Periods get disturbed due to navel slippage: नाभि को शरीर का केंद्र बिंदु माना जाता है। आयुर्वेद और अन्य पौराणिक चिकित्सा पद्धतियों में नाभि को शरीर के संतुलन से जोड़कर देखा जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, नाभि का अपने स्थान से खिसकना या नाभि दोष कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। खासकर महिलाओं को अगर नाभि खिसकने की समस्या होती है, तो कई प्रकार के हार्मोन असंतुलन का कारण भी बनता है।
महिलाओं में नाभि खिसकने की समस्या से पीरियड्स भी प्रभावित करते हैं। इस लेख में दिल्ली के आशा आयुर्वेदा की डायरेक्ट और स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. चंचल शर्मा से जानेंगे नाभि खिसकने से पीरियड्स कैसे डिस्टर्ब हो सकते हैं और इसे घर पर ही ठीक करने के लिए कौन से उपायों को अपनाना चाहिए।
नाभि खिसकना क्या होता है- What is umbilical hernia
डॉ. चंचल शर्मा के अनुसार, नाभि अपने प्राकृतिक स्थान से ऊपर, नीचे, दाएं और बाएं की ओर अगर चली जाती है, तो इसे नाभि खिसकना कहा जाता है। नाभि खिसकने की समस्या आमतौर पर ज्यादा वजन उठाने, तेजी से चलने, गाड़ी में तेज झटका लगने के कारण देखी जाती है।
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क्या नाभि खिसकने से पीरियड्स प्रभावित होते हैं- Does navel displacement affect periods
डॉ. चंचल शर्मा का कहना है कि नाभि का हिस्सा पेट के निचले हिस्से से जुड़ा हुआ होता है। उसी स्थान पर महिलाओं का प्रजनन अंग भी स्थित होता है। अगर नाभि खिसकती है, तो यह पाचन तंत्रिका और शरीर के निचले हिस्से में रक्त प्रवाह भी बाधित होता है। इन दोनों ही चीजों का असर महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य पर पड़ता है, जिससे पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं। नाभि खिसकने के कारण महिलाओं को पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग, दर्द और ऐंठन की परेशानी का भी सामना करना पड़ सकता है।
नाभि खिसकने पर क्या करें- What to do if the navel slips
अगर नाभि खिसकने के कारण महिलाओं को पीरियड्स से जुड़ी परेशानी हो रही है, तो उन्हें कुछ घरेलू उपायों को अपनाना चाहिए। आइए आगे जानते हैं, इसके बारे में...
पवनमुक्तासन - नाभि खिसकने पर पवनमुक्तासन योग का अभ्यास करने से नाभि को तुरंत संतुलित करने में मदद मिलती है। यह पेट की मांसपेशियों को भी मजबूत बनाने में मदद करता है।
मालिश-नाभि के खिसकने पर पेट के नीचे, ऊपर और गोलाई में नारियल और सरसों के तेल से मालिश करने से राहत मिलती है। नाभि के चारों ओर तेल की मालिश पाचन क्रिया के लिए भी बेहतर होती है।
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काढ़ा पिएं- आयुर्वेदाचार्य का कहना है कि नाभि खिसकने के बाद होने वाली समस्याओं से राहत दिलाने में अजवाइन और सौंफ का काढ़ा बहुत फायदेमंद होता है।
एक्सपर्ट की मानें तो नाभि खिसकने की समस्या अगर ज्यादा लंबे समय तक बनी रहती है और इसके कारण बार-बार पीरियड्स की तारीख मिस हो रही है, पेट में ज्यादा दर्द होता है या कोई अन्य परेशानी होती है, इस बारे में डॉक्टर या आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से बात करें।
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निष्कर्ष
नाभि खिसकना कोई गंभीर बीमारी नहीं है। लेकिन यह महिलाओं के पीरियड्स को डिस्टर्ब कर सकती है। नाभि के खिसकने से बचाने के लिए अचानक से झटका लेने से बचें। संतुलित खानपान अपनाएं और हल्की एक्सरसाइज करें।