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दूध या दही, प्रेग्नेंसी में गैस से हैं परेशान तो किसका सेवन करें? डॉक्टर से जानें ज्यादा बेहतर डेयरी प्रोडक्ट

Milk vs Curd for Pregnancy: प्रेग्नेंसी में महिलाओं के शरीर में कई प्रकार के बदलाव आते हैं और इस दौरान समझ नहीं आता कि डाइट में क्या खाएं और किन चीजों से परहेज करें। आइए, जानते हैं इस बारे में विस्तार से। 
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दूध या दही, प्रेग्नेंसी में गैस से हैं परेशान तो किसका सेवन करें? डॉक्टर से जानें ज्यादा बेहतर डेयरी प्रोडक्ट


Milk vs Curd for Pregnancy: प्रेग्नेंसी के शुरुआती महीनों से ही शरीर अलग-अलग चीजों से गुजर रहा होता है। हर दिन हार्मोनल बदलाव आते हैं और इससे शरीर के काम काज बदलता जाता है। इस दौरान शरीर के कई अंगों के कामकाज पर असर होता है और इनमें बदलाव आता है। जैसे कि सबसे पहला असर पेट और पाचन क्रिया पर होता है। इस दौरान हार्मोन्स में बदलाव के साथ पाचन क्रिया में भी बदलाव आ जाता है जिससे खाना सही से पच नहीं पाता और एसिडिटी की समस्या होने लगती है। इस दौरान चाहकर भी प्रेग्नेंट महिला अपनी डाइट फॉलो नहीं कर पाती है। ऐसे में डॉक्टर से जानते हैं दूध या दही, प्रेग्नेंसी में गैस की समस्या हो तो किसका सेवन करें। इसके लिए हमने Dr. N Sapna Lulla, Lead Consultant - Obstetrics & Gynaecology, Aster CMI Hospital, Bangalore से बात की।

दूध या दही, प्रेग्नेंसी में गैस से हैं परेशान तो किसका सेवन करें-Milk or curd which is better during pregnancy gas acidity?

प्रेग्नेंसी में एसिडिटी से परेशान होने पर अक्सर दूध या दही का सेवन मुश्किल हो जाता है। ऐसे में डॉक्टर सपना लूला बताती हैं कि गर्भावस्था के दौरान, बहुत ज्यादा गैस की समस्या होना असहज और निराशाजनक हो सकता है। ऐसे में जब डेयरी की बात आती है, तो सही विकल्प चुनना बहुत जरूरी है। अगर आपको गैस की समस्या हो रही है, तो दही आमतौर पर दूध से बेहतर विकल्प (curd is better than milk during acidity in pregnancy) है। इसमें प्रोबायोटिक्स यानी गुड बैक्टीरिया होते हैं जो पाचन में मदद करते हैं और पेट फूलने को कम करते हैं।

दही पेट के लिए भी ज्यादा आसान है और दूध की तुलना में इससे गैस होने की संभावना कम होती है। दूध, खासकर अगर बड़ी मात्रा में या लैक्टोज असहिष्णु लोगों द्वारा सेवन किया जाता है, तो कभी-कभी पेट फूलने और गैस की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए, अगर आपको दूध पीने के बाद गैस बनती है, तो इसका सेवन कम करना या लैक्टोज-मुक्त विकल्प अपनाना समझदारी होगी। आम तौर पर, गैस की समस्या से निपटने के लिए दूध के बजाय दही का सेवन ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।

प्रेग्नेंसी में गैस की समस्या होने पर दही खाना क्यों फायदेमंद है-Curd benefits during pregnancy

प्रेग्नेंसी में दही खाने के फायदे (pregnancy me dahi khane ke fayde) अनेक हैं। लेकिन सबसे पहले जो हमने बात की एसिडिटी की तो दही पेट के एसिडिक पीएच को घटा सकता है और इसे बेसिक पीएच के वैल्यू तक ला सकता है। इतना ही नहीं प्रेग्नेंसी में दही खाने से पेट ठंडा होता है और पाचन क्रिया सही रहता है। इसके अलावा प्रेग्नेंसी में दही के कई लाभ हैं, जानते हैं इस बारे में विस्तार से। जैसे कि

