How Does Milk Affect Heart in Hindi: दूध पीना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। आयुर्वेद से लेकर एलोपैथी तक में दूध को सेहत के लिए कई तरीकों से फायदेमंद माना जाता है। भारतीय घरों में ज्यादातर लोग दिनभर में एक बार दूध पीते हैं। लेकिन क्या हो अगर पता चले कि दूध पीना स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है। जी हां, हाल ही में हुई एक स्टडी में सामने आया है कि रोजाना दूध पीने वाली महिलाओं में हार्ट से जुड़ी समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है। हालांकि, यह समस्या ज्यादातर महिलाओं में ही देखी जाती है। स्टडी के मुताबिक नॉन-फर्मेंटेड मिल्क पीने से महिलाओं में ऐसी समस्या देखी जा रही है।
क्या कहती है स्टडी?
स्टडी के शोधकर्ताओं के मुताबिक जो महिलाएं नॉन-फर्मेंटेड दूध का सेवन नियमित तौर पर करती हैं, उनमें आगे चलकर हार्ट से जुड़ी समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है। शोधकर्ताओं की मानें तो पुरुषों पर इस दूध का कोई खास असर नहीं पड़ा। स्टडी में स्वेडिश की एक लाख महिलाओं और पुरुषों को शामिल किया गया, जिसमें देखा गया कि रोजाना नॉन-फर्मेंटेड दूध पीने से महिलाओं के कार्डियोमेटाबॉलिक प्रोटीन पर असर पड़ा। इससे कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ पर असर पड़ता है। यह स्टडी BMC Medicine में प्रकाशित हुई है।
हार्ट की समस्याओं का बढ़ता है खतरा
स्टडी में शामिल महिलाओं को नॉन-फर्मेंटेड मिल्क दिए गए, जिसमें देखा गया कि उनमें इस्केमिक हार्ट डिजीज (कोरोनरी हार्ट डिजीज) का जोखिम बढ़ा था। यही नहीं, इससे महिलाओं में मायोकार्डियल इंफार्कशन होने का खतरा ज्यादा था। आम भाषा में समझें तो यह एक प्रकार का हार्ट अटैक होता है। शोध में शामिल कुछ लोगों ने अपने प्लाजमा के नमूने भी दिए।
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हार्ट को कैसे करता है प्रभावित?
दरअसल, नॉन-फर्मेंटेड दूध में मिलने वाले फैट्स महिलाओं की आर्टरी में चिपक जाता है, जिस कारण हार्ट अटैक या हार्ट से जुड़ी अन्य समस्याओं का जोखिम बढ़ता है। स्टडी के मुताबिक दिनभर में 4 गिलास तक दूध पीना हार्ट से जुड़ी समस्याएं बढ़ा सकता है। अगर आप सीमित मात्रा में दूध पी रहे हैं तो यह सेहत के लिए किसी तरह से नुकसानदायक नहीं होगा।