प्रेगनेंसी के दौरान बुरे सपने आने के हो सकते हैं ये 4 वैज्ञानिक कारण, डॉक्टर से जानें बचाव के तरीके

प्रेगनेंसी के दौरान अकसर महिलाओं को बुरे सपनों की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इसके पीछे के कारण और बचाव के बारे में जानना जरूरी है।
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प्रेगनेंसी के दौरान बुरे सपने आने के हो सकते हैं ये 4 वैज्ञानिक कारण, डॉक्टर से जानें बचाव के तरीके


सपने हर किसी को आते हैं और यह एक संभावित सी बात है। लेकिन गर्भावस्था के दौरान अक्सर आपने महिलाओं को बुरे सपने आने की समस्या के बारे में बात करते सुना होगा। जी हां, प्रेगनेंसी के दौरान अक्सर महिलाएं बुरे सपनों की समस्या का सामना करती हैं। लेकिन बुरे सपने आने के पीछे कुछ कारण होते हैं, जिनके बारे में महिलाओं को पता होना जरूरी है। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि प्रेगनेंसी के दौरान बुरे सपने क्यों आते हैं। साथ ही इस समस्या से बचाव के क्या तरीके हैं। इसके लिए हमने गेटवे ऑफ हीलिंग साइकोथेरेपिस्ट डॉ. चांदनी (Dr. Chandni Tugnait, M.D (A.M.) Psychotherapist, Lifestyle Coach & Healer) से भी बात की है। पढ़ते हैं आगे...

  

बता दें कि गर्भावस्था के दौरान बुरे सपने आना एक आम बात है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान बच्चे की सेहत और गर्भस्थ दोनों को लेकर चिंता में रहती हैं, जिससे उनके शरीर में तनाव का स्तर बढ़ने लगता है और रात के समय डरावने सपने आ सकते हैं। वहीं इससे जुड़ी रिसर्च भी सामने आई है, जिससे यह साबित होता है कि गर्भावस्था के अंतिम चरण में महिलाओं को बुरे सपनों की समस्या का सामना करना पड़ता है। रिसर्च में यह बात साबित होती है कि तकरीबन 10% महिलाएं गर्भस्थ शिशु से जुड़े भयानक सपने देखती हैं। रिसर्च पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

गर्भावस्था के दौरान बुरे सपने आने के कारण

1 - नींद ना पूरी होना

गर्भावस्था के दौरान अकसर महिलाओं को नींद से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसा इसलिए क्योंकि महिलाओं के शरीर का आकार बढ़ता है, जिसके कारण महिलाएं सही से नहीं सो पाती। उदाहरण के तौर पर यदि महिलाओं को पेट के बल सोने की आदत है और आकार बढ़ने के कारण वे पेट के बल नहीं सो पा रही हैं तो इससे भी उनकी नींद प्रभावित हो सकती है। वहीं एक रिसर्च ये भी बताती है कि नींद प्रभावित होने के कारण महिलाएं बुरे सपनों का सामना कर सकती हैं।

2 - तनाव के कारण

जैसा कि आपने पहले भी बताया तनाव के कारण भी महिलाओं को बुरे सपनों की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। बता दें कि अकसर महिलाएं गर्भावस्था के दौरान बच्चे से जुड़ी सेहत की चिंता को लेकर काफी तनाव में रहती हैं, जिसके कारण उन्हें रात में डरावने सपने आ सकते हैं।

3 - एंग्जाइटी के कारण

एंग्जाइटी के कारण भी प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को डरावने सपनों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं एक रिसर्च ये भी बताती है कि तकरीबन 15% महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान एंजाइटी जैसी समस्या का सामना करती हैं, जिसके कारण महिलाओं को बुरे सपने की समस्या हो सकती है।

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4 - हार्मोंस परिवर्तन के कारण

