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35 से ज्‍यादा बीएमआई देता है मॉर्बिड ओबेसिटी का संकेत, जानें इस कंडीशन का कारण और इलाज

Morbid Obesity in Hindi: अगर आपका बीएमआई 35 से ज्‍यादा है, तो आप मॉर्बि‍ड ओबेस‍िटी के श‍िकार हो सकते हैं। 
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35 से ज्‍यादा बीएमआई देता है मॉर्बिड ओबेसिटी का संकेत, जानें इस कंडीशन का कारण और इलाज


Morbid Obesity in Hindi: मोटापा भी कई प्रकार का होता है ज‍िसमें से एक है मॉर्बि‍ड ओबेस‍िटी। मॉर्बि‍ड ओबेस‍िटी की समस्‍या ऐसे लोगों में ज्‍यादा देखी जाती है जो अनहेल्‍दी लाइफस्‍टाइल फॉलो करते हैं। फ‍िज‍िकल एक्‍ट‍िव‍िटी की कमी के कारण भी मॉर्बि‍ड ओबेस‍िटी की समस्‍या हो सकती है। अगर आप ज्‍यादा तनाव लेते हैं और नींद पूरी नहीं करते, तो भी इस कंडीशन के लक्षण आपके अंदर नजर आ सकते हैं। उम्र बढ़ने के साथ मेटाबॉल‍िज्‍म रेट स्‍लो हो जाता है ज‍िसके कारण आप मॉर्बि‍ड ओबेस‍िटी का श‍िकार हो सकते हैं। क‍िसी दवा को लंबे समय से ले रहे हैं, तो उसके साइड इफेक्‍ट के तौर पर भी आपके शरीर में मोटापा नजर आ सकता है। कुछ गंभीर बीमार‍ियों के कारण भी मॉर्ब‍िड ओबेस‍िटी की समस्‍या हो सकती है। ज‍िन लोगों को टाइप 2 डायब‍िटीज होती है, वह इस बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। हाई बीपी, थायराइड, स्‍लीप ड‍िसआर्डर, ड‍िप्रेशन, हार्ट ड‍िजीज और मेटाबॉल‍िक स‍िंड्रोम जैसी बीमार‍ियों के मरीज हैं, तो भी आपको मॉर्ब‍िड ओबेस‍िटी की समस्‍या हो सकती है। इस लेख में आगे जानेंगे मॉर्बि‍ड ओबेस‍िटी के लक्षण, कारण और इलाज। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने तबाता फ‍िटनेस की प्रबंधक, न्‍यूट्र‍िशन‍िस्‍ट और फ‍िटनेस एक्‍सपर्ट पायल अस्‍थाना से बात की। 

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मॉर्बि‍ड ओबेस‍िटी क्‍या होता है?- Morbid Obesity in Hindi 

मॉर्बि‍ड ओबेस‍िटी को क्‍लॉस 3 ओबेस‍िटी भी कहा जाता है। मॉर्बि‍ड ओबेस‍िटी एक ऐसी कंडीशन है ज‍िसमें शरीर का बॉडी मॉस इंडेक्‍स यानी बीएमआई 35 या उससे ज्‍याादा ही रहता है। मॉर्बि‍ड ओबेस‍िटी में कोई अलग लक्षण नजर नहीं आता है। इस कंडीशन में केवल शरीर का बीएमआई रेट बढ़ जाता है। न्‍यूट्र‍िशन‍िस्‍ट और फ‍िटनेस एक्‍सपर्ट पायल अस्‍थाना ने बताया क‍ि शरीर का बीएमआई 18.5 से 24.9 के बीच होना चाह‍िए। 25 या उससे ज्‍यादा बीएमआई होने पर व्‍यक्‍त‍ि ओवरवेट कहलाता है और 18.5 से कम बीएमआई वाले व्‍यक्‍त‍ि अंडरवेट होते हैं।

मॉर्बि‍ड ओबेस‍िटी के कारण- Morbid Obesity Causes 

  • अगर आपके घर में कोई मोटापे का श‍िकार है, तो जेनेट‍िक कारणों से मॉर्बि‍ड ओबेस‍िटी हो सकती है।
  • हार्मोनल इम्‍बैलेंस की स्‍थ‍ित‍ि में व्‍यक्‍त‍ि मॉर्बि‍ड ओबेस‍िटी का श‍िकार हो सकता है।     
  • एक्‍सरसाइज न करने या ज्‍यादा स्‍ट्रेस लेने से आप मोटापे का श‍िकार हो सकते हैं। 
  • क्रॉन‍िक बीमार‍ियों की चपेट में आने के कारण मोटापे की समस्‍या हो सकती है।

मॉर्ब‍िड ओबेस‍िटी के ल‍िए कौन सी जांचें की जाती हैं?- Tests For Morbid Obesity

मॉर्बि‍ड ओबेस‍िटी का पता लगाने के ल‍िए कई की जांच की जाती है- 

  • कंप्‍लीट ब्‍लड काउंट टेस्‍ट 
  • क‍िडनी फंक्‍शन टेस्‍ट 
  • ल‍िवर फंक्‍शन टेस्‍ट    
  • हीमोग्‍लोब‍िन ए1सी टेस्‍ट   
  • व‍िटाम‍िन-डी लेवल टेस्‍ट 
  • थायराइड टेस्‍ट  

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मॉर्बिड ओबेसिटी का इलाज- Morbid Obesity Treatment  

  • मॉर्बि‍ड ओबेस‍िटी में ईट‍िंग ड‍ि‍सऑर्डर को दूर करने के ल‍िए डॉक्‍टर कुछ दवाओं का सेवन करने की सलाह दे सकते हैं।     
  • मॉर्बिड ओबेसिटी में डॉक्‍टर गैस्‍ट्र‍िक बाईपास सर्जरी (Gastric Bypass Surgery) की मदद से पेट के एक छोट‍े ह‍िस्‍से को आंत के मध्‍य भाग से जोड़ा जाता है। इस सर्जरी की मदद से आपका पेट जल्‍दी भर जाता है। इस सर्जरी के बाद अत‍िर‍िक्‍त कैलोरीज, फैट का रूप लेकर आपके शरीर में जमा नहीं होता।    
  • मॉर्ब‍िड ओबेस‍िटी का इलाज खानपान में बदलाव करके भी क‍िया जाता है। मोटापे को कंट्रोल करने के ल‍िए अपने पोर्शन साइज को कंट्रोल करें। प्‍लेट के 60 प्रत‍िशत ह‍िस्‍से में सलाद रखें और बाक‍ि में खाने का रखें। शाम को 8 बजे के बाद खाने का सेवन न करें। 12 घंटे खाने की व‍िंडो रखें और 12 घंटे पेट को आराम दें। इसी तरह हेल्‍दी डाइट की मदद से मोटापे को कम कर सकते हैं।
  • अपने रूटीन में फ‍िज‍िकल एक्‍ट‍िव‍िटी को भी शाम‍िल करें। रोज 30 से 40 म‍िनट वॉक करें। इसके अलावा योग और कार्डियो को भी रूटीन में शाम‍िल करें।      
  • ऐसा देखा गया है क‍ि जो लोग मोटापे का श‍िकार होते हैं उनमें ड‍ि‍प्रेशन के लक्षण भी नजर आते हैं। ड‍िप्रेशन का इलाज करने के ल‍िए टॉक थेरेपी या ब‍िहेव‍ियरल थेरेपी की मदद ली जाती है।       

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