
आपका नवजात बच्चा आपसे बात नहीं कर सकता लेकिन वह अपनी खुशी, पेरेशानी को अपने हाव-भाव और शारीरिक भाषा यानि बॉडी लैंग्वेज से व्यक्त करता है। बच्चे के संकेत रोने से लेकर हिचकी या फिर अंगूठे और कलाई के लगातार चूसने तक कुछ भी हो सकते हैं। इसलिए बस आपको थोड़ा समझने की और सतर्क रहने की जरूरत है कि आपका बच्चा क्या कहना चाह रहा है। इससे आपको समय पर उसकी परेशानी दूर करने में मदद मिलेगी। आइए हम आपको कुछ आसान टिप्स दे रहे है, जो आपको आपके बच्चे के संकेतों को समझने में मदद करेंगे।
बच्चे का रोना
नवजात बच्चे को आमतौर पर आप सबने रोता देखा होगा। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि बच्चे के रोने से कैसे पता लगाया जाए कि वह क्यों रो रहा है? बच्चे के रोने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें भूख, डर या दर्द शामिल हैं। स्पेनिश जर्नल ऑफ साइकोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन में 'यूनिवर्सिटी ऑफ मर्सिया और नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ डिस्टेंस एजुकेशन (UNED) के स्पेनिश शोधकर्ताओं के अनुसार, उन्होनें 3 से 18 महीने के बीच के 20 नवजात शिशुओं का अध्ययन किया। उन्होंने पाया कि एक बच्चा दर्द में रोने के दौरान आँखें बंद कर लेता है और भूख लगने पर आंखें खोलकर रोता है। इसलिए इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बच्चे के रोने के पीछे क्या वजह है। इसलिए बच्चे के रोने की वजह को सुनिष्चत करें और यदि दर्द या कोई समस्या हो, तो तुरंत डाक्टर की सलाह लें।
तेजी से सांस लेना
कई बार आप देखेंगे कि आपका नवजात शिशु बहुत तेजी से सांस ले रहा होता है। इसके पीछे दो वजह हो सकती हैं, हो सकता है वह सिर्फ उत्साहित और खुश हो या यह बच्चे के डर की प्रतिक्रिया भी हो सकती है। बच्चे का ऐसे करने पर आप उसे अपने पास लें और उससे इशारों में बात करें, उसे शांत करने की कोशिश करें या उसके साथ खेलें।
इसे भी पढें: पहली बार बनी हैं मां तो बच्चे की परवरिश में न करें कोई गलती, जरूर ध्यान रखें ये 5 बातें
पैरों या घुटनों को पेट से लगाकर सोना
क्या आपका बच्चा अपने पेट पर अपने पैरों या घुटनों को कसकर रखकर सोता है? तो यह पाचन संबंधी किसी समस्या से पीड़ित होने का संकेत हो सकता है। पेट में दर्द, बेचैनी या कब्ज के कारण भी आपका बच्चा इस स्थिति में लेट सकता है। इसलिए आप सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा हर दूध पिलाने के बाद सही से व्यवहार कर रहा है या नहीं और यदि आप स्तनपान करा रहे हैं, तो ऐसे भोजन से बचें जो गैस का कारण बनता है। यदि यह मदद नहीं करता है, तो डॉक्टर से परामर्श लें।
हवा में पैर या लात मारना
एक नवजात बच्चा, जब हवा में पैर मारता है, तो यह आमतौर पर सामान्य है। लेकिन इसके पीछे दो कारण होते हैं- पहला या तो बच्चा खुश मिजाज मूड में है और दूसरा जब बच्चा हवा में पैर मारने के साथ रो रहा है, तो इसका मतलब वह असुविधा में है। ऐसे में आप बच्चे की नैप्पी देखें कि क्या वह गीलेपन के कारण रो रहा है या उसका डायपर बदलने की जरूरत है। अगर बच्चा खुश है, तो उसे लात मारने के लिए प्रोत्साहित करें। इससे उसके पैरों में मांसपेशियों का विकास होगा।
कान खींचना
जरूरी नहीं कि बच्चे के हर बॉडी लैंग्वेज से आप घबराएं। क्योंकि बच्चा अधिकतर अपने चेहरे पर नाक कान, आंखों पर हाथ से कुद न कुछ करता रहता है क्योंकि वह उसके पहुंच के भीतर होते हैं। लेकिन जब बच्चा बार-बार कानों को खींचे, तो यह कभी-कभी कान के संक्रमण व किसी परेशानी का संकेत दे सकता है।
इसे भी पढें: नवजात शिशु की सही देखभाल के लिए ये हैं 4 बेस्ट 'बेबी केयर टिप्स', रखें ध्यान
आंखों को रगड़ना
अधिकतर बच्चे अपने आंखों को थकान और नींद के कारण रगड़ते हैं। लेकिन नींद से उठने के बाद भी यदि बच्चा आंखों को रगड़े, तो बच्चे की जांच करवा लें, क्योंकि बच्चे का यह संकेत आंख में कूढ़ा जाने या आंखों में संक्रमण हो सकता है।
Read More Article On New Born Care In Hindi
Read Next
होने वाले बच्चे के विकास पर असर डालता है सीलिएक रोग, गर्भवती महिलाएं बरतें जरूरी सावधानियां
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version