नवजात शिशु की सही देखभाल के लिए ये हैं 4 बेस्ट 'बेबी केयर टिप्स', रखें ध्यान

बच्‍चे के जन्‍म के बाद माता-पिता की जिम्‍मेदारियां और अधिक बढ़ जाती हैं। हर माता-पिता अपने बच्‍चे की देखभाल में कोई कसर नहीं छोड़ते। लेकिन एक नवजात बच्‍चा बहुत ही नाजुक होता है, इसलिए उसकी जरूरत से ज्‍यादा देखभाल करने की जरूरत होती है। इसलिए हर माता-पिता को अपने नवजात बच्‍चे की देखभाल के बारे में कुछ जरूरी बातों का जानना बेहद जरूरी है।
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नवजात शिशु की सही देखभाल के लिए ये हैं 4 बेस्ट 'बेबी केयर टिप्स', रखें ध्यान


बच्‍चे के जन्‍म के बाद माता-पिता की जिम्‍मेदारियां और अधिक बढ़ जाती हैं। हर माता-पिता अपने बच्‍चे की देखभाल में कोई कसर नहीं छोड़ते। बच्‍चे के लिए वह हर चीज में सर्तक और सावधान रहते है। लेकिन कई बार क्‍या सही है और गलत है, इस बारे में वह भ्रमित हो जाते हैं। एक नवजात बच्‍चा बहुत ही नाजुक होता है, इसलिए उसकी जरूरत से ज्‍यादा देखभाल करने की जरूरत होती है। इसलिए हर माता-पिता को अपने नवजात बच्‍चे की देखभाल के बारे में कुछ जरूरी बातों का जानना बेहद जरूरी है। अगर आप अपने नवजात बच्‍चे की देखभाल के बारे में समझ नहीं पा रहे हैं कि उसके लिए क्‍या सही है और क्‍या गलत, तो आपके लिए हम कुछ टिप्‍स दे रहे हैं। जिससे आपको अपने नवजात बच्‍चे की देखभाल में मदद मिल सकती है।

दूध पिलाने की सही स्थिति की जांच 

नवजात शिशु के लिए मां का दूध एक मात्र पोषण का स्रोत है। इसलिए सबसे पहले आप बच्‍चे के दुध पीने की स्थिति की जांच कर लें। उसके बाद जरूरी है कि आप यह भी देख सुनिश्‍चित कर लें कि बच्‍चा पर्याप्‍त मात्रा में दूध पी रहा है या नहीं। क्‍योंकि मां का दूध बच्चे के विकास के लिए बहुत आवश्यक है। अगर आप बच्‍चे को मां के दूध के अलावा चिकित्सक द्वारा सुझाए गये किसी अन्‍य दूध को बच्‍चे को पिलाते हैं, तो इसमें भी ध्‍यान रखें कि बच्‍चे को दुध की सही मात्रा मिल रही हो। बच्चे को ठीक से दूध पिलाने के लिए जितनी बार संभव हो उतनी स्‍तनपान करवायें। जरूरी बात कि स्‍तनपान की स्थिति सही होनी चाहिए, इसकी अवश्‍य जाँच करें। स्‍तनपान की स्थिति का बच्चे के पाचन पर प्रभाव पड़ सकता है। 

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हाथों की सफाई 

कभी भी बिना हाथों को धोए, आप बच्‍चे को न छुएं। अपने नवजात बच्चे को रोगाणु व बीमारियों से दूर रखने के लिए आप बच्‍चे को छूनें, पकड़ने या दूध पिलाने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ करें। यह बात केवल मां के लिए ही नहीं बल्कि बच्‍चे के आसपास रहने वाले सभी लोगों के लिए है। जब कोई व्यक्ति बाहर से आता है, तो उसे सीधे अपने बच्चे के पास आने से रोकें।  क्योंकि बाहर से आने वाला व्यक्ति अपने साथ अधिक कीटाणुओं को बच्‍चे के संपर्क में ले जाएगा, जो बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है। 

एक ही उत्‍पाद का इस्‍तेमाल करें

आजकल बच्‍चों की देखभाल के लिए तरह-तरह के बेबी केयर प्रॉडक्‍ट्स मार्केट में उपलब्‍ध है। ऐसे में आप अपने नवजात बच्‍चे की उचित देखभाल के लिए एक ही बेबी केयर प्रॉडक्‍ट का इस्‍तेमाल करें। आप अपने नवजात बच्‍चे की देखभाल के लिए कोई अच्‍छा बेबी केयर प्रॉडक्‍ट इस्‍तेमाल करें। कभी भी बच्‍चे की स्किन केयर और साफ-सफाई रखने के लिए कई तरह प्रॉउक्‍ट के इस्‍तेमाल से बचें। क्‍योंकि कई तरह के बेबी केयर प्रॉडक्‍ट्स का प्रयोग आपके बच्‍चे और उसकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है। इन प्रॉडक्‍ट्स से जितना संभव हो उतना बचने की कोशिश करें या उनके उपयोग को कम करें। इसके अलावा, सावधान रहें, यदि किसी भी उत्पाद का उपयोग करने के बाद बच्‍चे को किसी भी तरह की असुविधा महसूस होती है, तो आपको इसका उपयोग तुरंत बंद कर देना चाहिए।

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खुद को तैयार करें

गर्भावस्था की दौरान आपको अपने नवजात शिशु के लिए खुद को तैयार करने का सबसे अच्छा समय है। उस समय आप ज्‍यादा से ज्यादा नवजात बच्‍चों से जुड़ी जानकारियों के बारे में पढ़ें। आपके परिवार के किसी सदस्‍य या किसी दोस्‍त से  उनके अनुभव जानें। यह आपको स्थिति को अच्छी तरह से संभालने में मदद करेगा और गलतियां करने से रोकेगा। गर्भावस्था के पहले दिन से, अपने आप को अपने नवजात शिशु के लिए तैयार करना शुरू करें कि आप अपने बच्चे की देखभाल सबसे अच्छे तरीके से कैसे कर सकती हैं।

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