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आयुर्वेद‍ में पेकोटी विधि (नाभ‍ि पर तेल लगाने) के बताए गए हैं बड़े फायदे, जानें सर्दियों में इसे लगाने के लाभ

Pechoti method: नाभ‍ि में तेल लगाने से शरीर की कई समस्‍याएं दूर हो सकती हैं। जानते हैं फायदे और सही व‍िधि‍।  
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आयुर्वेद‍ में पेकोटी विधि (नाभ‍ि पर तेल लगाने) के बताए गए हैं बड़े फायदे, जानें सर्दियों में इसे लगाने के लाभ


आयुर्वेद‍िक इलाज में नाभ‍ि की मदद से शरीर की कई समस्‍याएं दूर की जाती हैं। नाभ‍ि के पीछे पेकोट‍ी ग्रंथ‍ि पाई जाती है। पेकोट‍ी ग्‍लैंड शरीर की नसों और अंगों से जुड़ी होती है। शरीर की समस्‍याएं दूर करने के ल‍िए पेकोटी व‍िधि‍ का सहारा ल‍िया जाता है। पेकोटी व‍िध‍ि का मतलब है नाभ‍ि में तेल डालना। आयुर्वेद की मानें, तो नाभ‍ि में तेल डालने से शरीर की कई समस्‍याओं को दूर क‍िया जा सकता है। जानते हैं पेकोटी व‍िध‍ि का सही तरीका और फायदे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के व‍िकास नगर में स्‍थित प्रांजल आयुर्वेद‍िक क्‍लीन‍िक के डॉ मनीष स‍िंह से बात की। 

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पेकोटी विधि क्या है?

नाभ‍ि में तेल लगाने की प्रक्र‍िया को आयुर्वेद में पेकोटी व‍िधि‍ कहा जाता है। इस व‍िधि‍ में औषधीय तेलों की मदद से बीमारी या शारीर‍िक समस्‍या का इलाज क‍िया जाता है। इस प्रक्र‍िया को ध्‍यानपूर्वक घर पर भी आजमां सकते हैं।

नाभ‍ि में तेल लगाने के फायदे     

  • पाचन तंत्र को मजबूत करने के ल‍िए नाभ‍ि में तेल लगाना फायदेमंद होता है।
  • अच्‍छी नींद के ल‍िए या अन‍िद्रा की समस्‍या को दूर करने के ल‍िए भी पेकोटी व‍िधि‍ फायदेमंद होती है।
  • वात और पित्त दोष को शांत करने के ल‍िए आयुर्वेद में पेकोटी व‍िध‍ि की मदद ली जाती है।
  • त्‍वचा से जुड़ी समस्‍याएं जैसे रूखी त्‍वचा या एक्‍ने से छुटकारा पाने के ल‍िए नाभ‍ि में तेल लगाना फायदेमंद माना जाता है।   
  • तनाव और मांसपेश‍ियों में हो रहे दर्द को दूर करने के ल‍िए भी पेकोटी व‍िध‍ि फायदेमंद मानी जाती है।

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पेकोटी व‍िध‍ि का सही तरीका 

पेकोटी व‍िध‍ि यानी नाभ‍ि पर तेल लगाने के ल‍िए नाभ‍ि के पास कुछ बूंदें डालकर उंगल‍ियों की मदद से नाभ‍ि पर माल‍िश करें। रूई में तेल डालकर भी नाभ‍ि पर लगा सकते हैं। तेल को 20 से 30 म‍िनट तक लगा रहने दें। फ‍िर साफ पानी से नाभ‍ि को साफ कर लें।  

पेकोटी विधि के ल‍िए कौनसा तेल लगाएं?

1. प‍िंपल्‍स से छुटकारा पाने के ल‍िए रोजाना नाभ‍ि में नीम के तेल की बूंदे डाल सकते हैं। एक्‍ने का इलाज करने के ल‍िए सरसों के तेल का भी इस्‍तेमाल क‍िया जाता है। 

2. पाचन तंत्र मजबूत करना चाहते हैं या कब्‍ज, एस‍िड‍िटी, गैस आद‍ि समस्‍याओं से परेशान हैं, तो आपको नाभ‍ि में सरसों का तेल लगाना चाह‍िए।

3. आंखों में या त्‍वचा में रूखापन है, तो आपको नार‍ियल तेल का इस्‍तेमाल करना चाह‍िए। नार‍ियल तेल की 5 से 6 बूंदे काफी होंगी।   

4. जोड़ों का दर्द या मांसपेश‍ियों के दर्द से छुटकारा पाने के ल‍िए नाभ‍ि में जैतून का तेल डाल सकते हैं। 

5. फटे होंठों की समस्‍या दूर करने के ल‍िए सरसों का तेल इस्‍तेमाल कर सकते हैं। फटी एड़‍ियों की समस्‍या दूर करने के ल‍िए भी सरसों का तेल फायदेमंद माना जाता है। 

6. ग्‍लोइंग त्‍वचा के ल‍िए बादाम के तेल का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। इस व‍िध‍ि से त्‍वचा में रौनक बढ़ती है।

नाभ‍ि में तेल लगाना फायदेमंद है लेक‍िन तेल की ज्‍यादा मात्रा का इस्‍तेमाल न करें। तेल लगाते समय नाभ‍ि या पेट पर जोर न दें।  

image credit: shopify, tubertip

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