Myths And Facts About Sex In Hindi: सेक्स एक ऐसा विषय है, जिस पर कोई खुलकर बात नहीं करना, लेकिन सबको बात करने की इच्छा होती है। यही कारण है कि ज्यादातर लोग इस संबंध में खुलकर बात करने के बजाय दबी-छुपी जुबान पर चर्चा करते हैं। हद तो तब हो जाती है, जब बच्चे, टीनेजर्स भी सेक्स के संबंध में बात करना चाहते हैं, लेकिन शर्म और झिझक के कारण उन्हें सही कोई जानकारी नहीं देता। ऐसे में सेक्स से जुई ऐसी हजारों बातें हैं, जो सही नहीं होने के बावजूद लोग पर उस पर विश्वास कर बैठते हैं। इसी वजह से सेक्स से जुड़े कई ऐसे मिथ हैं, जिन्हें आंख मूंदकर लोग सच मान बैठते हैं। आज हम ऐसे ही मिथ्स पर चर्चा करेंगे और शारदा अस्पताल के एमबीबीएस, एफएजीई, एफआईसीएमसीएच, डीएनबी, एमआरसीओजी, एमडी (एम्स दिल्ली), डी. एआरटी (जर्मनी), फैलोशिप मिनिमल एक्सेस सर्जरी (FMAS) के वरिष्ठ सलाहकार-आईवीएफ और स्त्री रोग डॉ. विकास यादव से उनकी सच्चाई जानेंगे।
मिथः रेगुलर सेक्स करके आपका काफी वजन कम हो सकता है
सच्चाईः वजन घटाने की प्रक्रिया में सबसे अहम होता है कि आप कितना वजन कम करना चाहते हैं। जैसे, अगर आपको वेट लॉस करने के लिए 3500 कैलोरी बर्न करनी है, तो निश्चित तौर पर सेक्स की मदद से इतनी कैलोरी कम करना संभव नहीं है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि आधे घंटे सेक्स प्रक्रिया के दौरान आप महज 85 से 150 कैलोरी तक बर्न कर सकते हैं। आपको यह सच्चाई भी बता दें, ज्यादातर लोग 30 मिनट तक सेक्स नहीं कर पाते। इसकी समय सीमा महज 5 मिनट तक होती है, जिससे वजन कम करने की चाह पूरी तरह धराशाई हो जाती है।
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मिथः पीरियड्स के दौरान सेक्स करने से प्रेग्नेंट नहीं हो सकते
सच्चाईःपीरियड्स के दौरान अगर महिला असुरक्षित सेक्स करती है, तो यह जरूरी नहीं है कि वह प्रेग्नेंट न हो। विशेषज्ञों के अनुसार प्रेग्नेंसी मेंस्ट्रुअल साइकिल पर निर्भर करती है। ज्यादातर महिलाओं का मेंस्ट्रुअल साइकिल 28 दिनों तक रहता है। जबकि 5 दिनों तक पीरियड्स होते हैं। पीरियड्स से पहले ओव्यूलेशन होता है, जो कि करीब 12-16 दिन रहता है। इस दौरान ओवरी से मैच्युर एग रिलीज होते हैं। इसलिए अगर इस दौरान महिला सेक्स करे, तो उसके कंसीव करने की संभावना काफी बढ़ जाती है। इसके अलावा, यह भी माना जाता है कि ह्यूमन बॉडी में स्पर्म करीब 5 दिनों तक सर्वाइव कर सकता है। ऐसे में यह स्पष्ट तौर पर कहा जा सकता है कि पीरियड्स के दौरान सेक्स करने से भी कंसीव करने की संभावना बनी रहती है।
मिथः सेक्स के बाद सभी महिलाओं को ऑर्गेज्म होता है
सच्चाईः आपको यह जानकर हैरानी होगी कि 75 फीसदी महिलाओं को वैजाइनल सेक्स के जरिए ऑर्गेज्म नहीं होता है। यह बात हम नहीं, बल्कि अलग-अलग समय पर अध्ययनों से साबित हुआ है। जरनल ऑफ सेक्स एंड मेरिटल थेरेपी में हालिया प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार 37 फीसदी महिलाओं को ऑर्गेज्म के लिए अंतरंग संबंध के दौरान अलग तरह के एक्साइटमेंट की जरूरत होती है।
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मिथः कंडोम पहनने से सेक्स करने में मजा नहीं आता है
सच्चाईः यह एक बहुत ही बड़ा मिथ है कि कंडोम पहनकर सेक्स करने में मजा नहीं आता है। असल में, यह बहुत पुरनी अवधारण है, जिस पर लोग आज भी आंख मूंदकर भरोसा करते हैं। इंडिया यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि लोगों को कंडोम के साथ सेक्स करने में उतना ही मजा आता है, जितना कि कंडोम के बिना सेक्स करने में। विशेषज्ञों की सलाह यह होती है कि प्रोटेक्टेड सेक्स करना जरूरी है। इसके लिए कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए। इन दिनों मार्केट में एक से एक बेहतरी प्रोडक्ट आ चुके हैं, जिसका इस्तेमाल आप अपने और अपने पार्टनर के प्लेजर को ध्यान में रखते हुए कर सकते हैं।
मिथः पुरुष अगर बाहर इजेक्यूलेट (लिंग का स्खलित होना) होता है, तो महिला प्रेग्नेंट नहीं होती है
सच्चाईः यह भी एक बहुत बड़ा मिथ है कि अगर पुरुष इजेक्यूलेट होने से पहले वैजाइना से बाहर आ जाए, तो महिला प्रेग्नेंट नहीं होती है। जबकि सच्चाई यह है कि रिलीज होने से पहले जो तरल द्रव (फ्लूड) बाहर निकलता है, उसमें भी वीर्य होता है। इसलिए अगर मेल पार्टनर बाहर भी रिलीज हो, तो भी महिला के गर्भधारण करने की संभावना बनी रहती है।
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