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ओटोरिया (कान बहना) की समस्या क्यों होती है? जानें इसके कारण और इलाज

कान बहना एक आम समस्या है, लेकिन कुछ मालमों में यह गंभीर भी हो सकती है। आगे जानते हैं कान बहने के कारण और घरेलू उपाय  
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ओटोरिया (कान बहना) की समस्या क्यों होती है? जानें इसके कारण और इलाज


कान में दर्द होना या बहना एक आम समस्या है। नहाते समय में कान में पानी जाना, या किसी तरह के संक्रमण की वजह से कान से तरल पदार्थ बह सकता है। कान से तरल में खून व मवाद आ सकता है। यह एक तरह का रोग होता है। मेडिकल भाषा में इसे ओटोरिया के नाम से जाना जाता है। मुख्य रूप से कान में चोट लगने के कारण कान के बहने की समस्या देखने को मिलती हैं। कान बहने की समस्या को नजरअंदाज करने से यह गंभीर रूप धारण कर सकता है। साथ ही, इंफेक्शन तेजी से बढ़ सकता है। इस दौरान व्यक्ति को एक साथ कई समस्याएं हो सकती हैं। कान के बहने पर व्यक्ति को सिरदर्द और बुखार भी हो सकता है। आगे मैक्स अस्पताल के ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर भारत भूषण खत्री से जानते हैं कि कान बहने की समस्या क्यों होती है। 

ओटोरिया क्या है? What Is Otorrhea (Ear Discharge) In Hindi 

कान से तरल पदार्थ बहने को ओटोरिया कहा जाता है। इसे सामान्य भाषा में कान से पानी बहना या कान बहने की समस्या कहा जाता है। आमतौर पर, कान में बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन की वजह से कान की इंटरनल कैनाल से तरल पदार्थ बाहर आने लगता है। यह मवाद भी हो सकता है। इसमें व्यक्ति को कान में दर्द होता है। कान में चोट लगना, नहाते समय पानी चले जाना व कान में कुछ चले जाने की वजह से व्यक्ति को कान बहने की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, कई बार इयर वैक्स भी सोफ्ट होकर पानी के साथ बाहर आने लगता है। इससे भी आप कान बहने की समस्या मान लेते हैं। 

ear drainage in hindi

कान बहने के क्या कारण होते हैं? - Otorrhea (Ear Discharge) Causes in Hindi

  • कान में इंफेक्शन: कान का संक्रमण तब होता है जब एक बैक्टीरिया या वायरस मध्य कान को प्रभावित करते हैं। 
  • बाहरी कान में इंफेक्शन: बाहरी कान में इंफेक्शन को स्विमर्स ईयर्स के नाम से जाना जाता है। इसमें व्यक्ति को कान में खुजली होती है। जिसके बाद सफेद तरल बाहर आने लगता है। 
  • कान में कुछ वस्तु चले जाना: बाहरी वस्तु के कान में जाने से भी कान बहना शुरू कर सकता है। 
  • मध्य कान में इंफेक्शन (ओटिटिस मीडिया): जब बैक्टीरिया या वायरस कान के पीछे के हिस्से में सूजन का कारण बनता है, तो इस तरह का इंफेक्शन हो सकता है। यह समस्या बच्चों में देखने को मिलती है। 
  • सिर में चोट लगना: सिर की चोट भी कान को प्रभावित कर सकती है। अंदरुनी कान के हिस्से बेहद कोमल होते हैं। ऐसे में चोट लगने के कारण उन पर प्रभाव पड़ता है। जिसकी वजह से कान बहना शुरू कर सकता है। 
  • बाहरी कान में संक्रमण: कान के बाहरी हिस्से में होने वाले इंफेक्शन की वजह से अंदरूनी हिस्से पर भी प्रभाव पड़ सकता है। 
  • कान के पर्द को नुकसान होना: कान के पर्दे पर होने वाले बदलाव की वजह से कान बहना शुरू कर सकता है। 

कान बहने का इलाज कैसे किया जाता है? - Treatment Of Otorrhea (Ear Drainage) in Hindi 

कान बहने (ओटोरिया) का इलाज उसके कारण पर निर्भर करता है। जैसे यदि किसी व्यक्ति को मध्य कान में बैक्टीरियल इंफेक्शन हुआ है, तो डॉक्टर इंफेक्शन को कम करने के लिए एंटीबायोटिक्स दवा देंगे। वहीं, यदि व्यक्ति को बाहरी कान का इंफेक्शन हुआ है तो उसका संक्रमण ईयर ड्रॉप्स से किया जाएगा। इसके अलावा, कान के पर्द से जुड़ी कोई गंभीर समस्या पता लगने पर डॉक्टर सर्जरी (टिम्पेनोप्लास्टी) की सलाह दे सकते हैं। यदि, किसी व्यक्ति को सिर पर चोट लगी है तो ऐसे में न्यूरोसर्जन की सलाह ली जा सकती है। 

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नहाते समय पानी जाने की वजह से कान में संक्रमण हो सकता है। इससे बचने के लिए आप कान में कॉटन डालकर नहाएं। इससे इंफेक्शन होने का खतरा कम हो जाता है। यदि, पहले की किसी समस्या की वजह से कान बह रहा है तो इसे नजरअंदाज न करें। ऐसे में आप तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।  

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