कैल्शियम से भरपूर है दही

प्रेग्नेंसी में शरीर को कैल्शियम की ज्यादा जरूरत होती है खासकर कि गर्भ पल रहे बच्चे के लिए। ऐसे में कैल्शियम से भरपूर दही खाना मां और बच्चे, दोनों की हड्डियों के लिए फायदेमंद है। अगर आप इस दौरान पर्याप्त मात्रा में दही का सेवन करेंगी तो आपको बाहर से कैल्शियम के सप्लीमेंट्स लेने की जरूरत नहीं होगी। इसलिए प्रेग्नेंसी में हर मां को लगभग 1 कटोरी दही का सेवन जरूर करना चाहिए।

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पेट की कई समस्याओं का हल

दही प्रोबायोटिक्स की तरह काम करता है और पेट के गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देने में मददगार है। जब आप दही खाते हैं तो पेट ठंडा रहता है और एसिडिटी की समस्या कम होती है। इसके अलावा यह पाचन क्रिया को सही से काम करने में मदद करता है और मेटाबॉलिज्म को भी सही रखता है। इससे पेट दर्द औक कब्ज की समस्या से भी राहत मिलती है।

प्रोटीन से भरपूर

प्रेग्नेंसी में शरीर को प्रोटीन की बहुत जरूरत होती है। ऐसे में दूध की तुलना में दही का सेवन शरीर को प्रोटीन प्रदान करने के साथ दूध की वजह से होने वाली एसिडिटी से बचाव में मददगार है। इसकी वजह से बच्चे की सेहत अच्छी रहती है। प्रोटीन की वजह से बच्चे की हड्डियों और मांसपेशियों का विकास होता है और मां की सेहत भी अच्छी रहती है।

ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मददगार

दही, प्रीक्लेम्पसिया के जोखिम को कम करने के साथ बीपी बैलेंस करने में मददगार है। दही का हेल्दी फैट, बच्चे के ब्रेन को हेल्दी रखने के साथ उन्हें कई बीमारियों से बचाव में मददगार है। इसके अलावा ये पूरी प्रेग्नेंसी आपको खुश रखने के साथ बच्चे की ग्रोथ में मददगार है।

इसके अलावा डॉक्टर का कहना है कि थोड़ा-थोड़ा करके बार-बार खाना, हाइड्रेटेड रहना और हल्की सैर प्रेग्नेंसी में गैस की समस्या से बचने में मदद कर सकती है। लेकिन हर कोई अलग होता है, अगर असुविधा बनी रहती है, तो हमेशा अपने और अपने बच्चे के लिए सबसे अच्छा विकल्प चुनने के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें। अपने मन से कोई भी दवा या घरेलू उपाय लेने से बचें।

FAQ

  • प्रेगनेंसी में ज्यादा एसिडिटी हो तो क्या करें?

    प्रेगनेंसी में ज्यादा एसिडिटी हो तो आप सौंफ खा सकती हैं या फिर हींग और काला नमक भी ले सकती हैं। इससे एसिडिटी व गैस की समस्या से राहत महसूस होती है। 
  • प्रेगनेंसी में अगर सीने में जलन हो तो क्या करना चाहिए?

    प्रेगनेंसी में अगर सीने में जलन हो तो दही खाएं या फिर खीरा खाएं। इसके अलावा आप काले नमक का पानी पी सकती हैं जिससे आपको आराम महसूस होता है। 
  • क्या नींबू पानी प्रेगनेंसी में एसिडिटी कम कर सकता है?

    नींबू पानी प्रेगनेंसी में एसिडिटी कम करने के साथ आपको बेहतर महसूस करवा सकता है। इसके अलावा यह शरीर को हाइड्रेट करने में भी मददगार है। इसलिए आपको एसिडिटी में नींबू पानी पीना चाहिए।

 

 

 

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