डिलीवरी के बाद महिला के जीवन एक नया पड़ाव आता है। इस समय महिला को खुद की सेहत के साथ ही बच्चे के स्वास्थ्य पर भी पूरा ध्यान देने की आवश्यकता होती है। कुछ महिलाओं को शिशु को ब्रेस्टफीडिंग (स्तनपान) कराते समय दर्द या जलन महसूस हो सकती है। दरअसल, स्तन के निप्पल की नसों के सिकुड़ने के कारण महिलाओं को इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में महिलाओं के निप्पल में सूजन और सफेद दिख सकते हैं। अशोक नगर स्थित साईं पॉलिक्लीनिक की वरिष्ठ स्री रोग विशेषज्ञ डॉ. विभा बंसल से जानते हैं निप्पल में दर्द होने के क्या कारण होते हैं और इसका इलाज कैसे किया जाता है।
ब्रेस्ट के दौरान निप्पल वेसोस्पास्म के क्या कारण होते हैं? What are the causes of nipple vasospasm in hindi
- निप्पल में दर्द - कई बार ब्रेस्टफीडिंग के दौरान महिलाओं के निप्पल में क्रेक (स्किन फटना) आ जाता है। जब वह ठीक हो रहे होते हैं, उस समय भी महिलाओं को वेसोस्पास्म की समस्या हो सकती है।
- तापमान में बदलाव - सर्दी के मौसम जब बच्चा ब्रेस्टफीडिंग करता हैं और इस दौरान जब वह दूध पीना बंद करता है, तो ऐसे में निप्पल के तापमान में अचानक गिरावट आती है। इस दौरान महिलाओं के स्तनों में वेसोस्पास्म हो सकती है।
- स्ट्रेस होना - जिन महिलाओं को स्ट्रेस और माइग्रेन की समस्या होती है, उनको ब्रेस्टफीडिंग के दौरान निप्पल वेसोस्पास्म की समस्या हो सकती है।
निप्पल वेसोस्पास्म के अन्य कारण
- ऑटोइम्यून बीमारी की दवा लेने पर की दवा का सेवन करना,
- सिगरेट पीने से भी महिलाओं को निप्पल वेसस्पास्म
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निप्पल वेसोस्पास्म के लक्षण क्या होते हैं? Symptoms of Nipple vasospasm in Hindi
- निप्पल में तेज दर्द होना - निपल्स में ब्लड न पहुंचने पर महिलाओं को तेज दर्द या जलन महसूस हो सकती है। यह समस्या ठंड के समय ज्यादा देखने को मिलती है।
- निप्पल के रंग में बदलाव - निप्पल वेसोस्पास्म में महिलाओं को निप्पल के रंग में बदलाव महसूस हो सकता है।
अधिकतर महिलाओं को निप्पल वेसोस्पास्म के लक्षण कुछ सेंकड या मिनट तक महससूस हो सकते हैं, जबकि कुछ महिलाओं दर्द महसूस हो सकता है। इस दौरान महिलाओं को ब्रेस्टफिडिंग के दौरान परेशानी होती है।
निप्पल वेसोस्पास्म का इलाज कैसे किया जाता है? Treatment Of Nipple Vasospasm in Hindi
- इस समस्या में डॉक्टर महिलाओं को स्तनों की नसों को खोलने के लिए कुछ दवाएं दे सकते हैं।
- मैग्नीशियम, कैल्शियम और विटामिन बी6 की दवा कुछ महिलाओं में निप्पल वेसोस्पास्म को कम कर सकती है।
- ओमेगा फैटी एसिड से कुछ महिलाओं में निप्पल वैसोस्पास्म की समस्या को कम करने में सहायता मिलती है। फिश ऑयल ओमेगा फैटी एसिड का एक बेहतर स्रोत माना जाता है।
- बीपी, चक्कर आना, जलन और पैरों की सूजन को दूर करने के लिए दवाएं दी जा सकती है।
- पंप करने या दूध पिलाने के तुरंत बाद हीटिंग पैड इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।
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इस समस्या में यदि महिलाओं को लंबे समय से तेज दर्द हो रहा है, तो उन्हें तुरंत डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए। इससे स्तनों पर होने वाले दर्द में आराम मिलता है। इसके अलावा, गर्म पानी की सिकाई करने से भी आपकी परेशानी कम होती है।