महिलाओं के शरीर में प्रेगनेंसी के दौरान हार्मोनल परिवर्तन होते हैं। यह हार्मोनल परिवर्तन बेहद ही स्वभावित होते हैं। लेकिन इसके कारण भी कभी-कभी महिलाओं को बुरे सपनों का सामना करना पड़ सकता है। इन हार्मोंनल परिवर्तनों के कारण प्रोजेस्टेरोन हार्मोन पर प्रभाव पड़ता है। वही एक रिसर्च यह भी बता दी है कि यदि महिलाओं के शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन असंतुलित होता है तो इसके कारण महिलाओं को बुरे सपनों की शिकायत हो सकती है।

 

बुरे सपनों की समस्या को रोकने के तरीके

1 - महिलाओं को पर्याप्त मात्रा में नींद लेनी चाहिए। अनिद्रा की समस्या के कारण में महिलाओं को बुरे सपनों की समस्या हो सकती है। ऐसे में महिलाएं समय पर सोएं और समय पर उठें। स्लीपिंग पैटर्न को बेहतर करने से बुरे सपनों की समस्या को दूर किया जा सकता है।

2 - गर्भावस्था के दौरान नकारात्मक सोच स्थिति को और खराब कर सकती है। ऐसे में महिलाओं को हमेशा सकारात्मक सोच रखनी चाहिए। वे जितना कम तनाव लेंगे उतना ही इस समस्या से बच पाएंगे। ऐसे में सकारात्मक सोच से भी बुरे सपने की समस्याओं को रोका जा सकता है।

3 - दिनचर्या में जोड़ें व्यायाम - प्रेगनेंसी के दौरान व्यायाम करने की सलाह डॉक्टर द्वारा दी जाती है। लेकिन महिलाओं को डॉक्टर की देखरेख में ही व्यायाम करने चाहिए। बता दें कि व्यायाम करने से दिमाग में कुछ ऐसे पदार्थ रिलीज होते हैं जो व्यक्ति को अच्छा महसूस कराने में मददगार साबित हो सकते हैं। ऐसे में यदि कोई व्यक्ति तनाव में है तो व्यायाम से इस समस्या को दूर किया जा सकता है।

4 - सबसे पहले बुरे सपने आने के पीछे का कारण पता होना जरूरी है। इसके लिए आप किसी एक्सपर्ट की मदद भी ले सकते हैं। अगर ये सपने गर्भावस्था से जुड़े हैं तो ऐसे में महिलाएं अपने करीबी लोगों को सपनों से जुड़ी समस्याओं के बारे में बताएं।

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5 - बुरे सपनों की समस्या को दूर करने के लिए आप दूसरों से चीजों से ध्यान हटाकर केवल खुद पर ध्यान दें। ऐसे में आप अपनी रूचि व निजी शौक से संबंधित कोऊ एक्टिविटी कर सकते हैं। लेकिन जैसे ही थकान महसूस करें तो तुरंत आराम करें। ज्यादा दबाव खुद पर ना डालें। 

6 - कुछ महिलाओं की आदत होती है कि वे प्रेगनेंसी में क्रेविंग के कारण वक्त वेवक्त खाना शुरू करे देती है। ऐसे में उन महिलाओं को बता दें कि  सोने के तुरंत ज्यादा तरल पेय या खाद्य पदार्थ नहीं खाने चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे उनकी नींद पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। और पूरी नींद ना लेने के कारण भी महिलाओं को डरावने सपनों की समस्या भी हो सकती है।

नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि प्रेगनेंसी के दौरान बुरे सपनों की समस्या के पीछे कुछ कारण होते हैं। ऐसे में महिलाएं कुछ बचाव को अपनाकर अपनी इस समस्या को दूर कर सकती हैं। लेकिन अगर ये समस्या दूर होने की बजाय बढ़ती नजर आए तो ऐसे में महिलाओं को एक्सपर्ट की सलाह लेनी जरूरी है। लापरवाही से बच्चे की सेहत पर इसका नाकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

इस लेख में फोटोज़ Freepik से ली गई हैं।

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