अगर आपकी नींद घर पर पूरी न हुई हो तो अधूरी नींद से आपका काम और प्रदर्शन दोनों प्रभावित होते हैं, ऐसे में छपकी की तलाश आप करते हैं। हाल ही में एक शोध में यह बात सामने आयी है कि कर्मचारी अपनी सीट पर ही झपकी लेते हैं, जिससे उनका तनाव दूर होता है और एनर्जी भी मिलती है। इस शोध में खुलासा हुआ है कि एक सप्ताह में कम से कम एक बार छह में से एक कर्मचारी की सीट पर बैठे-बैठे ही आंख लग जाती है।
1,140 कामकाजी अमेरिकी नागरिकों पर किए गए एक सर्वेक्षण में पाया गया कि सप्ताह के हर दिन 76 प्रतिशत कर्मचारियों ने थकान महसूस की, जबकि 30 प्रतिशत कर्मी अपनी अधूरी नींद के कारण नाखुश दिखे।
कर्मचारियों पर सर्वेक्षण कराने वाले वर्जिन प्लस इंस्टीट्यूट के निदेशक जेनिफर टुर्गिस ने बताया कि, अधूरी नींद में काम करना नशे में काम करने के बराबर हो सकता है।
इस सर्वेक्षण के अनुसार, 15 प्रतिशत कर्मचारियों का कहना है कि वह कार्यालय में काम करने के दौरान सप्ताह में कम से कम एक बार अपनी सीट पर ही सो जाते हैं। करीब 30 प्रतिशत कर्मचारियों का मानना है कि वे जितनी नींद लेते हैं, उससे वे खुश नहीं हैं।
इस सर्वेक्षण में कहा गया कि करीब 72 प्रतिशत लोगों ने दफ्तर में सोने की वजह के तौर पर कहा कि घर पर उनका जीवनसाथी उन्हें जगाए रखता है, जबकि 69 प्रतिशत ने अवांछित शोर को अधूरी नींद का दोषी माना।
करीब 40 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उनके गद्दे सुकून से सोने के लिहाज से आरामदायक नहीं हैं। टुर्गिस के हवाले से कहा गया कि जो कर्मचारी अच्छे से नहीं सोते, उनमें ध्यान की कमी, निर्णय लेने में असमर्थता और तनावपूर्ण स्थितियों से निपटने की क्षमता कम होती है।
काम के दौरान झपकी लेने से न केव आपकी नींद पूरी होती है बल्कि आप काम के बोझ और तनाव का सामना भी आसानी से कर पाते हैं।
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