यदि अभी आपकी शादी नहीं हुई है तो ये शोध आपके शादी ना करने के कारणों में एक और कारण शामिल कर सकता है। जी हैं हाल में हुए एक शोध के अनुसार शादीशुदा ज़िंदगी में तनाव को अवसाद का कारण बताया गया है। एक हालिया अध्ययन से पता चला कि शादीशुदा जीवन का तनाव लागों को आसानी से अवसाद की ओर धकेल सकता है।यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कसिन मेडिसन के शोधकर्ताओं के अनुसार वे लोग जिनका वैवाहिक जीवन तनाव से भरा होता है, वे जिंदगी में सकारात्मक बातों का अनुभव नहीं कर पाते हैं, जो कि अवसाद में फंसने का संकेत है। ऐसे लोगों में अवसाद के कुछ दूसरे लक्षण भी देखे जाते हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कसिन के वैसमैन सेंटर में स्वस्थ दिमाग की जांच के संस्थापक रिचर्ड डेविडसन ने बताया कि, "अवसाद को शादीशुदा जीवन के तनाव का एकमात्र नतीजा नहीं माना जा सकता, लेकिन यह अह़म कारण है, क्योंकि शादी के बाद ज़िंदगी में होने वाले बदलावों का इससे संबंध हो सकता है।"
शोधकर्ताओं ने अपने इस अध्ययन के दौरान शादीशुदा लोगों से जीवन में तनाव के स्तर से संबंधित सवालों के पर्चे भरवाए। जिनमें उनसे पूछा गया कि कितनी बार अनको उनके साथी द्वारा नीचा दिखाया जाता है, या कितनी बार उनके साथी ने उनकी आलोचना की। इसके अलावा सभी प्रतिभागियों को नकारात्मक, सकारात्मक और मिली-जुली कुछ तस्वीरें भी दिखाई गईं।
शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों की शादीशुदा ज़िंदगी अपेक्षाकृत अधिकत तनावग्रस्त है, उन्होंने सकारात्क तस्वीरों की ओर कई उत्साहजनक प्रतिक्रिया नहीं दी। यह अध्ययन जर्नल ऑफ साइकोफिजियोलॉजी में प्रकाशित हुआ है।
Source: The Telegraph
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