Doctor Verified

मेड‍िटेशन करने से दूर हो सकती हैं मानस‍िक स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़ी ये 5 समस्‍याएं, जानें ध्‍यान का सही तरीका

मेडिटेशन करके आप अपनी मानसिक समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। जानते हैं इसके बारे में।
  • SHARE
  • FOLLOW
मेड‍िटेशन करने से दूर हो सकती हैं मानस‍िक स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़ी ये 5 समस्‍याएं, जानें ध्‍यान का सही तरीका


Mental Problems Which Can Be Solved With Meditation: भारत में प्राचीन समय से ही ध्यान यानी मेडिटेशन का बहुत महत्व रहा है। यह ऋषि-मुनि के समय से चलता आ रहा है। वहीं आज के समय में बहुत कम ऐसे लोग है जिन्होंने मेडिटेशन को अपनी जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा बनाया हुआ है। मेडिटेशन मानसिक समस्याओं को कम करने का एक बढ़िया तरीका है। अगर इसे अपनी जीवनशैली में शामिल कर लिया जाए तो बहुत सारी मानसिक समस्याएं दूर हो सकती है। आज की भागदौड़ भरे जीवन में तो मेडिटेशन विशेष आवश्यक है। इससे ना केवल मष्तिष्क को आराम मिलता है, बल्कि मन भी शांत होता है। बहुत से ऐसे लोग है जो मेडिटेशन करना तो चाहते हैं लेकिन उन्हें समझ नहीं आता कि मेडिटेशन कब, कितनी देर और कैसे करना चाहिए। आज हम इस आर्टिकल में आपको बताएंगे कि मेडिटेशन आपकी मानसिक समस्याओं का समाधान कर सकता है। साथ ही यह भी बताएंगे कि आपको मेडिटेशन कब, कहां, कितनी देर व कैसे करना है। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के बोधिट्री इंडिया सेंटर की काउन्‍सलिंग साइकोलॉज‍िस्‍ट डॉ नेहा आनंद से बात की।

mental health problems

मेड‍िटेशन से दूर करें ये समस्‍याएं- Mental Problems Solved By Meditation  

इन 3 प्रकार के मेडिटेशन से आप नीचे दी गई मानसिक समस्याओं को दूर कर सकते हैं-

1. मेड‍िटेशन से तनाव कम करने में मदद म‍िलती है। 

2. मेड‍िटेशन करने से चिंता को कम करने में मदद म‍िलती है। 

3. मेड‍िटेशन करने से एकाग्रता बढ़ती है। 

4. मेड‍िटेशन करके आप नकारात्मक विचारों को कंट्रोल कर सकते हैं। 

5. घबराहट को दूर करने में मदद म‍िलती है।

इसे भी पढ़ें- क्या बिना थेरेपी लिए सुधारा जा सकता है मानसिक स्वास्थ्य? जानें इसे बेहतर बनाने के तरीके

मेडिटेशन क्या है?- What is Meditation

सबसे पहले जानते हैं कि आखिर मेडिटेशन होता क्या है। एक होता है शारीरिक व्यायाम और एक होता है मानसिक व्यायाम। मेडिटेशन एक मानसिक व्यायाम है। इसमें रिलैक्सेशन, फोकस व जागरूकता शामिल है। इससे हमारा मष्तिष्क शांत होकर अपने काम पर फोकस करता है।

मेडिटेशन की शुरुआत कैसे करें?- How To Start Meditation

अब बात करते हैं कि मेडिटेशन की शुरूआत कैसे करें। इसके लिए सबसे पहले आप अपनी सांसों पर ध्यान देने की कोशिश करें। इसके बाद लंबी और गहरी सांस लें। आपनी सांस पर फोकस करें और उन्हें महसूस करें।

कितनी देर करें मेडिटेशन?- How Long You Should Do Meditation

मेडिटेशन की शुरूआत आप 10 मिनट से कर सकते हैं। इसके बाद जैसे जैसे दिन बढ़ते जाएं आप इसकी टाइमिंग बढ़ाते जाएं। कम से कम 20 मिनट तक का मेडिटेशन सही माना जाता है। आप इसे सुबह और शाम में कर सकते हैं। इससे आपको अधिक लाभ मिलेगा। यानी 20 मिनट सुबह और 20 मिनट शाम में मेडिटेशन करके आप ज्यादा लाभ उठा सकते हैं।

कब करें मेडिटेशन?- When To Do Meditation

अब बात आती है कि मेडिटेशन कब करना चाहिए। मेडिटेशन के लिए वैसे तो जब आप कंफर्टेबल महसूस करें तब भी कर सकते हैं। लेकिन मेडिटेशन की सही टाइमिंग सुबह के समय की होती है। वहीं खाना खाने से पहले और सुबह के समय मेडिटेशन काफी अच्छा माना जाता है। क्योंकि खाना खाने के बाद मेडिटेशन करने से नींद आने लगती है। वहीं सुबह और शाम के वक्त मेडिटेशन किया जा सकता है।

कहां करें मेडिटेशन?- Where To Do Meditation

मेडिटेशन के लिए किसी शांत जगह का चयन करना चाहिए। क्योंकि शोर वाली जगह पर आप ध्यान नहीं लगा पाएंगे।  मेडिटेशन के लिए शांत व हवादार जगह बहुत अच्छी होती है। आप एकांत में अच्छे से मेडिटेशन कर सकते हैं। 

मेडिटेशन के 3 प्रकार- Types of Meditation

पहले बात करते हैं 3 प्रकार के मेडिटेशन की। पहला है स्थूल ध्यान, दूसरा ज्योतिर्ध्यान और तीसरा है सूक्ष्म ध्यान-  

1. स्थूल ध्यान में किसी देवता, मूर्ति या प्रकृति या फिर हृदय चक्र पर ध्यान दिया जाता है।

2. ज्योतिर्ध्यान में मूलाधार और लिंगमूल के मध्य स्थान में कुंडलिनी सर्पकार में स्थित है। इस स्थान में ज्योतिरूप ब्रह्म के ध्यान करने को ज्योतिर्ध्यान करते हैं।

3. सांभवी मुद्रा का अनुष्ठान करते हुए कुंडलिनी का ध्यान करने को सूक्ष्म ध्यान कहते हैं।

उम्‍मीद करते हैं आपको यह जानकारी पसंद आई होगी, इस लेख को शेयर करना न भूलें।

Read Next

पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ बैलेंस करने के लिए फॉलो करें एक्सपर्ट के बताए ये खास टिप्स

Disclaimer