एक तरफ मोटापा जहां कई बीमारियों का कारण माना जाता है वहीं अगर आप मोटापे के साथ-साथ मधुमेह से ग्रस्त हैं तो आपमें स्तन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। जी हां हाल ही में हुए शोध में सामने आया है कि मोटापे के साथ मधुमेह के शिकार लोगों में स्तन संबंधी बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
वैज्ञानिकों ने ताजा अध्ययन में मोटापा और मधुमेह जैसी बीमारियों के साथ-साथ उच्च रक्त शर्करा रहने पर स्तन एवं अन्य तरह का कैंसर होने के जोखिम के कारणों का पता लगा लिया है।
बर्कले प्रयोगशाला की जीवन विज्ञान विभाग की प्रतिष्ठित वैज्ञानिक मीना बिसेल और उनके सह-शोधकर्ता जापान के यासुहितो ओनोदेरा और जिन-मिन नम ने अपने अध्ययन से स्पष्ट किया है कि रक्त शर्करा में तेजी से वृद्धि होने पर सामान्य कोशिकाएं कैंसर कोशिकाओं में तब्दील हो सकती हैं।
स्तन कैंसर के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य करने वाली बिसेल ने कहा कि हमने श्रमसाध्य विश्लेषण द्वारा दो ऐसे नए तथ्य खोज निकाले जिसके अनुसार, शरीर में ग्लूकोज की बढ़ी हुई मात्रा स्वयं कैंसर होने की परिस्थितियां पैदा कर देती है। यह नई खोज रोग निदान और चिकित्सा विज्ञान के संभावित नए अवसर प्रदान करती है। तीनों वैज्ञानिकों ने मानव स्तन कोशिकाओं में ग्लूकोज ट्रांसपोर्टर प्रोटीन के स्वरूप की जांच की। वैज्ञानिकों के अनुसार मानव स्तन की मैलिग्नैंट कोशिकाओं में ग्लूकोज ट्रांसपोर्टर प्रोटीन (जीएलयूटी3) की सघनता नॉन मैलिग्नैंट कोशिकाओं की अपेक्षा 400 गुना अधिक होती है। अध्ययन का परिणाम `जर्नल ऑफ क्लीनिकल इंवेस्टिगेशन` के नवीनतम संस्करण में प्रकाशित हुआ है।
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