वैज्ञानिकों को मिला पुरुषों के अंडकोष में खतरनाक माइक्रोप्लास्टिक, जानें इससे होने वाले नुकसान

हाल ही में वैज्ञानिकों ने एक चौंका देने वाला खुलासा किया है। दरअसल, वैज्ञानिकों ने पुरुषों के अंडकोष में खतरनाक माइक्रोप्लास्टिक पाए हैं। आइये जानते हैं।
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वैज्ञानिकों को मिला पुरुषों के अंडकोष में खतरनाक माइक्रोप्लास्टिक, जानें इससे होने वाले नुकसान


आजकल के खराब खान-पान और अनियमित जीवनशैली के चलते लोगों में बीमारियां होने का जोखिम बढ़ता जा रहा है। ऐसे में माइक्रोप्लास्टिक्स भी इंसान की सेहत के लिए एक बड़े खतरे के तौर पर देखा जा रहा है। प्रदूषण या फिर कई बार दूषित हवा में रहने से कई बार माइक्रोप्लास्टिक शरीर के अंदर तक प्रवेश कर जाते हैं। हाल ही में वैज्ञानिकों ने एक चौंका देने वाला खुलासा किया है। दरअसल, वैज्ञानिकों ने पुरुषों के अंडकोष में खतरनाक माइक्रोप्लास्टिक पाए हैं। आइये विस्तार से जानते हैं इसके बारे में। 

पुरुषों के अंडकोष में मिला माइक्रोप्लास्टिक

जर्नल टॉक्सिकोलॉजी साइंस (journal Toxicological Sciences) में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक वैज्ञानिकों द्वारा पुरुषों के अंडकोष की जांच किए जाने पर अंडकोष में खतरना प्रकार के माइक्रोप्लास्टिक पाए गए हैं। इस स्टडी के बाद से लोगों में चिंता बढ़ गई है। यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू मेक्सिको के वैज्ञानिकों द्वारा इस नई स्टडी की खोज की गई। दरअसल, वैज्ञानिकों ने इंसानों और कुत्तों के टिश्यू को लेकर एक जांच की, जिसमें उन्हें माइक्रोप्लास्टिक मिले। 

अंडकोष में मिले पॉलीइथीलीन माइक्रोप्लास्टिक 

UNM कॉलेज ऑफ नर्सिंग के लीड Xiaozhong John की अगुवई में ये रिसर्च की गई, जिसमें से 23 इंसानों के टेस्टिस यानि अंडकोष में 12 तरह के माइक्रोप्लास्टिक पाए गए। शोधकर्ताओं की मानें तो यह माइक्रोप्लास्टिक बेहद छोटे यानि सूक्ष्म हैं और कुत्तों की तुलना में इंसानों में यह तीन गुना तक ज्यादा पाए गए हैं। दरअसल, इंसानों के अंडकोष में पॉलीइथीलीन नामक माइक्रोप्लास्टिक पाया गया है। यह माइक्रोप्लास्टिक आमतौर पर प्लास्टिक के बैग और पानी की बोतल बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। 

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फर्टिलिटी पर पड़ सकता है असर 

स्टडी के वैज्ञानिक शियाओझांग यू के मुताबिक इंसानों में ये माइक्रोप्लास्टिक मिलना चिंताजनक बात है। यह पुरुषों की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है, जिससे फर्टिलिटी में समस्या आ सकती है। यह प्लास्टिक रूपी पदार्थ अंडकोष तक पहुंचकर स्पर्म काउंट को भी कम कर सकते हैं। 

 

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