेतों को न करें नजरअंदाज, जोड़ों में दर्द के अलावा हो सकती हैं आपको ये 5 परेशानियां

रूमेटाइड अर्थराइटिस का आपके शरीर के अलग-अलग अंगों पर असर हो सकता है, इसलिए सिर्फ इसे हड्डियों से जोड़कर न देखें।

Pallavi Kumari
Written by: Pallavi KumariUpdated at: Aug 12, 2020 13:59 IST
रूमेटाइड अर्थराइटिस के संकेतों को न करें नजरअंदाज, जोड़ों में दर्द के अलावा हो सकती हैं आपको ये 5 परेशानियां

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सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार रूमेटाइड अर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis) एक ऐसी बीमारी है, जो जोड़ों और हड्डियों को प्रमुख रूप से प्रभावित करती है। पर कुछ मामलों में रूमेटाइड अर्थराइटिस के कारण सिर्फ यही परेशानियां नहीं होती है, बल्कि शरीर के अलग-अलग अंगों में इसका असर दिखता है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार,  रूमेटाइड अर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis) शरीर के अन्य अंगों जैसे आंख, फेफड़े और हृदय को भी प्रभावित करता है, जिसके कारण रोगियों को अन्य चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है। तो आइए रूमेटाइड अर्थराइटिस के कारण होने वाली ऐसी ही परेशानियों के बारे में जाना जाए, जिसे लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं।

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रूमेटाइड अर्थराइटिस के कारण हो सकती हैं ये 5 परेशानियां

1. सीने में दर्द और सांस फूलना

क्या आप जानते हैं कि रूमेटाइड अर्थराइटिस के कारण आपके फेफड़ों पर भी इसका बड़ा प्रभाव पड़ता है? ऐसा इसलिए है रूमेटाइड अर्थराइटिस के कारण रोगी में अंतरालीय फेफड़े (interstitial lung disease) की बीमारी या ILD विकसित करते हैं, जहां फेफड़े की सूजन के कारण निशान और फाइब्रोसिस होता है। ज्यादातर लोगों को ये बहुत ज्यादा ध्यान में नहीं आता है और यह तभी ध्यान में आता है जब उन्हें सीने में दर्द और सांस फूलने की शिकायत होती है। इसका पता लगाने के लिए सीटी स्कैन और एक्स-रे का उपयोग किया जाता है।

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2. कलाई सुन्न होना

रूमेटाइड अर्थराइटिस रोगियों में, कार्पल टनल सिंड्रोम मुख्य रूप से गर्भावस्था के दौरान देखा जाता है। इसके अलावा ये तब भी होता है जब आपका वजन बढ़ता है। कार्पल टनल सिंड्रोम की विशेषता यह है कि कलाई के आसपास की नसों में सिकुड़न होती है और बीच, तर्जनी और अनामिका में सुन्नता पैदा करती है। इसी तरह ये शरीर के किसी खास अंग में भी सुन्नता को कारण बन सकती है।

3. सूखी आंखें और मुंह

शुष्क मुंह और आंखों के सिंड्रोम को सिस्का सिंड्रोम (Sicca syndrome) के रूप में भी जाना जाता है। यह शरीर में एंटीबॉडी के निर्माण के कारण होता है जो सजोग्रेन सिंड्रोम (Sjogren’s syndrome) का कारण बनता है। इस सिंड्रोम में, आंखों की सूजन के कारण सफेद हिस्सा लाल हो जाता है। आमतौर पर, लोग एक नेत्र विशेषज्ञ के पास जाते हैं जहां उन्हें आरए विशेषज्ञ से मिलने के लिए कहा जाता है। तो अगर किसी को हड्डियों से जुड़ी परेशानियां हो रही हैं और आंखों और मुंह में भी सूखापन महसूस हो रहा है, तो डॉक्टर से रूमेटाइड अर्थराइटिस की जांच जरूर करवाएं।

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4. सांवली त्वचा

जिन लोगों में रूमेटाइड अर्थराइटिस की परेशानी होती है, उनमें कोहनी क्षेत्र के आसपास भी सावंली त्वचा देखी गई है। यह लंबे समय तक चलने या रूमेटाइड अर्थराइटिस के मामले में होता है। वास्तव में, फाइबर और ऊतक एक जगह पर जमा हो जाते हैं, जिससे त्वचा में एक नोड बन जाता है जो ये दर्दनाक हो जाता है। आपने इसे महसूस भी किया होगा कि आपके घरों के कुछ उम्रदराज लोगों में ज्वांइट्स के आसपास या अलग-अलग जगहों पर सांवली या डार्क त्वचा हो जाती है। ये असल अर्थराइटिस के कारण भी हो सकता है।

5. दिल की समस्या

यह दुर्लभ है लेकिन ऐसा हो सकता है। बीएमसी रुमैटोलॉजी के जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, रूमेटाइड अर्थराइटिस वाले लोगों में उच्च बीपी, उच्च कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह जैसी हृदय की समस्याओं का खतरा भी अधिक होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि हड्डी की परेशानियों के कारण वो एक एक्टिव लाइन नहीं जी पाते हैं और इस गतिहीन जीवन के कारण होने वाली परेशानियों का घर बनता है।

तो अगर आपको हड्डियों से जुड़ी कोई भी परेशानी है और इन सभी में से कोई एक भी परेशानी महसूस हो रही है, तो आपको इस स्थिति को बिलकुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।तो अपने डॉक्टर के पास जाएं और अपनी इन स्थितियों की जांच करवाएं।

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