Nipah Virus: केरल में बढ़ रहे निपाह वायरस मामले, संपर्क में आए 700 लोगों में से 77 हाई रिस्क पर

केरल में निपाह वायरस के मरीजों के संपर्क में आने वाले 700 लोगों में से 77 को हाई रिस्क पर रखा गया है। राज्य में कुल 5 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। 
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Nipah Virus: केरल में बढ़ रहे निपाह वायरस मामले, संपर्क में आए 700 लोगों में से 77 हाई रिस्क पर


केरल में निपाह वायरस के मामले मिलने से हडकंप मचा हुआ है। दरअसल, कोझिकोड जिले में सोमवार को इस वायरस के चलते दो लोगों की मौत भी हुई थी। जिसके बाद से सरकार और प्रशासन सक्रिय हो गए हैं। वहीं, बुधवार तक केरल में ही इस वायरस के 4 मामलों की पुष्टि की जा चुकी है। हालांकि, अब यह संख्या बढ़कर 5 हो चुकी है। इसे देखते हुए सरकार ने राज्य में कोविड महामारी जैसी ही कुछ पाबंदियां लागु कर दी हैं। 

700 लोगों की बनाई गई लिस्ट 

दरअसल, राज्य में मिलने वाले निपाह वायरस से संक्रमित 5 मरीजों के संपर्क में बहुत से लोग आए थे। ऐसे लोगों को खोजकर उनकी लिस्ट तैयार की जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक 700 लोग मरीजों के संपर्क में आए थे, जिनकी एक लिस्ट तैयार की गई है। इनमें से 77 लोगों को हाई रिस्क पर भी रखा गया है। इन लोगों के संक्रमितों के ज्यादा करीब से संपर्क में आने की बात कही जा रही है। हाई रिस्क पर रखे गए लोगों को लापरवाही न बरतने और घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है। 

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राज्य में लगाई गई कई पाबंदियां 

इस वारयस से संक्रमित मरीजों की पुष्टि होने के बाद से लोगों में डर का माहौल है। ऐसे में संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए सरकार ने राज्य में तमाम पाबंदियां लगाई हैं। ऐसे में राज्य में अलग-अलग कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। ऐसे में जश्न मनाने या फिर लोगों के ज्यादा संख्या में जमा होने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। कोझिकोड जिले की 9 पंचायतों के 58 वार्ड्स को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। ऐसे में जिले में इमरजेंसी सेवाओं के संचालन को भी अनुमति दी गई है। स्वास्थ्य सेवा केंद्रों और अस्पतालों के लिए किसी प्रकार की रोक-टोक नहीं होगी। 

kerelavirus

निपाह वायरस के लक्षण 

निपाह वायरस होने पर आपको ये सभी लक्षण देखने को मिल सकते हैं। 

  • गले में खराश 
  • चक्कर आना 
  • उल्टी
  • कफ बनना 
  • ब्रेन में सूजन 
  • सिरदर्द
  • सांस लेने में कठिनाई 
  • मांसपेशियों में दर्द
  • बुखार
  • सोचने-समझने की क्षमता का प्रभावित होना 
  • सांस लेने में कठिनाई 
  • मिर्गी 
  • इंसेफ्लाइटिस 

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